कुल पाठक

मंगलवार, 17 मार्च 2020

मुंगेर : कोरोना वायरस को लेकर फ़ैल रहे अफवाहों से रहें दूर, सावधानी बरतकर संक्रमण से आसनी से बचें GS NEWS


संक्रमण होने पर मात्र 2-3% तक ही मृत्यु का खतरा 
लगभग 80% लोगों में संक्रमण के होते हैं हल्के लक्षण 
60 साल से अधिक उम्र के लोग एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को अधिक एहतियात बरतने की जरूरत 
संक्रमण के लक्षण मिलने पर घरेलू उपायों को करने से बचें 

मुंगेर/ 17 मार्च: विश्व भर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस गंभीर वायरस को लेकर सटीक एवं सम्पूर्ण जानकारी काफ़ी जरुरी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेंड्रोस एधानोम घेब्रेयेसुस का कहना है: "हम सिर्फ एक महामारी से नहीं लड़ रहे हैं; बल्कि एक अफवाह रूपी महामारी से भी लड़ रहे हैं. " विश्व स्वास्थ्य संगठन `इन्फोडेमिक’ यानि  अफवाह रूपी महामारी को परिभाषित करते हुए `जानकारी की अधिकता’ बताता है जहाँ कुछ सही और कुछ नहीं भी है, जिसके कारण  जरूरत के वक़्त  लोगों को भरोसेमंद स्रोतों और विश्वसनीय मार्गदर्शन  मिलने में कठिनाई होती है’’. इस वायरस के बारे में सही तथ्यों की जानकारी का अभाव एवं फैली हुई अफवाहे ही इस दहशत के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है जब कोई वायरस नया होता है तो हम नहीं जानते कि यह लोगों को कैसे प्रभावित कर सकता है. 

लगभग 80% लोगों में संक्रमण के होते हैं हल्के लक्षण: 
कोरोनावायरस में "उच्च संक्रामकता जरूर है लेकिन मृत्यु की दर कम है". मुख्यतः मृत्यु दर 2-3% के बीच ही है. यह दर 2003 एसएआरएस की मृत्यु दर 10% या 2012 के एमईआरएस की मृत्यु दर 35% से काफी कम गंभीर है. इसके संक्रमण की वजह से मृत्यु का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो उम्रदराज (60 वर्ष की आयु से ऊपर) हैं और पहले से ही विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं. लगभग 80% लोगों में इसके लक्षण हल्के होते है एवं व्यक्ति दो सप्ताह में ठीक हो सकता है. समय पर चिकित्सकीय परामर्श और देखभाल के जरिए अधिकांश लक्षणों का इलाज किया जा सकता है. 

ऐसे फैलता है कोरोना वायरस: 
कोविड-19 (COVID-19) ऐसासंक्रामक रोग हैजो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में, प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से फैल सकता है. हमारे ऊपरी श्वसन क्षेत्र जैसे नाक, गले और फेफड़ा में हवा के माध्यम से प्रवेश कर फैल सकती है. एक संक्रमित व्यक्ति एक स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमण फैला सकता है – जैसे खांसने या छींकने पर आंख, नाक और मुंह से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से, संक्रमित व्यक्ति के करीब संपर्क से, दूषित स्थानो, वस्तुओं या व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुओं के छूने से.

ऐसे अफवाहों से बनाएं दूरी:
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व भर में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. साथ ही कुछ अफवाहों को लेकर स्पष्टीकरण भी दिया गया है. 

कोविड-19 वायरस  गर्म और आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में नहीं फैल सकता: अब तक के सबूतों के आधार पर कोविड-19 वायरस गर्म और आर्द्र मौसम वाले क्षेत्रों सहित सभी क्षेत्रों में के आधार पर फैल सकता है.

सर्द मौसम और बर्फ नए कोरोनोवायरस को मार सकते हैं: यह मानने का कोई कारण नहीं है कि ठंड का मौसम नए कोरोनावायरस और अन्य रोग को मार सकता है. कोई भी तापमान या मौसम हो, सामान्य मानव शरीर का तापमान लगभग 36.5 ° C से 37 ° C तक रहता है.


गर्म स्नान करने से नए कोरोनावायरस रोग की रोकथाम होती है: गर्म स्नान या शॉवर करने से आप कोविड-19 वायरस से नहीं बच पाएंगे। स्नान या शॉवर के तापमान की परवाह के बिना किसी भी मौसम या तापमान में सामान्य मानव शरीर का तापमान लगभग 36.5° C से 37° C तक रहता है. दरअसल, बेहद गर्म पानी से नहाना हानिकारक हो सकता हैक्योंकि यह आपको जला सकता है. नए कोरोनावायरस से  खुद को बचाने का सबसे प्रभावी तरीका है अल्कोहल युक्त हैंड रब या सेनेटाइजर से अपने हाथों को बार-बार साफ करना, या साबुन और पानी से धोना

शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव नए कोरोनावायरस को मार सकता है: शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव करने से आपके शरीर में घुस चुके वायरस नहीं मरेंगे. ऐसे पदार्थों का छिड़काव कपड़े या संवेदनशील अंगों के लिए हानिकारक हो सकता है यानी आंख और मुंह। ज्ञात हो अल्कोहल और क्लोरीन दोनों सतहों को कीटाणुरहित उपयोगी होते हैं, लेकिन दिशा निर्देशों के अनुसार ही उनका उपयोग करना चाहिए


क्या ऐसी कोई भी दवाई या उपचार उपलब्ध है जो कोविड-19 को रोक या ठीक कर सकती है: कुछ पश्चिमी, पारंपरिक या घरेलू उपचार कोविड-19 के लक्षणों को कम कर सकते हैं, परंतु इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वर्तमान में कोई दवा इस रोग को रोक सकती है या ठीक कर सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कोविड-19 की रोकथाम या इलाज के रूप में एंटीबायोटिक या किसी भी दवा से स्वउपचार की सलाह नहीं देता है. हालांकि, चल रहे कई क्लीनिकल ट्रायल  में पश्चिमी और पारंपरिक दोनों दवाओं को शामिल किया गया  है. विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बारे में अद्यतन जानकारी मिलते ही जारी करेगा.

मुंगेर : स्पेशल गजट के माध्यम से ‘महामारी अधिनियम’ के तहत कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी GS NEWS


संक्रमण की रोकथाम के लिए नोडल पदाधिकारी किये गए नामित
सरकारी एवं निजी अस्पतालों के फ्लू कार्नर में सदिग्ध मरीजों की जाँच होगी अनिवार्य
14 दिनों की केस हिस्ट्री होने पर मरीज को आईसोलेशन वार्ड में किया जाएगा शिफ्ट
आपातकाल परिस्थति में जिलाधिकारी को जरुरी कदम उठाने का होगा अधिकार 

मुंगेर/ 17 मार्च: कोरोना वायरस के विश्व एवं देश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. इसको लेकर मंगलवार को बिहार सरकार ने स्पेशल गजट के माध्यम से ‘‘महामारी अधिनियम, 1897’’ के तहत कोरोना वायरस को शामिल किया है. अब यह अधिनियम ‘‘ बिहार महामारी, सीओवीडी-19 अधिनियम 2020’’ के नाम से जाना जाएगा. इस अधिनियम के तहत राज्य में कोरोना वायरस की रोकथाम में आसानी होगी. 

संक्रमण की रोकथाम के लिए नोडल पदाधिकारी किये गए नामित: 
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर नए अधिनियम के तहत राज्य से लेकर प्रखंड स्तर पर नोडल पदाधिकारी नामित किये गए हैं. जिसमें राज्य स्तर पर निदेशक प्रमुख( संक्रामक रोग), जिला स्तर पर जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर संबंधित अनुमंडल अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है. 
 
सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों को भी देना होगा योगदान: 
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकारी अस्पतालों के साथ अब निजी अस्पतालों को भी कुछ अनिवार्य सहयोग प्रदान करने होंगे. जिसमें सभी अस्पतालों( सरकारी एवं निजी) में फ्लू कार्नर स्थापित करने अनिवार्य होंगे, जिसमें कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जाँच करना भी अनिवार्य होगा. साथ ही अब सभी अस्पतालों ( सरकारी एवं निजी) को कोरना वायरस के सदिग्ध एवं संक्रमित मरीजों की पूरी रिकॉर्ड भी रखनी होगी. यदि मरीज विदेश या ऐसे क्षेत्र से आए हों जहाँ कोरोना वायरस केस की अधिकारिक पुष्टि हुयी हो, तब ऐसे मरीजों का सम्पूर्ण विवरण अस्पतालों को रखना होगा. साथ ही मरीज के द्वारा किसी संदिग्ध मरीज के संपर्क में आने की स्थिति में भी उसकी पूरी जानकारी सभी अस्पतालों को रखनी होगी.
 
संक्रमण को लेकर अफवाह फ़ैलाने वालों के खिलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई: 
अधिनियम के तहत किसी भी व्यक्ति/ संस्था/ संगठन को अख़बारों, टेलीविजन या सोशल मीडिया के जरिए कोरोना वायरस को लेकर किसी भी तरह के अफवाह फ़ैलाने की छूट नहीं होगी. यदि किसी व्यक्ति/ संस्था/ संगठन को अफवाह फ़ैलाने में दोषी पाया जाता है, तब उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी. 

14 दिनों की केस हिस्ट्री होने पर मरीज को आईसोलेशन वार्ड में किया जाएगा शिफ्ट:
किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पिछले 14 दिनों से होने पर उन्हें जिला एवं मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा. साथ ही स्टैण्डर्ड प्रोसीजर के मुताबिक उनकी सीओवीडी-19 की जाँच भी जायेगी. यदि कोई व्यक्ति विदेश या सीवीओडी-19 प्रभावित क्षेत्र से 29 फ़रवरी के बाद राज्य में आता है, लेकिन उनमें कोरोना वायरस संक्रमण का कोई लक्षण ( बुखार, सर्दी एवं साँस लेने में तकलीफ़) नहीं मिलता है. तब ऐसी स्थिति में उन्हें अपने घर पर ही रहने की सलाह दी गयी है. साथ ही उन्हें एहतियात बरतते हुए अगले 14 दिनों तक किसी भी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आने की हिदायत भी दी गयी है. 

जिलाधिकारी आपातकाल स्थिति में करेंगे जरुरी कार्रवाई:  
अधिनियम के तहत यदि सीओवीडी-19 मामले की रिपोर्टिंग किसी गाँव, शहर, वार्ड या कॉलोनी से होती है, तब जिलाधिकारी को जरुरी कदम उठाने का अधिकार होगा. जिसमें....
प्रभावित क्षेत्र को सील करना 
संक्रमित क्षेत्र से किसी व्यक्ति का बाहर जाना या बाहर से उस क्षेत्र में आने को रोकना 
स्कूल, ऑफिस एवं पब्लिक गैदरिंग को बंद करना 
सीओवीडी-19 मामलों की एक्टिव एवं पैसिव सर्विलांस करना 
अस्पताल से सभी सदिग्ध मामलों का अलगाव करना 
किसी भी सरकारी एवं निजी भवन को मामलों के अलगाव के लिए आकस्मिक इकाई के रूप में नामित करना 

अधिनियम का अनुपालन नहीं करने पर पेनाल्टी: 
यदि किसी व्यक्ति/ संस्था/ संगठन को अधिनियम में उल्लेखित किसी भी नियम को नहीं मानने का दोषी पाया जाता है, तब भारतीय पैनल कोड( 1680 का 45) के तहत क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिसमें प्रधान सचिव स्वास्थ्य या संबंधित जिले के जिलाधिकारी दोषी व्यक्ति/ संस्था/ संगठन के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई कर सकते हैं.

नवगछिया : मास्क खरीदने में पैसे न करें बरबाद, बच्ची ने बताया रूमाल से मास्क बनाने की विधि GS NEWS

नवगछिया निवासी संतोष गुप्ता और रीता गुप्ता की छ: वर्षीय पुत्री पलक कुमारी का एक वीडियो नवगछिया में बड़ी तेजी से वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में पलक कुमारी ने मास्क बनाने का घरेलू तरीका बताया है. एक रूमाल को मोर कर पलक तुरंत मास्क तैयार कर देती है और इसी तरह मास्क बना कर लोगों को उपयोग में लाने की सलाह दे रही है. नवगछिया के डा अनंत विक्रम ने कहा कि पलक द्वारा तैयार किया गया मास्क बिल्कुल सटीक और उपयोगी है. रूमाल हर घर में होता है इसलिए कोई भी इस तरह का मास्क तैयार कर सकता है. लेकिन मास्क बनाने से पहले रूमाल को गर्म पानी में एनटिसेप्टिक लोशन के साथ अच्छी तरह से धो लेना चाहिए और हाथ को साफ कर मास्क तैयार करना चाहिए. डा अनंत विक्रम ने पलक की सराहना की है. कोरोना वायरस के कारण पलक के स्कूल में छुट्टी है. वह अपने मम्मी पापा के साथ मुहल्ले में घूम घूम कर लोगों को मास्क बनाने का तरीका बता रही हैं. बनाने के क्रम में वे रूमाल को अच्छी तरह से एनटिसेपेटिक लोशन में धोने और हाथ को बीस मिनट तक साबुन से धोने की भी सलाह दे रही है.

