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शुक्रवार, 2 जून 2017

नवगछिया : रंगरा जिला परिषद् सदस्य पर ठगी करने का आरोप

नवगछिया
रंगरा  जिला परिषद सदस्य व भाजपा नेत्री शबाना आज़मी के विरुद्ध गोपालपुर थाना क्षेत्र के अभिया बाजार निवासी राधे मंडल की पत्नी अनीता देवी ने ऋण दिलाने का सब्जबाग दिखाकर हजारों रुपए ठगी कर लेने का आरोप लगाते हुए नवगछिया व्यवहार न्यायालय में मुकदमा दायर किया है. अनीता देवी का कहना है कि उनकी मुलाकात शबाना आजमी से वर्ष 2015 में हुई थी. उस वक्त वे थी जदयू में थी. 6 अगस्त 2015 को शबाना आजमी ने उनके साथ कई महिलाओं को  बैंक से ऋण दिलाने का प्रलोभन देकर उनके साथ कई महिलाओं से रकम की उगाही कर ली. अनीता देवी का कहना है कि उनसे 25,000 रुपया, पूजा देवी से 25000 रुपया, मीना देवी से ₹12000 रुपया, सावित्री देवी से 22000 रुपया, मंटू मंडल से ₹6000 रुपया, बबलू मंडल से ₹22000 रुपया, गोरेलाल मंडल से ₹11000 रुपये, अतुल देवी से ₹11000 रुपये, मंजू देवी से 11000 रूपया, ललिता देवी से ₹11000 रुपये, इंदिरा देवी से ₹11000 व शंकर चौरसिया से भी ₹11000 की ठगी की गई. अनीता देवी का कहना है कि शबाना आजमी ने उन लोगों को बोला था कि एक माह के अंदर सबों को ऋण दिलवा दिया जाएगा. जब 6 माह बीत जाने के बाद भी उन लोगों को ऋण नहीं मिला तो उन लोगों ने शबाना आजमी फिर इनके बारे में बातचीत की तो उनका कहना था कि दो-तीन माह में सबों का काम हो जाएगा. 30 मई 2017 को कथित रूप से ठगी के शिकार हुए लोगों ने शबाना आजमी से ऋण की बाबत पूछताछ करने गए तो उन लोगों को गाली गलोज कर कर भगा दिया और कहा की अब ना तो ऋण मिलेगा और ना ही पैसा वापस होगा.

जिला परिषद सदस्य ने कहा

आरोप पूरी तरह से निराधार है. इस तरह की कोई बात नहीं है. वे अनिता देवी को जानती जरूर है लेकिन इस तरह के किसी भी आरोप से वह अनभिज्ञ हैं. मामला स्थानीय राजनीति से प्रेरित है.

आज दोपहर 12 बजे से CBSE 10th का परिणाम होगा जारी , पढ़े कैसे देखें किसी का परिणाम

पटना
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) आज 10वीं कक्षा की परीक्षाओं के नतीजे घोषित करेगा। रिजल्ट को जानने के लिए बिहार में छात्र आज सुबह से उत्साहित हैं। राजधानी पटना में साइबर कैफे में रिजल्ट देखने की विशेष व्यवस्था की गई है। छात्रों के साथ अभिभावक भी उत्साहित हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक आज दोपहर बारह बजे के बाद किसी भी वक्त रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। मॉडरेशन पॉलिसी के तहत इस बार रिजल्ट जारी किया जाएगा।  इस साल कुल 16,67,573 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इस साल सीबीएसई की10वीं के एग्जाम 9 मार्च से शुरू होकर 10 अप्रैल तक चले थे। बस कुछ देर के बाद सीबीएसई की सभी वेबसाइटों पर यह नतीजे प्रकाशित कर दिए जाएंगे।

मॉडरेशन पॉलिसी की वजह से रिजल्ट में हुई देरी

बता दें कि मॉडरेशन यानी नंबर बढ़ाने की पॉलिसी को लेकर चली खींचतान की वजह से इस बार सीबीएसई का 12वीं के रिजल्ट में भी थोड़ा लेट हो गया था। कॉलेज के हाई कट-ऑफ को देखते हुए सीबीएसई ने मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म कर दिया था, जिसके अंतर्गत कठिन सवालों पर स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए जाते हैं।

वहीं, अभिभावकों की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने मॉडरेशन पॉलिसी का अनुसरण करने का निर्देश बोर्ड को दिया था। दिल्ली हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि इस वर्ष परीक्षा में स्टूडेंट्स का मूल्यांकन ग्रेस मार्क्स पॉलिसी के आधार पर किया जाए।

बोर्ड ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख न करने का फैसला किया था। मॉडरेशन पॉलिसी के अंतर्गत कठिन सवालों के लिए स्टूडेंट्स को 15 प्रतिशत अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान है।

कैसे देखें परिणाम

एक बार परिणाम जारी किए जाने के बाद आप इन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के वेब होस्टिंग लिंक www.results.nic.in, www.cbseresults.nic.in
और
www.cbse.nic.in
पर देख सकते हैं।

कैसे करें लॉग इन

रिजल्ट देखने से पहले अपने सभी जरूरी डिटेल्स अपने पास रख लें।

जैसे प्रमाण पत्र, जन्म, रोल नंबर, स्कूल नंबर और केंद्र कोड वगैरह को अपने साथ रखें या इनकी डिटेल नोट करके साथ जरूर रखें।

ऐसे देखें परिणाम

रिजल्ट जारी होने के बाद सबसे पहले बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट  www.cbseresults.nic.in  पर जाएं. यदि यह नहीं खुलती तो आपके पास दूसरे विकल्प भी हैं। आप  www.results.nic.in  या www.cbse.nic.in पर भी रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

अब वेबसाइट पर लॉगिन करें।

इसके बाद रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करें।

रिजल्ट देखते समय अपने सीबीएसई रोल नंबर, स्कूल नंबर और सेंटर नंबर साथ ही रखें।

जरूरी जानकारी भरें और सबमिट का बटन दबाएं। 

सबमिट का बटन दबाते ही रिजल्ट आपके सामने होगा।

इसे सेव कर लें और डाउनलोड करना न भूलें।

पिछले साल 28 मई को ही आ गए थे रिजल्‍ट

पिछले साल सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट 28 मई को ही जारी हो गए थे और 96.36 प्रतिशत पासिंग पर्सेंटेज के साथ लड़कियों ने बाजी मारी थी। लड़कों का पासिंग पर्सेंटेज 96.11 प्रतिशत था।

बिहार टॉपर्स स्कैम 2 : गणेश गया जेल , मैट्रिक की डिग्री भी रद , अब होगी अगली टॉपर की घोषणा

GS:

आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार ने स्वीकार किया कि उससे गलती हुई है। उसने नौकरी करने के लिए उम्र छुपायी और दोबारा मैट्रिक और इंटर की परीक्षा दी। बोर्ड ऑफिस में बात करते वक्त गणेश के चेहरे पर घबराहट साफ दिखायी दी रही थी।

गणेश ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है इसलिए नौकरी के चक्कर में उसने उम्र छिपाकर दोबारा परीक्षा दी थी। बताया कि घर की माली हालत ठीक नहीं। वह दलित है और उसके दो बच्चे हैं। अभी ट्यूशन पढ़ाकर खुद पढ़ाई करता है। घर चलाना उसके लिए मुश्किल था। उसे किसी ने दोबारा परीक्षा देने की सलाह नहीं दी थी। खुद उसने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए दोबारा परीक्षा दी। स्कूल से फॉर्म भरने के लिए उसने शुल्क के रूप के एक हजार रुपये दिए थे। वह दलित वर्ग से आता हूं और उसके दो बच्चे हैं।
सुबह ही पहुंचा था बोर्ड कार्यालय

गणेश बोर्ड कार्यालय सुबह ही पहुंचा था लेकिन उसे मीडिया की नजरों से बचाकर रखा गया। गणेश से दिन भर पूछताछ की गयी। इसके बाद वह मीडिया के सामने आया। 

स्कूल प्रबंधन से कहा था सर हम पढ़ना चाहते हैं

गणेश ने कहा कि स्कूल प्रबंधन से उसने अनुरोध किया था कि वह पढ़ना चाहता है। इसके बाद प्रबंधन द्वारा उससे फार्म भरवाया गया। शुरू में गणेश मीडियाकर्मियों के सवालों से बचता रहा फिर अध्यक्ष से मिलने की बात करने लगा। उसने कहा कि वह अध्यक्ष से बात करना चाहता  है। उसने कहा कि उम्र छुपाई थ्री लेकिन  कॉपियों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की।

