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शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

नारायणपुर के कुशहा में 6 महीने में टूट गया 76,350 की लागत से बना सड़क GS NEWS




नारायणपुर से राजेश भारती की रिपोर्ट

नारायणपुर:मात्र 6 महीने में सरकार की 76,350  की राशि का बंटाधार हो गया। ताजा उदाहरण प्रखंड के रायपुर पंचायत अंतर्गत कुशहा गांव का है। जहां रायपुर पंचायत में वार्ड क्रियान्वयन समिति एवं प्रबंधन समिति द्वारा वार्ड संख्या दो में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत 76,350  की राशि से विनोद शर्मा के घर से कोसी बांध तक मिट्टी भराई, ईट सोलिंग तथा पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया। लेकिन यह सड़क बनने के 6 महीना बाद ही बीच से टूट गया। जैसा कि आप तस्वीर में दिख रहे हैं। 

आखिर सरकारी राशि का दुरुपयोग क्यों किया गया। इसके पीछे किसकी क्या मंशा थी यह जाँच का विषय है। यह योजना का लूट है या खानापूर्ति कुछ नहीं कहा जा सकता है। अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। शिलापट्ट भी विद्यालय की दिवार में लगा दिया गया है। सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि शिलापट्ट में योजना संख्या नहीं लिखा गया है। केवल वर्ष 2018-2019 लिखा गया है।


इस बारे में ग्रामीण विनोद शर्मा आदि ने बताया कि सड़क की गुणवत्ता ठीक नहीं होने के कारण 6 महीने में यह सड़क टूट गया। जबकि मुखिया उमाकांत शर्मा ने कहा कि सड़क के नीचे से मिट्टी पानी में बहने के कारण यह सड़क टूटा। फिर से मरम्मत करके सड़क बनेगा। सवाल यह उठता है की निर्माण तो फिर से होगा लेकिन सड़क की गुणवत्ता का ख्याल क्यों नहीं रखा गया।

 यदि सड़क निर्माण में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाता तो यह सड़क नहीं टूटता। यह सरकारी राशि का दुरुपयोग करना हुआ। पूर्व में भी एक मामला रायपुर पंचायत के मनोहरपुर में करीब नौ लाख की लागत से नाला निर्माण का है। जहां मुखिया के द्वारा मनरेगा योजना के तहत नाला  निर्माण में गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण गोलबंद हुए थे। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो मनरेगा द्वारा इस काम को बंद कर दिया गया।


 मनरेगा के पदाधिकारी, मुखिया और ग्रामीणों के बीच बातचीत हुई कि कार्य में सुधार करके काम शुरू होगा। लेकिन अभी तक मनरेगा का की ओर से यह काम शुरू नहीं किया गया है। इससे मंशा साफ दिखती है कि सरकारी राशि का दुरुपयोग करके घटिया कार्य करने पर ग्रामीण विरोध करता है तो उस कार्य में सुधार नहीं करके कार्य बंद कर दिया जाता है।

 इस प्रकार के घटिया कार्य से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकारी कार्य में सरकारी अधिकारी,जनप्रतिनिधि कार्य की गुणवत्ता को नहीं देखते हैं। ग्रामीण चिल्लाते रहो लेकिन कोई सुननेवाला नहीं है। ऐसा क्यों । इस बारे में जेई रोहित कुमार ने कहा कि मनोहरपुर नाला निर्माण में ढक्कन में सुधार करके कार्य शुरु होगा।

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