कुल पाठक

बुधवार, 15 जुलाई 2020

ध्वस्त हो गया गोपालगंज सत्तरघाट महासेतु पुल का संपर्क पथ,16 जून को सीएम ने किया था उद्घाटन GS NEWS



इसी साल 16 जून को जिस महासेतु का सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन कियें था उस महासेतु का संपर्क रोड़ बुरी तरह ध्वस्त हो गया. इस पुल के पहुंच पथ के ध्वस्त हो जाने के कारण आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गया है. चंपारण, तिरहूत और सारण समेत कई जिलों से संपर्क टूट गया है.


264 करोड़ की लागत बनना सत्तरघाट महासेतु का संपर्क टूटने के कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है. जिसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने पिछले 16 जून को किया था.गंडक में आई बाढ़ से  तबाही मची है छपरा- सत्तरघाट मुख्य पथ के पुल के समीप एप्रोच सड़क करीब 30 फीट में ध्वस्त हो गई। टूटी हुई सड़क से पकहां, शीतलपुर, उसरी, गम्हारी दियारा सहित अन्य गांवों से बाढ़ का पानी तेजी से प्रवाह हो रहा है। इससे जमीदारी बांध पर भी खतरा मंडराने लगा है। डीएम अरशद अजीज ने बताया कि एप्रोच सड़क हाल ही में बनाई गई थी। बाढ़ के पानी के दबाव के कारण एक हिस्सा धंसकर टूट गया है। पानी कम होने के बाद सड़क को दुरुस्त कराया जाएगा।


सत्तर घाट मुख्य पुल से करीब एक किलोमीटर पूर्व सड़क के टूट जाने से छपरा, सीवान, गोपालगंज जिलों से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा की ओर आने-जाने वाले वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से सड़क दलदली हो गई थी। इस बीच बाढ़ के पानी से टूट गई है। सड़क का निर्माण करीब छह महीने पूर्व कराया गया था। 


स्थानीय विधायक मिथिलेश तिवारी ने पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। विधायक ने बताया कि पथ निर्माण मंत्री ने जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। पूर्वी चम्पारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि सत्तरघाट पुल के बाद का एप्रोच पथ गोपालगंज जिले की तरफ से टूटा है। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।  


यहां बता दें कि सत्तर घाट पुल का रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसी पथ का चयन रामजानकी पथ में हुआ है। पुल के बन जाने से केसरिया से छपरा, सिवान, गोपलगंज, पटना व कुशीनगर की दूरी कम हो गयी है।   


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें