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रविवार, 26 जुलाई 2020

30 जुलाई को हम की वर्चुअल रैली, जीतन राम मांझी करेंगे संबोधित GS NEWS

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई है. वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी वर्चुअल माध्यम से लगातार अपने जिलाध्यक्ष और कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं. इसी कड़ी में आगामी 30 जुलाई को मांझी वर्चुअल रैली करेंगे.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडेय ने कहा कि चुनाव आयोग जब चाहे बिहार में चुनाव करवा ले. हमारी पार्टी चुनाव को लेकर तैयार है. साथ ही उन्होंने कहा कि मांझी की इस वर्चुअल रैली में पूरे बिहार से लोग डिजिटल माध्यम से जुड़ेंगे. 
इस रैली के जरिए जीतन राम मांझी प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं के बीच मोबाइल, लैपटॉप, एलईडी, प्रोजेक्टर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से अपनी बात पहुंचाएंगे.
कई नेता करेंगे रैली को संबोधित
इसके साथ ही  हम के नेता ने बताया कि 30 जुलाई को होने वाली वर्चुअल रैली की तैयारी पूरे जोर-शोर से की जा रही है. इस रैली को राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के अलावे पार्टी के प्रधान महासचिव एमएलसी डॉ. संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री अनिल कुमार, पूर्व एमएलसी उपेंद्र प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष भागवत लाल के साथ कई नेता संबोधित करेंगे.

सीएम ने अधिकारियों को दिया निर्देश, कोरोना इलाज से संबंधित शिकायतें जल्द दूर करें GS NEWS



मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के संबंध में जो शिकायतें मिल रही हैं, उन्हें जल्द दूर करें, ताकि लोगों की किसी प्रकार की कठिनाई न हो। साथ ही उन्होंने कोरोना संक्रमितों की जांच की संख्या और बढ़ाने के निर्देश दिए। 


मुख्यमंत्री ने कोरोना की वर्तमान स्थिति और बाढ़ से संबंधित जानकारी पदाधिकारियों से ली और उन्हें कई निर्देश दिए। कहा कि अब सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना संक्रमण की एंटीजन जांच शुरू हो गई है। इसलिए डिमांड बेस्ड जांच सुनिश्चित हो। इसके लिए किट्स अथवा जिन चीजों भी आवश्यकता है, उसे पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रखा जाए। मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों को निर्धारित मानक के अनुरूप हर सहायता देने का भी निर्देश दिया। 


पटना में 15 दिन में 500 बेड का कोरोना अस्पताल बनेगा 

पटना में 15 दिनों के भीतर 500 बेड का अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है। इसको  लेकर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की एक उच्चस्तरीय टीम ने वेटनरी कॉलेज परिसर व बिहटा का निरीक्षण किया। वैश्विक महामारी में सरकार के दावे फेल नजर आ रहे हैं बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने पीएमसीएच में वेट बढ़ाने का निर्देश दिया परंतु अभी तक पूरा नहीं हो पाया है ! 


स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के 48 घंटे बाद भी शुरू नहीं हुआ PMCH में वेंटीलेटर GS NEWS

बिहार में वैश्विक महामारी का प्रकोप प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है इतना ही नहीं बिहार में  सुचारू रूप से इलाज  भी नहीं हो पा रहा, पीएमसीएच अस्पताल राज्य में काफी प्रतिष्ठित हॉस्पिटल है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बाद सरकार ने यहां 100 बेड का कोविड-19 केयर सेंटर शुरू करने का निर्देश दिया. इसके बाद अस्पताल में 100 बेड का कोविड-19 केयर सेंटर तो शुरू हो गया, लेकिन 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी यहां वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं हो सकी.
25 वेंटीलेटर भेजे गए पीएमसीएच
सरकार की तरफ से पीएमसीएच के कोविड-19 वार्ड के लिए विशेष रुप से 25 वेंटीलेटर भेजे गए हैं, लेकिन अब तक कोविड-19 केयर सेंटर में एक भी वेंटिलेटर सुचारू रूप से कार्यरत नहीं हो पाया है. इस वार्ड की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अस्पताल का निरीक्षण किया था.
कोविड-19 वार्ड में वेंटिलेटर चालू नहीं
निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया कि 24 घंटे के अंदर 25 वेंटिलेटर में से कम से कम चार वेंटीलेटर सुचारु रुप से चालू कर दिए जाएं. ताकि सीरियस कंडीशन वाले मरीजों को इलाज में असुविधा ना हो. लेकिन मंत्री के निर्देश के 48 घंटे बीत चुके हैं और कोविड-19 वार्ड में एक भी वेंटिलेटर चालू नहीं हो पाया है.
अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोविड-19 वार्ड में पिछले 5 दिनों से वेंटीलेटर इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया में है. अस्पताल प्रबंधन इसे जल्द शुरू करने का दावा कर रहा है. लेकिन हकीकत में वेंटिलेटर पीएमसीएच में हाथी दांत बनता नजर आ रहा है.
केयर सेंटर में 46 मरीज एडमिट
जानकारी के मुताबिक रविवार शाम 5:00 बजे तक पीएमसीएच के राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक में कोरोना पेशेंट के लिए डेडीकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर में 46 मरीज एडमिट हैं. लेकिन कोविड-19 केयर सेंटर के सभी बेड पर भी अभी ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है. अभी भी कई बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन लगाने की प्रक्रिया जारी है.
नहीं हो रहा सुचारू रुप से इलाज
अब ऐसा ही हालत रहा तो कुछ दिन दिनों में बिहार में कोरोना से मरने वाले का आंकड़ा सबसे अधिक हो जाएगा और अब ऐसे में यह कोविड-19 केयर सेंटर कोरोना पेशेंट का इलाज कैसे कर पाएगा. बता दें कि मंत्री के निर्देश के बाद आनन-फानन में पीएमसीएच में कोविड-19 केयर सेंटर शुरू तो कर दिया गया. लेकिन अभी भी यहां कोरोना के इलाज में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं आया है.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने एक बार फिर सीएम नीतीश पर हमला किया, पूछे 3 सवाल GS NEWS

बिहार में कोरोना संक्रमण के प्रसार से बिगड़ती स्थिति को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर हमला बोला। कोरोना संक्रमण पर एक के बाद लगातार तीन ट्वीट कर तेजस्वी ने नीतीश को आंकड़े दिखाते हुए उनसे तीन सवाल भी पूछा है।
 तेजस्वी ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्य में अभी तक मात्र 0.35% लोगों की ही जांच हुई है। प्रति 10 लाख पर मात्र 3508 लोगों की जाँच हो रही है जो देश में सबसे कम है। तेजस्वी ने कहा कि बीते 140 दिनों में प्रतिदिन जाँच का औसत सिर्फ़ 3158 है। विगत 2 हफ़्तों से Antigen Tests को छोड़ दें तो आज भी बमुश्किल 3000 जाँच हो रही है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जुलाई महीने में कोरोना Positivity rate 12.54% है जो देश में सबसे ज्यादा है। वहीं कोरोना से सिर्फ जुलाई महीने में अभी तक 25 दिनों में 159 लोगों की मौत हुई है। मतलब प्रतिदिन 6 लोगों की मौत हो रही। जो बिना जाँच और इलाज के मर रहे है उनकी गिनती ही नहीं है। सरकार को अब तो गंभीर होना चाहिए।

लगातार दो ट्वीट में आंकड़े रखने के बाद तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश से तीन सवाल कर जवाब मांगे ये हैं उनके सवाल-
RT-PCR Tests की क्षमता क्यों नहीं बढ़ाई जा रही?

4 महीनों में कई छोटे राज्यों ने काबिले तारीफ़ काम करते हुए अस्पतालों का क्षमतावर्धन किया। आपने एक भी नया अस्पताल क्यों नहीं बनाया?

15 साल बाद भी अस्पतालों में रुई और सुई के अलावा कोई और उपकरण क्यों नहीं है?

अभी अभी बिहार में मिले कोरोना के 2605 नए मरीज, राज्य में आंकड़ा पहुंचा 38919 GS NEWS


बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति दिन प्रतिदिन बेकाबू होते जा रही है। प्रत्येक दिन सैकड़ों की तादात में मरीज की संख्या सामने आ रही है स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 2605 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 38919 हो गई है.


स्वास्थ्य विभाग के जारी लिस्ट के अनुसार हर रोज की तरह पटना में आज फिर 620 कोरोना के मरीज मिले हैं.  यहां पर लॉकडाउन लगाने का कोई असर नहीं पढ़ा है.तेजी के संक्रमण बढ़ता जा रहा है.   


सारण कोरोना का कोहराम जारी है. आज फिर 102 कोरोना के मरीज मिले हैं. बेगूसराय में 64 कोरोना के मरीज मिले हैं. मुजफ्फरपुर में 123 कोरोना के मरीज मिले हैं. कटिहार में 24 ,नवादा में 60, रोहतास में 94 कोरोना के मरीज मिले है. आज के लिस्ट के अनुसार कई जिलों में आज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है.