 

कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, पहनै मुर्गा दाबे दे

 

आज कल दो लोगों की मुलाकात हो, या फिर मोबाइल टेलीफोन पर बात हो चरचा के केंद्र में कोरोना ही रहता है. अफवाह का भी बाजार जबरदस्त रूप से गर्म है. लेकिन गांवों में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सब कुछ जानते हुए भी बेखबर हैं. मुर्गा भात खाने के शौकीन कल्पतरू काल्पनिक नाम की आज कल चांदी है. रिटेल में भले ही मुर्गे की कीमत में गिरावट न आयी हो लेकिन हालसेल और मुर्गा फार्म संचालकों की हालत बदतर हो गयी है. खरीददार नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कल्पतरू भैया के हाथों चांदी हो गयी है. एक मुर्गा फार्म में उन्हें चालीस रूपये प्रति किलो मुर्गा दिया जा रहा है. कल्पतरू भैया सुबह सुबह पहुंच कर मुर्गा खरीदते हैं और रोजाना मुर्गा भात का आनंद लेते हैं. ऐसा पिछले छ: दिनों से लगातार हो रहा है. घर में सब लोग कोरोना का हवाला दे कर उन्हें ऐसा न करने की सलाह देते हैं तो कहते हैं कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, अभी सस्तो छै, पहनै मुर्गा दाबो दे फेरू देखलो जैतै.

 

मुहल्लों में सामने आ रही है ऐसी भी कहानी

 

सरघु काल्पनिक नाम मछली के शौकीन हैं. मंगलवार की सुबह रेहू मछली घर ले आये. घर में मछली दे कर सरघु बाजार चले गये. घर में मछली बन रहा है बच्चे उत्साहित थे. तभी गली से बाबा बेत्तर निकले बच्चों से पूछा क्या बच्चों खाना पीना हो गया है ? बच्चों ने कहा नहीं बाबा आज मछली बन रहा है. बाबा ने कहा कि मछली बन रहा है कि कोरोना वायरस, आज कल मछली नहीं कोरोना वायरस मिल रहा है बाजार में. बच्चों ने जा कर पूरी बात अपनी म्ममी को बता दी. फिर जब सरधु बाजार से वापस आये तो घरवालों का व्यवहार ऐसा था जैसे उन्होंने घर में मछली नहीं कोरोना वायरल ही ला कर दिया हो. मछली फेंकने की बात होने लगी और फेंक ही दिया गया. बच्चे मायूस थे लेकिन उन्हें इस बात को लेकर संतुष्टि थी कि वे लोग कोरोना वायरस से बच गये हैं. दूसरी तरफ बाबा बेत्तर ने अपने देशी कुत्ते को खोल दिया. कुत्ता वहां जा पहुंचा जहां बनी बनायी मछली फेंक दी गयी थी. मछली चट करने के बाद बाबा का कुत्ता अपने स्वामी को सम्मान की नजरों से देख रहा है.

नवगछिया : धरहरा में बनी टेली फिल्म का प्रसारण डीडी किसान पर - 23 मार्च से होगा प्रसारण- बेटी के जन्म पर 10 फलदार वृक्ष लगाने की परंपरा पर है आधारित फिल्म GS NEWS

नवगछिया के गोपालपुर  थाना क्षेत्र के आदर्श ग्राम धरहरा में बेटी के जन्म लेने पर ढोल बजाकर खुशियाँ मनाने व दस फलदार पौधे लगाने की अनूठी परंपरा के कायल होने पर सीएम नीतीश कुमार के लगातार चार वर्षों तक धरहरा आने के कारण धरहरा की पहचान अंतराष्ट्रीय स्तर पर हुई. मुंबई के टेली फिल्म निर्देशक व लेखक राकेश सिंहा ने धरहा में टेली फिल्म के 26 एपीसोड को फिलमाया है. फिल्म मेम मुख्य कलाकार रितेश उपाध्याय ,कलाकार धरहरा निवासी पंकज मेहता व नायिका फलक खां हैं. निर्देशक सह लेखक राकेश सिंहा ने बताया कि इस टेली फिल्म में नायिका की शादी के बाद ससुराल में फलदार पौधे का वितरण कर लोगों को वृक्ष से होने वाली पर्यावरण व आर्थिक समृद्धि की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि टेली फिल्म लाडली के नाम से बनाया गया है. जिसे 23 मार्च से डीडी किसान चैनल पर दर्शकों को दिखाया जायेगा. पंचायत की मुखिया रंजीता देवी पूर्व मुखिया विजय सिंह ने कहा कि इस टेली फिल्म के माध्यम से धरहरा की अनूठी परंपरा राष्ट्रीय से लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होगी.