बिहार बोर्ड के इंटर आर्ट्स टॉपर का रिजल्‍ट रद, FIR दर्ज ...अब होगी गिरफ्तारी

पटना । 

बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा के रिजल्‍ट में नया मोड़ आया है। बोर्ड ने विवादों से घिरे आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार का रिजल्‍ट रद कर दिया है। उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। इसकी जानकारी शुक्रवार को बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने देर शाम दी।

विदित हो कि बीते दिनों जारी बिहार बोर्ड के रिजल्‍ट के बाद इंटर आर्ट्स के टॉपर को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे थे। समस्‍तीपुर के एक स्‍कूल से परीक्षा देने वाले गणेश ने संगीत विषय से परीक्षा देकर टॉप किया था, जबकि स्‍कूल में संगीत शिक्षा की मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। हालांकि, बोर्ड चेयरमैन के अनुसार गणेश ने परीक्षा फॉर्म भरने में उम्र छिपाई है।

बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि गणेश ने बोर्ड को धोखे में रखा। उसकी उम्र 42 साल है, जबकि उसने बोर्ड का फॉर्म भरने में उम्र 24 साल दर्ज की थी। चेयरमैन के अनुसार गणेश दो बच्‍चों का पिता भी है। उम्र घटाने के लिए उसने पहले मैट्रिक, फिर इंटर की परीक्षा दी थी। गणेश ने उम्र घटाने के लिए ऐसा किया था। चेयरमैन के अनुसार गणेश की मैट्रिक व इंटर, दोनों परीक्षाओं के रिजल्‍ट रद कर दिए गए हैं।

बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि गणेश ने समस्‍तीपुर के जिस स्‍कूल से परीक्षा का फॉर्म भरा था, उसके प्रबंधन से भी स्‍पष्‍टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक उत्‍तर नहीं मिलने पर विधिसम्‍मत कार्रवार्ठ की जाएगी। स्‍कूल का निबंधन भी रद होगा।

इस मामले में बिहार बोर्ड की तरफ से किसी चूक से इन्‍कार करते हुए चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा व मूल्‍यांकन में कहीं कोई गउ़बड़ी नहीं हुई है। उन्‍होंने इंटर आर्ट्स के सेकेंड टॉपर को टॉपर घोषित किया।

RESULT ALERT: जानिए कब आएगा बिहार बोर्ड मैट्रिेक का रिजल्‍ट !

पटना

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) का मैट्रिक (10वीं) का रिजल्ट 12 जून तक आने की संभावना बताई गई हैं। जानकारी के अनुसार बिहार बोर्ड की मैट्रिेक की परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होकर आठ मार्च तक चलीं थीं। पहले इसके रिजल्‍ट के मई अंत तक आने की उम्‍मीद थी। लेकिन, बोर्ड के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अब इसके 12 जून तक आने की उम्‍मीद है।
छात्र रिजल्‍ट को बिहार बोर्ड की वेबसाइट पर देख सकते हैं। बताते चले कि बिहार बोर्ड का इंटर रिजल्‍ट 30 मई को जारी किया जा चुका है। इसमें अघिकांश छात्र फेल हो गए हैं। इसके प्रमुख कारण कदाचाररहित परीक्षा व मूल्‍यांकन को बताया जा रहा है। हालांकि, स्‍कूलों में पढ़ाई की समस्‍या को ले सरकार की आलोचना भी की जा रही है। 10वीं के रिजल्‍ट में भी इंटर की तरह ही गिरावट की आशंका बताई जा रही हैं।

गुरुवार, 1 जून 2017

BSEB टॉपर घोटाला-2 की ओर बढ़ता बिहार ! रूबी के बाद अब गणेश….

