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गुरुवार, 30 जुलाई 2020

मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बाढ़ राहत शिविर का लिया जायजा, मदद का दिये भरोसा GS NEWS

बिहार इन दिनों कोरोना के साथ-साथ बाढ़ की आपदा से भी जूझ रहा है. सीएम नीतीश कुमार बाढ़ को लेकर लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं. वहीं, सीएम ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद भी किया है. इस दौरान बाढ़ को लेकर सरकार की तरफ से चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यक्रम पर फीडबैक भी लिया. सीएम को 12 जिले के 3 लाख 60 हजार से अधिक लोगों के बाढ़ प्रभावित होने की जानकारी दी गई. सीएम के मुताबिक यह आंकड़ा अगले महीने में बढ़ सकता है.
मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविरों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जायजा लेते हुए बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. सीएम ने दरभंगा जिला के केवटी स्थित असराहा राहत शिविर में रह रही शकीला खातून से बातचीत की. सीएम ने राहत शिविर में भोजन के अलावा परेशानियों के बारे में पूछा. शकीला खातून ने बताया कि राहत शिविर में प्रशासन की तरफ से बेहतर इंतेजाम किए गए हैं. दाल, चावल, सब्जी, चोखा दिया जा रहा है. 
वहीं, 6 हजार रुपया और पाॅलिथीन भी दिया गया है. डीएम, सीओ भी पहुंचे थे. घर-घर जाकर प्रशासन के लोग हालचाल जान रहे हैं. डाॅक्टर भी आकर देखकर गए हैं. सीएम ने आश्वस्त करते हुए कहा कि चिंता मत कीजिए, सभी बाढ़ पीड़ितों का ख्याल रखा जाएगा.
बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही आर्थिक मदद 
वहीं, असराहा बाढ़ राहत शिविर में सीएम ने मुन्नी बेगम से फीडबैक लिया. सीएम ने पूछा कि क्या कठिनाई है. इस पर मुन्नी बेगम ने कहा कि बाढ़ के कारण बेघर होना पड़ा है. हालांकि, जिला प्रशासन की तरफ से सहायता मिली है. आर्थिक मदद के रुप में बैंक अकाउंट में 6 हजार रुपया और पाॅलिथिन शीट दिया गया है.
 राहत शिविर के बारे में मुन्नी बेगम ने बताया कि किचेन में बेहतर भोजन दिया जाता है साथ ही लोगों का ठीक से ध्यान रखा जा रहा है. दर्द से कराह रही एक गर्भवती महिला को अस्पताल भेजकर उसकी डिलिवरी करायी गई है. सीएम ने शिविर में रह रहे लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों को सरकार हर प्रकार से सहायता करेगी.
बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण का जाना हाल
पूर्वी चम्पारण के पिपरा, अरेराज बाढ़ राहत शिविर में भी सीएम ने प्रभावित लोगों से बातचीत की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे कन्हैया प्रसाद से राहत शिविर की स्थिति के बारे में पूछा. जिस पर कन्हैया ने कहा कि बाढ़ में फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया स्थानीय प्रशासन से पूरा सहयोग मिल रहा है. भोजन की अच्छी व्यवस्था है. प्रतिदिन मेन्यू बदलकर भोजन मिल रहा है. इस दौरान सीएम ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि नियमानुसार सभी प्रकार की सहायता करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है. वहीं, अधिकारियों को अगस्त और सितंबर महीने की तैयारी करने का भी निर्देश दिया.

बुधवार, 29 जुलाई 2020

सुब्रह्मण्यम स्वामी :- गिनाए ये 26 वजहें, इस वजह से उन्हें लगता है कि सुशांत का हुआ 'मर्डर' GS NEWS