25 जुलाई को अब तक 1294 नए मामले सामने आए हैं


24 जुलाई और उससे पहले के 1311 मामले प्रणाली में बताए गए हैं



भागलपुर: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डाक विभाग की ओर से स्टांप डिजाइन प्रतियोगिता GS NEWS

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डाक विभाग की ओर से स्टांप डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रतियोगिता का थीम भारत में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, सांस्कृतिक पर आधारित है. प्रतिभागियों को इसी विषय पर डिजाइन करना होगा. साथ ही डिजाइन यूनिक होना चाहिए और कहीं से भी कॉपी नहीं होनी चाहिए.
इस प्रतियोगिता में भारत के कोई भी नागरिक हिस्सा ले सकते हैं. प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए फॉर्म भेजने की अंतिम तिथि 27 जुलाई है. भागलपुर में अब तक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 200 से अधिक लोगों ने आवेदन किया है.
स्टांप डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन 
डाक अधीक्षक आरपी प्रसाद ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. डाक विभाग की ओर से स्टांप प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. जिसका उद्देश्य डाक टिकटों की रूची को जीवंत बनाए रखना है. साथ ही डाक और अपने अनुभव को सही दिशा देना. इस प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के व्यक्ति हिस्सा ले सकते हैं.
किसी भी उम्र के व्यक्ति ले सकते है हिस्सा 
इस प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी के माय गवर्नमेंट मंच पर अपना फॉर्म भर सकते हैं. जिसका अंतिम तारीख 27 जुलाई है राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 25 हजार और तृतीय पुरस्कार के रूप में 10 हजार रूपये दिए जाएंगे और 5 प्रतिभागी को सांत्वना पुरस्कार 5 हजार रूपया दिया जाएगा.

बिहार :- कोरोना के चपेट में आए भारतीय सेना के जवान और उनके परिजन GS NEWS

बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना का रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रहा है प्रत्येक लोग संक्रमित होते जा रहे हैं देखते ही देखते पूरा बिहार इसकी चपेट में आ चुका है बिहार में कोरोना संक्रमण की चपेट में आम नागरिकों के साथ-साथ अब सैनिक और उनके परिजन भी आने लगे हैं। सैनिक अस्पताल में 12 सैनिक, 11 सैनिक के परिजन, दो पूर्व सैनिक व दो सिविल क्षेत्र के लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 
सभी को सैनिक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।  बिहार झारखंड सब एरिया मुख्यालय के हेड क्वार्टर के सैन्य अधिकारी ने बताया कि संक्रमितों को सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, नगर परिषद के वार्ड 7 के पार्षद के पति के संक्रमित होने पर बिहटा में भर्ती कराया गया है। 

'मन की बात' कार्यक्रम के तहत PM मोदी ने मोती की खेती करने वाले बिहार के युवाओं की सराहना बोले:- आत्मनिर्भर बनने की राह GS NEWS

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के तहत देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लोगों को फिर एक बार आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया. पीएम ने कहा कि जब हम कुछ नया करने की या इनोवेटिव सोचते हैं तो ऐसे काम भी संभव हो जाते हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं करता. उन्होंने बिहार में मोतियों की खेती कर रहे युवाओं की सराहना की.
कर रहे हैं अच्छी आमदनी 
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार के कुछ युवा पहले दूसरों की नौकरी करते थे. लेकिन फिर उन्होंने मोती की खेती करने का सोचा. हालांकि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. जिसके बाद उन्होंने जयपुर और भुवनेश्वर जाकर इसकी पूरी जानकारी ली और अपने गांव वापस आकर आज इससे अच्छी आमदनी कर रहे हैं.
आत्मनिर्भर बनने की राह 
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये युवा न केवल खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि दूसरों को भी बना रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य वापस लौटे मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और पटना के प्रवासी मजदूरों को भी ये युवा मोती की खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही उनके आत्मनिर्भर बनने की राह आसान कर रहे हैं.

मधुबनी पेंटिंग की चर्चा
पीएम ने मास्क पर बनाए जा रहे मधुबनी पेंटिंग की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि बिहार में कई वुमन सेल्फ हेल्प ग्रुप्स ने मास्क पर मधुबनी पेंटिंग बनाना शुरू किया. जो काफी पॉपुलर भी हुआ. नरेंद्र मोदी ने कहा कि सकारात्मक अप्रोच से हमेशा आपदा को अवसर में और विपत्ति को विकास में बदलने में काफी मदद मिलती है.
जवानों को नमन
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को भी नमन किया. नरेंद्र मोदी ने कहा कि करगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ वो भारत कभी भूल नहीं सकता है. पीएम ने कहा कि उस समय उन्हें करगिल जाने और वीर जवानों के दर्शन का सौभाग्य मिला था. ये पल उनके जीवन के अनमोल क्षणों में से हैं. पीएम ने इससे पहले 28 जून को मन की बात को संबोधित किया था. जहां उन्होंने देश में चल रहे अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा किए थे.

कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने अफसरों को लगाई फटकार, क्यों हुए मुख्यमंत्री नाराज देखें पूरी रिपोर्ट GS NEWS

मुख्यमंत्री ने 20,000 कोरोना संक्रमण टेस्टिंग करने का निर्देश काफी वक्त पहले दे रखा है, लेकिन विभाग अभी भी 10,000 से 12,000 के बीच में अटका हुआ है. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की इसको लेकर जमकर क्लास लगाई है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी प्रधान सचिव को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की थी. उस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधान सचिव को भी जमकर फटकार लगाई है. उन्होंने हर हाल में रोजाना 20,000 जांच का लक्ष्य जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है.
सीएम ने अधिकारियों की लगाई फटकार
बिहार में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी भी बैठकों में दिखने लगी है.  कैबिनेट की बैठक और उसके बाद कोरोना की समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों पर नाराजगी दिखाई. जो जानकारी मिल रही है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मुख्यमंत्री से प्रधान सचिव को लेकर शिकायत भी की थी कि बात नहीं सुनते हैं. इस पर भी मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव को जमकर फटकार लगाई है.
मुख्यमंत्री की सबसे ज्यादा नाराजगी बिहार में अब तक कोरोना जांच 20,000 लक्ष्य प्राप्त नहीं करने को लेकर थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली सहित अन्य राज्यों में 20,000 से अधिक टेस्ट हो रहे हैं तो बिहार में क्यों नहीं. उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द  20 हजार जांच शुरू करने का निर्देश दिया है.

कैबिनेट की बैठक में 28 एजेंडे पर लगी मुहर
मुख्यमंत्री ने 3 सप्ताह बाद कैबिनेट की बैठक की और उसमें 28 एजेंडे पर मुहर लगी. सरकारी सेवकों की मौत पर विशेष पारिवारिक पेंशन देने का बड़ा फैसला लिया गया है. 2004 के बाद सर्विस में आने वालों के लिए यह सौगात है. साथ ही मानसून सत्र में प्रथम अनुपूरक बजट ढाई सौ करोड़ रुपए के व्यय की अनुमति को मुहर भी लगी है. आठ डॉक्टरों की बर्खास्तगी पर ही फैसला हुआ है. मुख्यमंत्री की नाराजगी जांच और इलाज को लेकर हो रही लापरवाही को लेकर था

स्वास्थ्य विभाग की होगी समीक्षा
मुख्यमंत्री आवास में कोरोना संक्रमण मामले मिलने के बाद समीक्षा बैठक बंद कर दी गई थी. सीएम मुख्य सचिव और बड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दे रहे थे. लेकिन अब मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से साफ कहा है कि जल्द ही स्वास्थ्य विभाग की पूरी समीक्षा करेंगे. ऐसे में तय है कि मुख्यमंत्री की नाराजगी के कारण स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है.

शनिवार, 25 जुलाई 2020

पीएम नरेंद्र मोदी ने सुब्रमण्यम स्वामी के पत्र को किया स्वीकार ,सुशांत सिंह राजपूत के निधन में हो सकती है सीबीआई जांच GS NEWS

दिवंगत बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत से फैन्स का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। वह लगातार सोशल मीडिया पर उनके केस की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। नेपोटिज्म और फेवरेटिज्म को लेकर सेलेब्स के बीच बहस जारी है। हाल ही में एक्टर की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ ओटीटी प्लैटफॉर्ट पर रिलीज हुई है। फिल्म को देखकर फैन्स के आंसू नहीं रुक रहे हैं। 
कंगना रनौत, शेखर सुमन समेत कई सेलेब्स भी अब एक्टर की मौत की सीबीआई जांच के लिए बोल रहे हैं। हाल ही में पॉलिटिशियन सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस बारे में बात की। उन्होंने 15 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने एक्टर की मौत की सीबीआई जांच की मांग की थी। अब दिल्ली के वकील इशकरण सिंह भंडारी ने सोशल मीडिया पर बताया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सुशांत सिंह राजपूत केस की सीबीआई जांच के पत्र को स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में पत्र की फोटो शेयर की है। 
आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून की सुबह मुंबई के बांद्रा वाले घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। फैन्स सोशल मीडिया पर उनके पुराने वीडियो और फोटो शेयर कर उन्हें अभी तक श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रही बात सीबीआई जांच की तो अभी सिर्फ पीएम मोदी ने पत्र को स्वीकार किया है। सीबीआई को केस सौंपा नहीं है।