नवगछिया में गपशप : कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, पहनै मुर्गा दाबे दे GS NEWS

आज कल दो लोगों की मुलाकात हो, या फिर मोबाइल टेलीफोन पर बात हो चरचा के केंद्र में कोरोना ही रहता है. अफवाह का भी बाजार जबरदस्त रूप से गर्म है. लेकिन गांवों में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सब कुछ जानते हुए भी बेखबर हैं. मुर्गा भात खाने के शौकीन कल्पतरू काल्पनिक नाम की आज कल चांदी है. रिटेल में भले ही मुर्गे की कीमत में गिरावट न आयी हो लेकिन हालसेल और मुर्गा फार्म संचालकों की हालत बदतर हो गयी है. खरीददार नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कल्पतरू भैया के हाथों चांदी हो गयी है. एक मुर्गा फार्म में उन्हें चालीस रूपये प्रति किलो मुर्गा दिया जा रहा है. कल्पतरू भैया सुबह सुबह पहुंच कर मुर्गा खरीदते हैं और रोजाना मुर्गा भात का आनंद लेते हैं. ऐसा पिछले छ: दिनों से लगातार हो रहा है. घर में सब लोग कोरोना का हवाला दे कर उन्हें ऐसा न करने की सलाह देते हैं तो कहते हैं कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, अभी सस्तो छै, पहनै मुर्गा दाबो दे फेरू देखलो जैतै.

 

मुहल्लों में सामने आ रही है ऐसी भी कहानी


सरघु काल्पनिक नाम मछली के शौकीन हैं. मंगलवार की सुबह रेहू मछली घर ले आये. घर में मछली दे कर सरघु बाजार चले गये. घर में मछली बन रहा है बच्चे उत्साहित थे. तभी गली से बाबा बेत्तर निकले बच्चों से पूछा क्या बच्चों खाना पीना हो गया है ? बच्चों ने कहा नहीं बाबा आज मछली बन रहा है. बाबा ने कहा कि मछली बन रहा है कि कोरोना वायरस, आज कल मछली नहीं कोरोना वायरस मिल रहा है बाजार में. बच्चों ने जा कर पूरी बात अपनी म्ममी को बता दी. फिर जब सरधु बाजार से वापस आये तो घरवालों का व्यवहार ऐसा था जैसे उन्होंने घर में मछली नहीं कोरोना वायरल ही ला कर दिया हो. मछली फेंकने की बात होने लगी और फेंक ही दिया गया. बच्चे मायूस थे लेकिन उन्हें इस बात को लेकर संतुष्टि थी कि वे लोग कोरोना वायरस से बच गये हैं. दूसरी तरफ बाबा बेत्तर ने अपने देशी कुत्ते को खोल दिया. कुत्ता वहां जा पहुंचा जहां बनी बनायी मछली फेंक दी गयी थी. मछली चट करने के बाद बाबा का कुत्ता अपने

नवगछिया के ख़रीक तेलघी में सिलेंडर ब्लास्ट होने से युवक घायल GS NEWS


खरीक थाना क्षेत्र के तेलघी में मंगलवार की रात करीब 9:00 बजे अचानक 3 केजी गैस सिलेंडर में अचानक आग लगने से सिलेंडर ब्लास्ट कर गया. सिलेंडर ब्लास्ट होने धमाके के साथ  बिखरे सिलेंडर के टुकड़ों के चपेट में आने से  तेलघी के  महेश सिंह का पुत्र  निलेश कुमार  उम्र 25 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया . ब्लास्ट सिलेंडर के चपेट में आने से युवक के पैर के चिथरे उड़ गए. पैर के निचले हिस्से में केवल हड्डी बची. गंभीर रूप से घायल युवक को स्थानीय ग्रामीणों ने खरीक के  निजी चिकित्सक से इलाज कराया . युवक की हालत नाजुक होते देख ग्रामीणों ने तेलघी मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया. मायागंज में सही तरीके से उपचार नहीं होने से परेशान युवक बुधवार सुबह तेलघी लौट आया अस्पताल से लौटने के बाद युवक की हालत नाजुक बनी हुई है.  सिलेंडर ब्लास्ट होने से जोरदार धमाका हुआ और पूरा इलाका थर्रा गया सिलेंडर ब्लास्ट होने की आवाज तकरीबन 1 किलोमीटर के क्षेत्र में  लोगों को सुनाई दिया. गनीमत था कि सिलेंडर ब्लास्ट होने से केवल एक ही युवक घायल हुआ . अगर देखने वाले लोगों की भीड़ पर  ब्लास्ट  सिलेंडर के टुकड़े लगने से ब्लास्ट सिलेंडर के टुकड़े लगने से बड़ी घटना घटित होती.पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

Gosaingaon Samachar का असर : अब खिरनय में नहीं गिरेगा कचरा GS NEWS


नवगछिया अनुमंडल में जल संचयन के सबसे बड़े स्त्रोत खिरनय नदी में अब नगर पंचायत का कचरा नहीं गिराया जायेगा. गिराये गये कचरे को मिट्टी डाल कर ढंक दिया गया है और अब यहां पर मांस हाट लगाया जायेगा. मालूम हो कि गोसाईं गाँव समाचार / नवगछिया लाइव ने पिछले दिनों दो बार इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों ने जल संचयन के स्त्रोत को बचाने के लिए उक्त स्थल पर कचरा नहीं गिराने का निर्देश दिया.