पटना :
बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट में एक बार फिर से टाॅपर घोटाले का मामला सामने आया हैं। मीडिया में आ रही खबर के अनुसार बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट की पिछले साल की आर्ट्स टाॅपर रही रूबी राय की ही तरह इस साल का आर्ट्स टाॅपर गणेश भी सवालों के घेरे में घिरता दिखाई दे रहा है। वजह यह है कि इस साल का आर्ट्स टाॅपर गणेश रिजल्ट निकलने के दो दिन बाद कैमरे के सामने आया है। दो दिनों से लोग उसे ढूंढ रहे थे और वो ढूंढने से भी नहीं मिल रहा था। कैमरे के सामने आये गणेश को संगीत की सामान्य जानकारी भी नहीं और उन्हें संगीत विषय में प्रैक्टिकल में 70 में 65 अंक मिले हैं। वहीं म्यूजिक के 30 अंक की थ्योरी में उसे 18 अंक मिले हैं। वहीं उन्हें हिंदी में 100 में 92 अंक मिले हैं। जानकारी के अनुसार मेरिट घोटाले को लेकर बदनाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इस बार भी इंटर कला (आ‌र्ट्स) संकाय के टाॅपर गणेश कुमार को लेकर सवालों के घेरे में है।

गौरतलब हो की उसने जिस रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय, चकहबीब, (ताजपुर) समस्तीपुर से पढ़ाई की और फाॅर्म भरा, वह विद्यालय बिल्कुल साधनविहीन है। ऐसे स्कूल से स्टेट टाॅपर निकलने की बात संदेह पैदा करती है। जिस स्कूल से गणेश कुमार ने टाॅप किया है, इस स्कूल में एक भी प्रशिक्षित शिक्षक नहीं है। स्कूल में मात्र छह क्लास रूम हैं। इनमें न तो दरवाजा है और न ही खिड़की। ना ही दीवार पर प्लास्टर है और न ही फर्श बनी हुई है। प्रयोगशाला भी नाम के लिए है। लाइब्रेरी में नाममात्र की किताबें हैं। भवन की पक्की छत भी नहीं है। ना ही स्कूल में बिजली है। इतना ही नही सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस स्कूल के नाम की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी तक को भी नहीं थी।

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हालांकि स्कूल प्रबंधन की राजनीतिक गलियारों में पहुंच होने की बात सामने आ रही है। गणेश गिरिडीह से इस साधनविहीन स्कूल में क्यों पढ़ने आया? यह शक पैदा कर रहा है। इसी बीच एक और बात सामने आई हैं कि गणेश ने जब परीक्षा का फाॅर्म भरा तो उसने विषय में होम साइंस, म्यूजिक, हिंदी, अंग्रेजी, मनोविज्ञान लिखा था। बाद में उसने होम साइंस के बदले सोशल साइंस ले लिया। उसके फाॅर्म में दाखिले की भी कोई तिथि नहीं अंकित है। वहीं स्थानीय पता भी नहीं लिखा हुआ है। इंटर परीक्षार्थी की उम्र अमूमन 17 -18 वर्ष होती है। लेकिन गणेश की उम्र 24 वर्ष है। विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र में जन्म तिथि 2 जून, 1993 अंकित है। इन सारी बातों के बाद समस्तीपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी बीके ओझा का कहना है कि इस संस्थान के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। टाॅपर के बारे में सूचना मिली है। उन्होंने कहा हैं कि फिलहाल इस संस्थान की जांच कराई जाएगी।

मंगलवार, 30 मई 2017

बिहार इंटर में 70% बच्चे फेल तो इसके कौन जिम्मेवार ..??? पढ़िए ऐसी खबर ।

GS:
मंगलवार को इंटर की परीक्षा के तीनों संकाय के परिणाम जारी हो गए जिसमें 70% बच्चे फेल हो गए ।

आइये  पढ़िए  उनकी जुबानी जिससे हम स्वंग सोचे की गलती किसकी  , जिम्मेवार कौन .?