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में हर दिन नये खुलासे हो रहे है. हाल ही में सुशांत के पिता की तरफ से करायी गयी एफआइआर के बाद बिहार पुलिस की तुरंत शुरू की गयी कार्रवाई ने देश में नयी बहस छेड़ दी है. वहीं, बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने बिहार सरकार की तरफ से की गयी इस कार्रवाई की जमकर सराहना की है. अब उन्होंने एक ट्वीट किया है, जो सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है. हालिया ट्वीट में सुब्रह्मण्यम ने यह आशंका जताई है कि सुशांत ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उनका मर्डर हुआ है.
सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, 'मुझे ऐसा क्यों लगता है कि सुशांत सिंह राजपूत का मर्डर हुआ है.' इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक लिस्ट की तसवीर शेयर की है. इस लिस्ट में सुब्रह्मण्यम ने ऐसे 24 बिन्दुओं पर प्रकाश डाला है जो कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या नहीं बल्कि मर्डर की तरफ इशारा करते हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर इस पोस्ट पर सुशांत के फैंस जमकर कमेंट कर रहे है.
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 26 पॉइंट्स की ल‍िस्‍ट शेयर की है. उन्‍होंने ये ल‍िखा है क‍ि ज‍िस अवस्‍था में सुशांत की बॉडी पाई गई थी, उससे आत्‍महत्‍या साब‍ित नहीं होती है. उनकी जीभ बाहर नहीं निकली थी, उनके शरीर पर भी मारपीट के न‍िशान मिले है. उन्‍होंने सुशांत की एक्स मैनेजर के सुसाइड से भी इसे जोड़ा है. वहीं कोई सुसाइड नोट न मिलने, आर्थिक समस्‍या न होने, नौकरों के स्‍टेटमेंट बदलने और यहां तक क‍ि एंबुलेंस बदलने और कूपर अस्‍पताल में सुशांत की बॉडी ले जाने तक को उन्‍होंने शक के घेरे में रखा है.
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने फोन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है. ट्वीट के जरिये स्वामी ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए लिखा है कि वे पटना पुलिस के कार्यो और उन्हें गहन जांच करने की छूट देने की काफी प्रशंसा करते हैं. साथ ही इस मामले में दर्ज की गयी एफआइआर की भी वह सराहना करते हैं. उन्होंने लिखा कि अब दो स्तर पर इस मामले की छानबीन होगी. स्वामी ने इस मामले में सीबीआइ जांच के मांग का समर्थन किया है. कहा है कि उन्हें किसी तरह की आपत्ति नहीं है. परंतु वह चाहते हैं कि सुशांत को न्याय मिले और इसके लिए जो दोषी हैं, वह पकड़े जायें.
मालूम हो कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के करीब 44 दिन बाद उनके पिता केके सिंह ने राजधानी पटना के राजीव नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. साथ ही सुशांत की गर्लफ्रेंड पर 15 करोड़ रुपये गायब करने का आरोप लगाया है. प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद राजीव नगर के थानाध्यक्ष निशांत के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच टीम मुंबई पहुंच कर जांच शुरू कर दी है.

नेपाल की सीनाजोरी, लिपुलेख, कालापानी में नेपालियों की घुसपैठ को बताया सही GS NEWS


कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख समेत 395 वर्ग किलोमीटर के भारतीय इलाके को जबरन अपने नक्‍शे में शामिल करने वाले नेपाल ने अब इन इलाकों में नेपाली नागरिकों की घुसपैठ को वैध बताया है। नेपाल के धारचुला के जिला प्रशासन ने भारत के पत्र के जवाब में दावा किया कि सुगौली संधि के आर्टिकल 5, नक्‍शे और ऐतिहासिक साक्ष्‍यों के आधार पर कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख नेपाली क्षेत्र है।


नेपाल लगातार सीमा पर तनाव बढाने का प्रयास कर रहा है. पहले तो नेपाल ने कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख सहित 395 वर्ग किलोमीटर के भारतीय इलाके को पहले तो जबरन अपने नक्‍शे में शामिल किया. उसके बाद अब वह इन इलाकों में नेपाली नागरिकों की घुसपैठ को सही बता रहा है.


दरअसल, भारत ने नेपाल से कहा है कि वह भारतीय क्षेत्र कालापानी, लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और गुंजी में अपने नागरिकों की "अवैध" आवाजाही को रोके जिसके जवाब में नेपाल के धारचुला के जिला प्रशासन ने जवाब दिया और कहा कि सुगौली संधि के आर्टिकल 5, नक्‍शे और ऐतिहासिक साक्ष्‍यों के आधार पर कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख नेपाली क्षेत्र में आता है.