बिहार वाला गलमोछी का भी कोई जोर नहीं GS NEWS


मास्क के आभाव में आज कल कुछ युवाओं ने गलमोछी लगाना भी शुरू कर दिया है. युवा वर्ग साथ सुथरा गमछे को मुंह में लपेट कर बाहर निकल रहे हैं. युवक फाइटर जेम्स ने कहा कि बाजार में मास्क जैसा कुछ भी बना कर 50 रूपये से अधिक मूल्य पर बेचा जा रहा है. जबकि ऐसे मास्क की अगर एक धुलाई कर दी जाय तो कहानी समाप्त हो जाती है. जबकि कपड़े के मास्क डेढ़ सौ से दो सौ रूपये में मिल रहे हैं. ऐसी स्थिति में उन्होंने एंटिसेप्टिक लिक्विड और गर्म पानी के साथ अपने गमछे को अच्छी तरह से धो कर सुखाया और गलमोछी लगा कर घर से बाहर निकल रहे हैं. कई चिकित्सकों ने भी इसे वायरस से बचने का आसान तरीका बताया है. 

नवगछिया : कोरोना वायरस का भय – गिरने लगा बाजार, सुबह से लेकर शाम तक बाजार में सुस्ती का माहौल GS NEWS


कोरोना वायरस ने नवगछिया को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. अब कोरोना वायरस का असर यहां के बाजारों में साफ दिखने लगा है. बाजार के हर क्षेत्रों में खरीददारी में पचास फीसदी तक कमी आयी है. नवगछिया अनुमंडल में रोजाना 50 करोड़ का कारोबार प्रभावित हो रहा है. कपड़े, ओटो मोबाइल, फर्नीचर, जेवरात सोना चांदी, बर्तन आदि की खरीददारी में व्यापक रूप से गिरावट आयी है. नवगछिया के कुछ व्यसायियों ने बताया कि विगत पांच दिनों से बाजार में भारी गिरावट आयी है. सुबह से शाम तक बाजारों में सुस्ती छायी रहती है. बाजारों में कम ही लोग दिख रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर भी टिकट की बिक्री में कमी आयी है तो दूसरी तरफ लोग अपने आरक्षित टिकट को भी कैंसिल करवा रहे हैं. बस स्टैंड पर कई वाहन चालकों ने बताया कि उनलोगों की रोजाना कमाई में 25 फीसदी की गिरावट आयी है. दूसरी तरफ मास्क, तुलसी आधारित उत्पाद, मेडिकेटेड साबुन, हेंड वास लिक्विड आदि उत्पादों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है. दूसरी तरफ किराना व्यवसाय भी ठीक ठाक है. लोग राशन खरीद कर सुरक्षित कर रहे हैं. संतोष कुमार ने बताया कि निश्चित रूप से अगर कोरोना का व्यापक असर होगा तो इलाके में करफ्यू जैसा माहौल होगा, इसलिए सामनों को अभी से खरीद कर सुरक्षित कर लेना बेहतर होगा.

 

मास्क खरीदने में पैसे न करें बरबाद, बच्ची ने बताया रूमाल से मास्क बनाने की विधि

 

नवगछिया निवासी संतोष गुप्ता और रीता गुप्ता की छ: वर्षीय पुत्री पलक कुमारी का एक वीडियो नवगछिया में बड़ी तेजी से वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में पलक कुमारी ने मास्क बनाने का घरेलू तरीका बताया है. एक रूमाल को मोर कर पलक तुरंत मास्क तैयार कर देती है और इसी तरह मास्क बना कर लोगों को उपयोग में लाने की सलाह दे रही है. नवगछिया के डा अनंत विक्रम ने कहा कि पलक द्वारा तैयार किया गया मास्क बिल्कुल सटीक और उपयोगी है. रूमाल हर घर में होता है इसलिए कोई भी इस तरह का मास्क तैयार कर सकता है. लेकिन मास्क बनाने से पहले रूमाल को गर्म पानी में एनटिसेप्टिक लोशन के साथ अच्छी तरह से धो लेना चाहिए और हाथ को साफ कर मास्क तैयार करना चाहिए. डा अनंत विक्रम ने पलक की सराहना की है. कोरोना वायरस के कारण पलक के स्कूल में छुट्टी है. वह अपने मम्मी पापा के साथ मुहल्ले में घूम घूम कर लोगों को मास्क बनाने का तरीका बता रही हैं. बनाने के क्रम में वे रूमाल को अच्छी तरह से एनटिसेपेटिक लोशन में धोने और हाथ को बीस मिनट तक साबुन से धोने की भी सलाह दे रही है.