कल जैसे ही बिहार इन्टरमिडिएट के परिणाम कि घोषणा हुई पूरा देश अवाक रह गया। लोगों के दोषारोपन का दौर शुरू हुआ सबसे पहले सरकारी विधालय के शिक्षक एवं काँपी मुल्यांकन कि व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराने लगे। दिल पर हाथ रख कर सोचिए क्या खराब रिजल्ट का यही कारण है? हम अपने आस पडोस मे देखते है कि इन्टर का छात्र नमांकित जरूर किसी संस्थान से होता है लेकिन वह ट्यूशन किसी निजि शिक्षक से लेते है जो इस बात कि तसल्ली अभिभावक को दिलाने मे सफल होते है कि सरकारी व्यवस्था के भँवर जाल से बचाने के लिए हम है खेवनहार। यह तसल्ली अभिभावक के जेब ढिली करने को विवश कर देती है। क्या सवाल एसे शिक्षा माफिया से नही पूछा जाना चाहिए जो सपने बेचकर अपनी तिजौरी भरते है? सवाल निजि शिक्षक पर बनता है। लालकेश्रर और बच्चा राय जैसे लोगों ने बिहार शिक्षा व्यवस्था को दीमक कि तरह खोखला कर दिया है। मै बिहार इन्टरमिडिएट के परिणाम बदलते शिक्षा व्यवस्था कि नीव साबित होगी इस रूप मे देख रहा हुँ। सरकार यहाँ प्रशंसा के पात्र है जिन्होने परिणाम कि लीपापोती करने के बजाय सच का सामना करना ही बेहतर समझा। सरकार ने छात्रों के बीच यह संदेश दे दिया है कि शिक्षा माफिया के सहारे डिग्री हासिल करना सूर्य से नजरें मिलाने जैसा हो गया है अब पढना होगा। मै आशा करता हुँ आगे बेहतर परिणाम देखने को मिलेन्गे। मै व्यक्तिगत तौर पर सरकार के एसे स्वस्थ प्रयास कि प्रशंसा करता
हूँ ।

अभिभावक को चाहिए कि वो तथाकथित गुरू द्रोण ( शिक्षा माफिया)से बचकर बच्चों के सबसे बहुमुल्य समय जब वह मैट्रिक के बाद माता -पिता के बंधन से मुक्त होकर घर से बाहर शहरों कि तरफ पढने जाते है । जहाँ वह पहली बार अपनी बनियान माँ पापा नही वो खुद से खरीदतता है और सोचता है मै अब आजाद हुँ इस गगन मे उडने के लिए यौवन कि मादकता उसे मुख्य उदेश्य से भटका देती है । निजि शिक्षा माफिया इसी का फायदा उठा कर बच्चों के भविष्य के साथ खेल जाते है जहाँ उसका उदेश्य शैक्षणिक स्तर को बढाना नही होता है खुद के आर्थिक स्तर को बढाना होता है। अभिभावक से विनम्र निवेदन है कि एसे माफिया से बचिए व बच्चों के बहकने कि उम्र इन्टरमिडिएट तक ही होती है उसके बाद उसे अपने अच्छे बुरे का फैसला लेने मे सक्षम होता है तब तक अपने देखरेख मे पढने का अवसर प्रदान करें किसी माफिया के भरोसे अपने बच्चे का भविष्य दाँव पर न लगाए।

सत्यम शांडिल्य
तेलघी , नवगछिया

भागलपुर : इंटर साइंस में फेल होने पर छात्रा नें की ख़ुदकुशी

पीरपैंती :
पीरपैंती के योगिया तलाब  गाँव में आई एस सी के रिजल्ट आने पर फेल की जानकारी पाकर खुशबु कुमारी ने दुपट्टा से पंखा में लटक कर आत्महत्या कर लिया । छात्रा के नाना राम गणेश महतो  के घर बचपन से ही रहकर पढती थी खुशबु । साहेबगंज तालबंना का रहने वाली थी तथा  एसएसवी कॉलेज की छात्रा थी ।छात्रा का रोल कोड - 71020 , रोल नम्बर - 170200045 हैं ।

नवगछिया : टोल टैक्स प्लाजा के पास सफ़ारी गाड़ी से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद

GS:
भागलपुर नवगछिया एनएच 31 रोड पर के टोल प्लाजा के पास टाटा सफारी गाड़ी मिला जिसमें कि भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त किया गया, जब्त गाड़ी को नवगछिया टाईगर मोबाइल पुलिस व नवगछिया पुलिस के द्वारा कार्यवाही कर गाड़ी बरामद किया गया।

भागलपुर जिलाधिकारी नें नारायणपुर मनरेगा पदाधिकारी को किया बर्ख़ास्त

GS:

नवगछिया अनुमंडल के नारायणपुर प्रखंड  के मनरेगा  कार्यक्रम पदाधिकारी(पीओ) जीतेन्द्र कुमार को भागलपुर के जिलाधिकारी आदेश तितिरमारे ने पद से बर्खाश्त कर दिया ।