नेपाली प्रशासन को पत्र : स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इस महीने की शुरूआत में नेपाली प्रशासन को लिखे एक पत्र में भारतीय अधिकारी ने कहा कि नेपाली लोग समूह में "अवैध" तरीके से इन क्षेत्रों में प्रवेश करना चाहते हैं, जिससे दोनों देशों के लिए परेशानी पैदा होगी. हिमालयन टाइम्स ने खबर दी है कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में धारचुला के उप जिला आयुक्त अनिल शुक्ला ने 14 जुलाई को लिखे पत्र में नेपाली प्रशासन से ऐसी गतिविधियों की सूचना भारतीय अधिकारियों से साझा करने का भी आग्रह किया.


नेपाल का जवाबनेपाल के दारचुला के मुख्य जिला अधिकारी शरद कुमार पोखरेल के हवाले से अखबार ने कहा, हमें, नेपालियों को (भारतीय) क्षेत्रों में जाने से रोकने के भारत के फैसले के बारे में एक पत्र मिला है और कॉल आया है. अखबार ने कहा कि अपने जवाब में नेपाली अधिकारियों ने कहा कि कालापानी, लिम्पियाधुरा और गुंजी में उसके नागरिकों की आवाजाही "स्वाभाविक" है, क्योंकि ये क्षेत्र देश (नेपाल) से संबंधित हैं.


नेपाल में राजनितिक हलचल तेज: इधर भारत के साथ तनाव के बीच नेपाल में राजनितिक हलचल तेज है. नेपाल की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पिछले दिनों एक बार फिर प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड' के बीच सत्ता साझेदारी के समझौते को लेकर वार्ता करने में विफल रहे. पार्टी की शक्तिशाली स्थायी समिति की बैठक बुलाई गई थी. प्रधानमंत्री ओली और प्रचंड के नेतृत्व वाले असंतुष्ट गुट के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) की 45 सदस्यीय स्थायी समिति की अहम बैठक तय समय पर होने वाली थी. प्रचंड और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता बैठक के लिए तय समय पर प्रधानमंत्री के सरकारी आवास बलुआतार पहुंच गये थे.  खबर अनुसार प्रधानमंत्री के प्रेस सलाहकार सूर्य थापा ने कहा कि दोनों नेताओं को बातचीत के लिए थोड़ा और समय चाहिए इसलिए बैठक स्थगित  कर दिया गया


बिहार में अंचल और सर्वे कार्यालयों के ऑपरेटर और कर्मचारियों का हुआ तबादला GS NEWS

