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बुधवार, 15 जुलाई 2020
पटना :- हाइ कोर्ट में लॉकडाउन के दौरान नहीं होगा काम, कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को आने की इजाजत GS NEWS
बिहार में आज से लॉकडाउन का असर:- इमरजेंसी हो तभी घर से निकलें बाहर, नहीं तो जब्त हो जाएगी गाड़ी GS NEWS
बिहार में गुरुवार से दोबारा लॉकडाउन है। राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए कई पाबंदियां लगाई हैं। धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे। भीड़भाड़ वाले तमाम आयोजनों पर पूरे महीने रोक रहेगी। बाजार से लेकर पार्क तक नहीं खुलेंगे। बस सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। सिर्फ जरूरी काम से ही लोग आ जा सकते हैं। लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस ने भी कमर कस ली है।
बिहार में 16 से 31 जुलाई तक लॉकडाउन लगाया गया है। राज्य, जिला, अनुमंडल और ब्लॉक मुख्यालय के अलावा सभी नगर निकायों में यह प्रभावी है। राजधानी पटना में गुरुवार से लॉकडाउन प्रभावी हो गया है। इस दौरान जिला प्रशासन ने केवल वैसे ही लोगों को घर से बाहर निकलने की छूट दी है जो अति आवश्यक कार्य से जा रहे हैं। इस बार वाहनों की पास की सुविधा नहीं रखी गई है लेकिन सड़कों पर वाहनों की चेकिंग होगी। राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि लोग अपना जरूरी काम करें लेकिन प्रयास करें कि लॉकडाउन की अवधि में घर में ही रहें। बगैर आवश्यक कार्य के बाहर निकलने पर लोगों के वाहन जब्त किए जा सकते हैं। पटना डीएम कुमार रवि का कहना है कि लॉकडाउन को लेकर लोगों में स्वयं जागरूकता आनी चाहिए।
खुला रहेगा रजिस्ट्री कार्यालय
16 से 31 जुलाई के बीच लॉकडाउन की अवधि में रजिस्ट्री कार्यालय खुले रहेंगे। लेकिन वहां सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जायेगी। किसी भी हालत में रजिस्ट्री कार्यालय में भीड़ नहीं होने का निर्देश दिया गया है। रजिस्ट्री कराने जाने वाले लोग अपने प्राइवेट गाड़ी से कार्यालय आ जा सकते हैं।
31 तक जू और पार्क पूरी तरह रहेंगे बंद
जू और ईको पार्क सहित शहर के सभी 72 पार्क लॉकडाउन के बीच गुरुवार से 31 जुलाई तक मॉर्निग वॉकरों और आम दर्शकों के लिए पूर्णत: बंद रहेंगे।
ये खुले रहेंगे
- हॉस्पिटल एवं इससे संबंधित मेडिकल प्रतिष्ठान सरकारी/प्राइवेट खुले रहेंगे। दुकान, जन वितरण प्रणाली की दुकान, ग्रॉसरी ,फल ,सब्जी ,दूध, मिल्क बूथ ,मीट, मछली ,पशु चारा, कृषि इनपुट आदि।
- बैंक, बीमा ऑफिस,एटीएम, आईटी सर्विस आदि, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया। संचार, इंटरनेट सेवा, ब्रॉडकास्टिंग एवं केबल सर्विस, आईटी आदि।
- ई-कॉमर्स, पैट्रोल पंप,एलपीजी पेट्रोलियम, विद्युत उत्पादन, ट्रांसमिशन, वितरण इकाई एवं सेवा।
- कोल्ड स्टोरेज एवं वेयरहाउस सर्विस, प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस, आतिथ्य सेवाएं होटल/ मोटल/ लॉज।
- रेस्टोरेंट्स ढाबा होम डिलीवरी के लिए खुलेंगे, मरम्मत एवं मेंटेनेंस गतिविधि- मोबाइल रिपेयर,मरम्मत से संबंधित दुकान और गैरेज
- औद्योगिक प्रतिष्ठान, वायु एवं रेल सेवा कार्यरत रहेगा, सभी आवश्यक सेवा से संबंधित वाहन चलेंगे।
- सभी सरकारी वाहन एवं प्राइवेट वाहन जो सरकारी कार्यालयों में कार्यरत हैं चलेंगे, सभी निर्माण गतिविधियां एवं उससे संबंधित दुकान चालू रहेंगे, सभी कृषि गतिविधियां एवं उससे जुड़े दुकान