नवगछिया : काफ़ी ख़राब रिजल्ट के बीच भी मदन अहिल्या की मेहर असद नें 349 अंक के साथ किया विज्ञान में टॉप

GS:
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा मंगलवार को इंटर के तीनों संकाय , विज्ञान , कला एवं कॉमर्स का परिणाम जारी कर दिया । नवगछिया में विज्ञान में इंटर रिजल्ट में  नवगछिया के कई छात्र छात्राओं ने काफी खराब रिजल्ट के दौरान भी फर्स्ट डिवीजन से पास कर बाजी मार ली है।
जानकारी के अनुसार विज्ञान विषय में मदन अहल्या कालेज की छात्रा मेहर असद को 349, शिवांगी गुप्ता को 304, जीबी कालेज के छात्र आलोक राज को 342, बनारसी लाल सराफ कालेज के छात्र देव कुमार को 325, आनंद कुमार को 322, अलोक सिंह को 306 अंक मिले हैं। वहीँ रोमन कुमार को 272 अंक मिले हैं।

लक्ष्मीकान्त घूमना जिनका शौक मगर उसमें भी नजरें ढूंढ़ती हैं कुछ खास जो समाज को प्रेरित करे

GS

बरुण बाबुल , गोसाई गाँव समाचार 

यूँ तो पत्रकार के गाड़ी में प्रेस लिखा देख आप समझ सकते है कि यह पत्रकार की गाड़ी हैं । खबर की खोज जारी हैं । मगर बिहार राज्य के भागलपुर कमिश्नरी में एक ऐसे भी वरिष्ठ पत्रकार हैं यो स्वगं अकेले चलते हैं । मगर उनकी निगाहें ही कैमरा है । सच पूछिए तो घूमना उनका शौक मगर नज़रों कैमरे की तरह काम करती है । कैमरे का काम तस्वीर में दृश्य को परिवर्तन करना हैं । मगर इनका काम तस्वीर को समाचार के जरिये पुरे देश वासियों के सामने रख देना हैं। बिना प्रेस की गाड़ी भारत की किसी छोर की हरियाली उनके नजरों से बचता नहीं हैं । जी हां मैं बात कर रहा हूँ लक्ष्मीकांत दुबे की । दैनिक भास्कर के भागलपुर संस्करण प्रारंभ होने के कुछ समय बाद ही इनका कर्मभूमि भागलपुर बना । जिले के कई दूर दराज गाँव , शहर की बड़ी बड़ी खामियां , लापरवाही , समस्या एवं गौरवान्वित जगह , लोग , अद्धभुत कला के धनी , अनोखें कार्य वाले।लोगों , स्थानों को इन्होनें समाचार के माध्यम से सबों के बीच रखा हैं । गत वर्ष भागलपुर जिले के खेल प्रेमी एवं बच्चों के जिद पर जिला स्कुल के मैदान को प्रशासन जो इस मैदान पर बिल्डिंग खड़ा करना चाह रहे थे । उनसे समाचार के माध्यम से मुक्त कराया एवं प्रकार से कई सैकड़ों खबर अब तक समाचार के माध्यम से समाज के सामनें रखा हैं ।


भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के कई गाँव के बड़े - बुजुर्ग सहित बच्चे भी इनको पहचानते हैं । गोसाईं गाँव के पढनें लिखनें वाले कई दर्जन बच्चे को दुबे सर - दुबे सर कहते आप अपनें आँखों से देख सकते हैं ।

सोशल मिडिया फ़ेसबुक पर इनकी जितनी भी तस्वीर अपलोड होती हैं । उसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं की इनकी यह घुमंतू अंदाज कितनें गाँव - कस्बों को संवारता हुआ कितनों  को गौरव शाली बना देता हैं ।

इनका परिचय इनका कार्य हैं । उत्तर प्रदेश के  गोरखपुर से पत्रकारिता का सफर इन्होनें  शुरू किया था । बंगाल, पंजाब, मध्य प्रदेश , राजस्थान आदि जगहों पर भी काम कर चुके हैं । पिछले दो साल से बिहार के भागलपुर में हैं और कम समय में ही सबके प्रिय बन चुके हैं ।