बिहार राजस्व विभाग के अधीन सभी अंचल कार्यालयों एवं भू-अभिलेख व परिमाप (सर्वे) निदेशालय के जिला कार्यालयों में व्यापक उलटफेर किया गया है। पहले चरण में 477 अंचलों के ऑपरेटरों का तबादला किया गया है। बेल्ट्रॉन के अधीन काम करने वाले और वर्षों से जमे ऑपरेटरों का तबादला पहली बार हुआ है। इसके अलावा सभी जिलों में सर्वे और सेटलमेंट कार्यालयों में जमा निम्न वर्गीय लिपिक और उच्च वर्गीय लिपिक से लेकर आदेशपाल तक का इधर से उधर हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य के सभी अंचल कार्यालयों को सुधारने का ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। इसी के तहत भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी की गंभीर शिकायतों के मामले में यह कार्रवाई हुई है। कामकाज को सुधारने के लिए इनका तबादला किया गया है। गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपी लगभग दर्जनभर ऑपरेटरों को सेवा से बर्खास्त भी किया जाएगा। कई ऑपरेटरों को सुधरने की अंतिम चेतावनी के साथ तबादला किया गया है।
इन कर्मियों पर दाखिल-खारिज के मामले को अनावश्यक लटकाने, ऑनलाइन म्यूटेशन के कार्य में भी बाधा डालने आदि कई आरोप हैं। विभागीय छानबीन में इन गड़बड़ियों में लिप्त पाए जाने के बाद तबादला किया गया है। तबादले के पूर्व नियोक्ता कंपनी बेल्ट्रॉन से भी सहमति ले ली गई है। इसके अलावा 20 जिलों में होने वाले सर्वे को देखते हुए वहां के बंदोबस्त कार्यालयों को भी दुरुस्त किया गया है। वहां पर लिपिक समेत अन्य जरूरी कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। इन्हीं जिलों के सेटेलमेंट ऑफिस में कम से कम एक लिपिक की पदस्थापना की गई है।
देशालय ने तबादले के पूर्व सारे ऑपरेटरों के कामकाज की समीक्षा की। राजस्व विभाग ने भी जांच पड़ताल की और यह पाया गया कि ऑनलाइन म्यूटेशन के मामले को भी ये ऑपरेटर अंचल सीओ की मिलीभगत से आराम से चार-पांच माह तक लटकाकर रखते हैं। रिश्वत की लेन-देन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कई जमाबंदियों में जानबूझकर त्रुटिपूर्ण विवरण दर्ज किए गए। डिजिटलीकरण के प्रक्रिया को बाधित किया गया। इससे विभाग और सरकार की बदनामी हुई इसलिए बर्खास्तगी के पूर्व इनका अंतर जिला तबादला किया गया है। कामकाज में सुधार नहीं होने पर इनका दूसरे जिले में तबादला किया जाएगा। 
अंचल कार्यालयों के कामकाज को सुधारने के लिए विभाग ने 340 अंचल अधिकारियों, भूमि सुधार उप समाहर्ता आदि राजस्व अफसरों के तबादले 4 दिन पूर्व किए हैं। माना जा रहा है कि ऑपरेटर स्तर के तबादले के बाद अंचल कार्यालयों को दुरुस्त करने का ऑपरेशन पूरा हुआ है। 
क्या कहते हैं अफसर
निदेशक जय सिंह ने कहा कि इन्हीं ऑपरेटरों के कारण म्यूटेशन का काम लंबित था। ये 7-8 सालों से एक ही जगह जमे थे। खराब प्रदर्शन करने वालों को ही हटाया गया है। काम में सुधार नहीं होने पर जिले से बाहर तबादला होगा। सभी कर्मियों को सुधारने का मौका दिया गया है। विभाग के पास पूरा डाटा है कि किस ऑपरेटर ने कितने महीने तक काम को लंबित रखा। सारी शिकायतों की जांच के बाद ही इनके तबादला किया गया है।

मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी, बिहार के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट GS NEWS

बिहार में होगी भारी बारिश, बढ़ेगा बाढ़ का खतरा 

बिहार में कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की भी संभावना है. जिसके कारण बाढ़ की स्थिति और चिंताजनक हो सकती है.मानसून की अक्षीय रेखा के झारखंड की ओर शिफ्ट होने से नेपाल से सटे तराई वाले जिलों में  बारिश की तीव्रता में कमी आई है। हालांकि बंगाल की खाडी क्षेत्र से आ रही नमी वाली हवाओं की वजह से अब भी तराई वाले इलाकों में कुछ जगहों पर भारी बारिश के आसार है। 


साथ ही बिहार के दक्षिणी भाग में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसमविदों के मुताबिक फिलहाल मानसून की अक्षीय रेखा डाल्टेनगंज और दुमका से होकर गुजर रही है। इस वजह से इनसे सटे बिहार के दक्षिणी भाग में इसका असर दिखेगा। इधर पिछले 24 घंटों में राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में सिसवन में 110 मिमी, कटोरिया  में 110 मिमी, सुरसंड, मुरलीगंज, चकिया और बेलसंड में 80 मिमी, मुसहरी, केसरिया, माधवपुर, जलालपुर, हायाघाट, मीनापुर और समस्तीपुर  में 70 मिमी बारिशदर्ज की गई।


 अधिकतम तापमान 34.6, गया का 35, भागलपुर का 34.7 और पूर्णिया का 33.5 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार को पटना में आंशिक बारिश के आसार हैं। इससे सटे कई इलाकों में बारिश होने के आसार है