 

कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, पहनै मुर्गा दाबे दे

 

आज कल दो लोगों की मुलाकात हो, या फिर मोबाइल टेलीफोन पर बात हो चरचा के केंद्र में कोरोना ही रहता है. अफवाह का भी बाजार जबरदस्त रूप से गर्म है. लेकिन गांवों में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सब कुछ जानते हुए भी बेखबर हैं. मुर्गा भात खाने के शौकीन कल्पतरू काल्पनिक नाम की आज कल चांदी है. रिटेल में भले ही मुर्गे की कीमत में गिरावट न आयी हो लेकिन हालसेल और मुर्गा फार्म संचालकों की हालत बदतर हो गयी है. खरीददार नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कल्पतरू भैया के हाथों चांदी हो गयी है. एक मुर्गा फार्म में उन्हें चालीस रूपये प्रति किलो मुर्गा दिया जा रहा है. कल्पतरू भैया सुबह सुबह पहुंच कर मुर्गा खरीदते हैं और रोजाना मुर्गा भात का आनंद लेते हैं. ऐसा पिछले छ: दिनों से लगातार हो रहा है. घर में सब लोग कोरोना का हवाला दे कर उन्हें ऐसा न करने की सलाह देते हैं तो कहते हैं कोरोना फोरोना बाद में देखलो जैतै, अभी सस्तो छै, पहनै मुर्गा दाबो दे फेरू देखलो जैतै.

 

मुहल्लों में सामने आ रही है ऐसी भी कहानी

 

सरघु काल्पनिक नाम मछली के शौकीन हैं. मंगलवार की सुबह रेहू मछली घर ले आये. घर में मछली दे कर सरघु बाजार चले गये. घर में मछली बन रहा है बच्चे उत्साहित थे. तभी गली से बाबा बेत्तर निकले बच्चों से पूछा क्या बच्चों खाना पीना हो गया है ? बच्चों ने कहा नहीं बाबा आज मछली बन रहा है. बाबा ने कहा कि मछली बन रहा है कि कोरोना वायरस, आज कल मछली नहीं कोरोना वायरस मिल रहा है बाजार में. बच्चों ने जा कर पूरी बात अपनी म्ममी को बता दी. फिर जब सरधु बाजार से वापस आये तो घरवालों का व्यवहार ऐसा था जैसे उन्होंने घर में मछली नहीं कोरोना वायरल ही ला कर दिया हो. मछली फेंकने की बात होने लगी और फेंक ही दिया गया. बच्चे मायूस थे लेकिन उन्हें इस बात को लेकर संतुष्टि थी कि वे लोग कोरोना वायरस से बच गये हैं. दूसरी तरफ बाबा बेत्तर ने अपने देशी कुत्ते को खोल दिया. कुत्ता वहां जा पहुंचा जहां बनी बनायी मछली फेंक दी गयी थी. मछली चट करने के बाद बाबा का कुत्ता अपने स्वामी को सम्मान की नजरों से देख रहा है.

नवगछिया में 26 मार्च से 28 मार्च तक होगी बंदोबस्ती - नगर पंचायत कार्यालय के पीछे लगेगा मांस हाट, बाजार से हटाये जायेंगे अवैध गुमटी GS NEWS

नवगछिया  में मांस हाट को लेकर पिछले दिनों से चली आ रही खींचा तानी अब समाप्त होने को है. नवगछिया नगर पंचायत में मंगलवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मांस हाट का संचालन नवगछिया नगर पंचायत के ठीक पीछे खिरनय नदी के किनारे किया जायेगा. उक्त स्थल को हाट के अनुरूप बनवाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. मालूम हो कि पिछले वित्तीय वर्ष में मांस हाट का संचालन रेलवे की जमीन पर हो रहा था. रेलवे की जमीन तहबाजारी सब्जी मंडी के लिए खाली करवा दिये जाने के बाद फिलहाल मांस हाट का संचालन राजेंद्र कॉलोनी स्थित मैदान के पास किया जा रहा है. नगर पंचायत में आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं. जिनमें शहर के बाजारों में अवैध गुमटियों को हटाने का फैसला है. जानकारी मिली है कि शहर में लगभग 250 अवैध गुमटी का संचालन हो रहा है. जिससे यातायात में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिन गुमटियों को हटाया जायेगा उनके दुकान के लिए वार्ड नंबर 21 में वैंडिंग जोन बनाया जा रहा है. ऐसी स्थिति में जिन लोगों की गुमटियों को हटाया जायेगा वैसे फुटकर विक्रेताओं को बेरोजगारी का सामना नहीं करना पड़ेगा. नगर पंचायत में आयोजित बैठक की अध्यक्षता मुख्य पार्षद प्रीति कुमारी कर रही थी. मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सुमन, उपमुख्य पार्षद अभिषेक रमण, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव, मदन शर्मा, रंजीत भगत, सिकंदर साह, सिटी मैनेजर अहजर हुसैन आदि अन्य भी मौजूद थे.