इनकी कई खबर को गोसाईं गाँव समाचार नें जमाकर आपके सामनें रखा हैं । मगर इनकी पहचान दैनिक भास्कर भागलपुर संस्करण की पेज हैं । सोशल मिडिया फ़ेसबुक पर इन्हें  5 हजार से अधिक लोगों ने फॉलो कर रखा हैं  । जिससे हम आप इनकी लोकप्रियता को आसानी से जान सकते हैं ।

एक बात और की लक्ष्मीकांत दुबे को बच्चे बहुत ही पसंद हैं और बच्चे भी इन्हें बहुत प्यार करते हैं । कोई भी छोटा बच्चा हो , जरा सा इनका मिजाज थोड़ा भी इधर - उधर हुआ ही बस गले पकड़ कर लटक गये । इन्हें बच्चों से बहुत लगाव हैं खासकर वैसे बच्चे जिनका कोई नहीं हैं इसलिए नियमित रूप से ये रामनंदी अनाथालय नाथनगर जाते रहते है कुछ ना कुछ सामग्री लेकर । प्रत्येक वर्ष ये अपनें जन्मदिन भी अनाथालय के बच्चों के साथ मानते हैं वहां के बच्चे भी इन्हें देख कर ख़ुशी मानाने लगते है ताली बजाकर इनका स्वागत करते हैं ।
       अख़बार कार्यालय में स्कूली बच्चो को जानकारी देते हुए


पत्रकार हैं यह मगर एक मिसाल हैं अंग प्रदेश भागलपुर की ।

भागलपुर जिलाधिकारी आदेश तितिरमारे के साथ 
                                      
       क्रिकेटर राजेश कुमार से साक्षात्कार 

                  नवगछिया में भीषण बाढ़ में भी रिपोर्टिंग
       घूमना शौक हैं 

      बच्चों को पुरुस्कृत करते हुए 


       नवगछिया में मित्रों के साथ 
लक्ष्मीकांत दुबे की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे की ख़बर जिसे पुरे देश में पसंद किया गया , आपके लिए ...








सोमवार, 29 मई 2017

नवसृजित विद्यालयों हेतु डीएम ने लिया संज्ञान : मुकेश मंडल

रंगरा :
भागलपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों में नवसृजित विद्यालयों की स्थापना कई वर्ष पूर्व की गई इसमें से 66 नवसृजित विद्यालयो को अद्यावधि तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण भवन निर्माण नहीं हो पाया जिसके कारण विद्यालय या तो सामुदायिक भवन या किसी विद्यालय में टैग संचालित हो रहे हैं पिछले दिनों प्रधान सचिव शिक्षा विभाग का निर्देश जारी हुआ है अगर किसी विद्यालय को जमीन उपलब्ध नहीं हो पाता है तो उस विद्यालय का (मर्जर) संविलियन निकटस्थ विद्यालय में कर दिया जाए उक्त स्थिति को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री फूलबाबू चौधरी की पहल पर जिलाधिकारी महोदय श्री आदेश तितरमारे ने संज्ञान लेते हुए सभी अंचलाधिकारी को पत्र लिखकर तत्काल कृत कार्रवाई से अवगत कराने को कहा है इस कार्य में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सहयोग करने कहा गया है इस संबंध में वरीय प्रखंड साधनसेवी रंगरा चौक श्री मुकेश मंडल ने कहा है इस सराहनीय पहल का पदाधिकारी द्वय का हम दिल से धन्यवाद करते हैं निश्चित रूप से इस सकारात्मक पहल के परिणाम आएंगे प्रखंड रंगरा चौक के कई विद्यालयों हेतु जमीन उपलब्ध है परंतु विभागीय पदाधिकारी की उदासीनता के वजह से राज्यपाल के नाम से निबंधन नहीं हो पाने के कारण भवन नहीं बन पाया है जैसे जहांगीरपुर वैसी पंचायत में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बहेलिया टोला हेतु जमीन उपलब्ध है परंतु निबंधन की प्रक्रिया नहीं हो पाई है इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय तीयर टोला रंगरा चौक में जमीन उपलब्ध है परंतु कुछ विवाद के वजह से वहां भी कार्य लंबित है नवसृजित कुम्हार रजक टोला में भी लगभग इसी प्रकार की स्थिति है यथाशीघ्र कार्य का संपादन करते हुए शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति नवसृजित विद्यालयों में किया जाए ।