सात हजार किलोमीटर उड़कर भारत आए राफेल, अंबाला एयरबेस पर किया लैंडिंग GS NEWS


सात हजार किलोमीटर की यात्रा तय करके फ्रांस से भारत पहुंचे पांच राफेल विमानों ने बुधवार दोपहर अंबाला एयरबेस पर लैंडिंग की। सभी लड़ाकू विमानों ने दोपहर तीन बजे के बाद एयरबेस पर टचडाउन किया। पूरा देश लंबे समय से राफेल विमानों का इंतजार कर रहा था। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने अंबाला में विमानों की अगवानी की।


अंबाला एयरबेस पर पहुंचते ही राफेल को पानी की बौछारों से वॉटर सैल्यूट दिया गया। लड़ाकू विमानों की लैंडिंग को लेकर रक्षा मंत्रालय ने वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में राफेल अंबाला एयरबेस की पट्टी को चूमते देखे जा सकते हैं। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पांचों राफेल विमानों की अंबाला में सुरक्षित लैंडिंग हुई। 


उन्होंने कहा, 'वायुसेना की ताकत में इससे क्रांतिकारी बढ़ोतरी होगी। सेना के इतिहास में नए युग की शुरुआत हुई है।' रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने कहा कि भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राफेल विमानों को दो सुखोई 30 एमकेआई ने अपने घेरे में ले लिया। एयरबेस पर लैंडिंग के ऐतिहासिक क्षणों के बीच बुधवार को ही राफेल लड़ाकू विमानों के पहले जत्थे ने भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश किया। 


वहीं, फ्रांस के मेरिगनेक एयरबेस से सात घंटे से अधिक उड़ान भरने के बाद यूएई में सोमवार को अल धाफरा एयरबेस पर विमानों का जत्था उतरा था। यह फ्रांस से भारत के लिए उड़ान के दौरान एकमात्र पड़ाव था। 30,000 फुट की ऊंचाई पर एक फ्रांसीसी टैंकर से हवा में इन लड़ाकू विमानों में ईंधन भरा गया था। राफेल लड़ाकू विमान भारत के दो दशकों में लड़ाकू विमानों का पहली बड़ी आपूर्ति है और इनसे भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमताओं को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद है।


दो सुखोई विमानों ने किया राफेल का एस्कॉर्ट

भारतीय वायु सीमा में जैसे ही पांचों राफेल विमानों ने प्रवेश किया, उसके बाद वायु सेना ने अपने दो सुखोई विमानों को भेजा। दोनों विमानों ने राफेल को एस्कॉर्ट किया। वायु सेना ने इन तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा कि सुखोई SU-30s ने विमानों का स्वागत किया। तस्वीरों में कुल सात विमान नजर आए, जिसमें से दो विमान सुखोई थे, जबकि अन्य पांच लड़ाकू विमान राफेल थे।


बेहतरीन लड़ाकू विमानों में एक है राफेल

निर्विवाद ट्रैक रिकॉर्ड वाले इन राफेल विमानों को दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है। फ्रांस के बोरदु शहर में स्थित मेरिगनेक एयरबेस से 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करके ये विमान आज दोपहर हरियाणा में स्थिति अंबाला एयरबेस पर उतरे।


गृह मंत्रालय ने जारी किया अनलॉक 3 के गाइडलाइंस GS NEWS

केंद्र सरकार ने बुधवार को अनलॉक 3 के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके तहत पांच अगस्त से जिम और योग के संस्थानों को खोलने की इजाजत दे दी गई है। वहीं, रात के कर्फ्यू को भी हटा दिया गया है।

1 अगस्त से अनलॉक-3:देशभर से नाइट कर्फ्यू हटाया जाएगा, 5 अगस्त से योग इंस्टिट्यूट्स और जिम खुल सकेंगे, स्कूल-काॅलेज 31 अगस्त तक बंद ही रहेंगे


गृह मंत्रालय ने अनलॉक-3 की गाइडलाइन बुधवार को जारी कर दी। गाइडलाइन के मुताबिक, रात में लोगों के आने-जाने पर पाबंदी हटा दी गई है। इसके साथ ही योग संस्थान और जिम को 5 अगस्त से खोलने की मंजूरी दे दी गई है।
अनलॉक-3 में क्या छूट