- ऑनलाइन एवं दूरस्थ शिक्षा चालू रहेंगे, विद्युत ,जलापूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य, बाढ़ ,असैनिक आपूर्ति, जल संसाधन ,कृषि पशुपालन, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे तक जाने की छूट रहेगी
ये बंद रहेंगे
- वाणिज्यिक एवं निजी प्रतिष्ठान, सभी धर्मस्थल सार्वजनिक पूजा के लिए बंद रहेंगे। इन स्थलों पर कोई धार्मिक भीड़ इकट्ठा नहीं किया जा सकता ।
- सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल ,मनोरंजन, एकेडमी, सांस्कृतिक- धार्मिक समारोह एवं जमाव पर प्रतिबंध है, भारत सरकार एवं राज्य सरकार के कार्यालय, इसकी स्वायत्त संस्थाएं, निगम आदि बंद
इन परिस्थितियों में निकल सकते हैं घर से बाहर
बीमारी, श्राद्ध, हॉस्पिटल जाने, कहीं यात्रा करने जैसे विशेष कार्य में आप घर से बाहर निकल सकते हैं। प्रशासन ने ऐसे विशेष परिस्थिति में लोगों को आने जाने की छूट दे रखी है। ऐसी स्थिति में लोग अपने व्यक्तिगत वाहनों को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए पास की जरूरत नहीं होगी।
ध्वस्त हो गया गोपालगंज सत्तरघाट महासेतु पुल का संपर्क पथ,16 जून को सीएम ने किया था उद्घाटन GS NEWS
इसी साल 16 जून को जिस महासेतु का सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन कियें था उस महासेतु का संपर्क रोड़ बुरी तरह ध्वस्त हो गया. इस पुल के पहुंच पथ के ध्वस्त हो जाने के कारण आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गया है. चंपारण, तिरहूत और सारण समेत कई जिलों से संपर्क टूट गया है.
264 करोड़ की लागत बनना सत्तरघाट महासेतु का संपर्क टूटने के कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है. जिसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने पिछले 16 जून को किया था.गंडक में आई बाढ़ से तबाही मची है छपरा- सत्तरघाट मुख्य पथ के पुल के समीप एप्रोच सड़क करीब 30 फीट में ध्वस्त हो गई। टूटी हुई सड़क से पकहां, शीतलपुर, उसरी, गम्हारी दियारा सहित अन्य गांवों से बाढ़ का पानी तेजी से प्रवाह हो रहा है। इससे जमीदारी बांध पर भी खतरा मंडराने लगा है। डीएम अरशद अजीज ने बताया कि एप्रोच सड़क हाल ही में बनाई गई थी। बाढ़ के पानी के दबाव के कारण एक हिस्सा धंसकर टूट गया है। पानी कम होने के बाद सड़क को दुरुस्त कराया जाएगा।
सत्तर घाट मुख्य पुल से करीब एक किलोमीटर पूर्व सड़क के टूट जाने से छपरा, सीवान, गोपालगंज जिलों से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा की ओर आने-जाने वाले वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से सड़क दलदली हो गई थी। इस बीच बाढ़ के पानी से टूट गई है। सड़क का निर्माण करीब छह महीने पूर्व कराया गया था।
स्थानीय विधायक मिथिलेश तिवारी ने पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। विधायक ने बताया कि पथ निर्माण मंत्री ने जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। पूर्वी चम्पारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि सत्तरघाट पुल के बाद का एप्रोच पथ गोपालगंज जिले की तरफ से टूटा है। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
यहां बता दें कि सत्तर घाट पुल का रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसी पथ का चयन रामजानकी पथ में हुआ है। पुल के बन जाने से केसरिया से छपरा, सिवान, गोपलगंज, पटना व कुशीनगर की दूरी कम हो गयी है।