नाइट कर्फ्यू हटा दिया गया है यानी रात में लोगों के आने-जाने पर पाबंदी नहीं रहेगी।
5 अगस्त से योग संस्थान, जिम खोलने की मंजूरी। एसओपी का पालन सख्ती के साथ करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य।
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाए जा सकेंगे। इस दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा।
वंदे भारत मिशन के तहत सीमित दायरे में इंटरनेशनल एयर ट्रैवल को मंजूरी। इसे आगे और ज्यादा बढ़ाया जाएगा।
कंटेनमेंट जोन के बाहर मेट्रो, सिनेमा हॉल, एंटरटेनमेंट पार्क, बार, ऑडिटोरियम, सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, मनोरंजक और शैक्षणिक कार्यक्रमों को छोड़कर बाकी सारी गतिविधियों को मंजूरी।

कंटेनमेंट जोन के लिए गाइडलाइन

* कंटेनमेंट जोन में 31 जुलाई तक सख्ती से लॉकडाउन लागू किया जाना चाहिए।

* राज्य सरकार बेहद ध्यान से कंटेनमेंट जोन का निर्धारण करें। कंटेनमेंट जोन के बारे में जानकारी वेबसाइट पर साझा की जाएगी।

* केवल जरूरी सेवाओं को मंजूरी दी जाएगी, इसके अलावा किसी भी चीज की नहीं।

* राज्य सरकारें हर गतिविधि की सख्त निगरानी करेंगी। इन जोन के लिए दिए गए निर्देशों का सख्त से पालन करवाया जाए।

TMBU में 15 अगस्त के बाद शुरू होगा स्नातक में नामांकन की ऑनलाइन प्रक्रिया GS NEWS

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ अब स्नातक में ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया पर भी काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में अगस्त के पहले सप्ताह में अधिकारियों की बैठक होगी। जिसमें नामांकन की प्रक्रिया और तिथि पर मुहर लग जाएगी। साथ ही शेड्यूल भी जारी हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 15 अगस्त के बाद ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। 

जानकार बताते हैं कि नामांकन से संबंधित सारी फाइल विश्वविद्यालय में है। इसलिए जबतक कंटेनमेंट जोन (विश्वविद्यालय परिसर) नहीं हटेगा तब तक नामांकन से संबंधित कार्य शुरू नहीं होगा। यह प्रक्रिया चार अगस्त (मंगलवार) से शुरू होने की संभावना है। विश्वविद्यालय परीक्षा समन्वय प्रो. एके ठाकुर ने कहा कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया में भी छात्रों को देर नहीं होने दी जाएगी। विश्वविद्यालय खुलने के साथ ही प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। 
नामांकन की प्रक्रिया में आवेदन के समय छात्रों को पांच कॉलेज व तीन विषयों को चुनने का अधिकार मिलेगा। ऑनलाइन फॉर्म में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छात्र आवेदन कर सकेंगे। ताकि कम से कम गलती हो। गलती होने पर फौरन छात्रों को सूचना चली जाएगी। ताकि वह इसमें सुधार कर सकेंगे।
 
ईमेल व व्हाट्सएप नंबर तक लिया जाएगा
आवेदन के साथ ही छात्रों का अपना ईमेल आईडी और व्हाट्सएप नंबर भी देना होगा। ताकि उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा किसी भी तरह की सूचना आसानी से भेजी जा सके। जानकारी हो कि इंटरमीडिएट के रिजल्ट के प्रकाशन के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। राजभवन और प्रभारी कुलपति का निर्देश मिलने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस बार नामांकित छात्रों का ईमेल व व्हाट्सएप नंबर कॉलेज को भी उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि ऑनलाइन पाठ्यक्रम में किसी तरह की परेशानी न आए।
 
वित्त कमेटी की बैठक और चंपा पर चर्चा 
कंटेनमेंट जोन हटने के बाद विश्वविद्यालय पहले सप्ताह में ही वित्त कमेटी की बैठक करने जा रहा है। ताकि जो भी लंबित कार्य है। उसमें तेजी लायी जा सके। इसके अलावा चंपा के पुनर्प्रकाशन को लेकर भी बैठक होगी। जानकारी हो कि स्थापना दिवस के दिन चंपा का पुनर्प्रकाशन होना था। मगर कंटेंनमेंट जोन होने की वजह से प्रकाशन का काम रोक दिया गया है।