मांस हाट, बस स्टैंड की 26 मार्च से बंदोबस्ती

वित्तीय वर्ष 2020 – 2021 के लिए विभिन्न सैरातों की बंदोबस्ती 26, 27 और 28 मार्च को किया जायेगा. बस पड़ाव के लिए सुरक्षित जमा राशि 31 लाख 90 हजार पांच सौ 34 रूपये है. इस बार अंचल राजस्व हाट की भी बंदोबस्ती होनी है. जिसके लिए सुरक्षित राशि एक लाख ग्यारह हजार सात सौ 97 रूपये है. वार्ड नंबर 16 और 18 में सार्वजनिक शौचालय के लिए सुरक्षित राशि एक लाख 38 हजार तीन सौ 50 रूपये है. विज्ञापन होर्डिंग के लिए सुरक्षित राशि दस हजार रूपये है. श्रीपुर में कृषि भूमि की भी बंदोबस्ती होनी है जिसके लिए सुरक्षित राशि 50 हजार है.

 
खरीक के सलेमपुर अलालपुर हाट और गोपालपुर के सुकटिया बाजार की बंदोबस्ती 28 मार्च को

 
खरीक के सलेमपुर अलालपुर हाट और गोपालपुर के सुकटिया बाजार की बंदोबस्ती 28 मार्च को अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा निर्धारित किया गया है. जानकारी के अनुसार संबंधित अंचल कार्यालयों में दोनों हाट बाजारों की बंदोबस्ती की जायेगी.

नवगछिया से कोरोना के संदिगध मरीज को पुलिस के सहयोग से भेजा गया मायागंज अस्पताल GS NEWS

 गोपालपुर पुलिस के सहयोग से पीएचसी प्रभारी डा सुधांशु कुमार ने अभिया के जगदीश मंडल के पुत्र दिवाकर मंडल को कोरोना होने की आशंका के कारण पीएचसी के एंबुलेंस से मायागंज अस्पताल इलाज हेतु भेजा गया. मिली जानकारी के अनुसार दिवाकर दिल्ली से काम कर घर वापस आया था. सोमवार को परिजनों द्वारा इलाज हेतु मायागंज में भर्त्ती कराया गया था. जहाँ से वह फरार हो गया था. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा सुधांशु कुमार ने बताया कि चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों के लिये सर्जेंसी से एप्रन, मास्क व कैप के साथ आवश्यक दवा की माँग की गई है. उन्होंने बताया कि  कोरोना से बचाव हेतु भीड वाली जगह से जाने से बचना चाहिये तथा हाथ को कम से कम 20 सेकेणड तक धोना चाहिये.

नवगछिया में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर चलाया गया जागरुकता अभियान GS NEWS

क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया एवं नवगछिया रेलवे स्वास्थ्य निरीक्षक के सहयोग द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में कोरोना से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया गया एवं सफाई अभियान चलाया गया। कोरोना वायरस के इस जागरूकता अभियान में क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया के द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में सफाई अभियान चलाया गया एवं चापाकल और नल लगे  जगहों पर हाथ धोने के लिए साबुन रखकर यात्रियों को साबुन से  हाथ धोने की सलाह दी गई और यात्रियों के बैठने के स्थान की भी सफाई की गई । यात्रियों से आग्रह किया गया कि वह कोरोना से डरे नहीं साफ सफाई पर ध्यान दें अपने आसपास साफ सफाई रखें गर्म पानी का उपयोग करें ताजा खाना खाएं लोगों से हाथ ना मिलाएं नमस्ते करें। किसी व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बना कर रखें । अपने मुंह से  खांसते या छिकते समय रुमाल एवं मास्क का प्रयोग अवश्य करें  स्वच्छ रहेगा हर कोना कोना नहीं पड़ेगा कोरोना का रोना संस्था के सदस्यों का कहना है कि जब तक यह कोरोना वायरस का सफाया पूरी तरह नहीं हो जाएगा तब तक यह जागरूकता अभियान हम लोगों का इसी तरह चलता रहेगा इस बीमारी से बचने के लिए हम लोगों को अधिक से अधिक जागरूक होने की जरूरत है और इसका जागरूकता ही सही इलाज है अगर हम लोग जागरूक रहेंगे तो हम लोग इस बीमारी से ग्रसित नहीं होंगे। इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह, संयोजक श्रीधर शर्मा, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया कोषाध्यक्ष विक्रम भुडोलिया शंभू चिरानिया शिव शक्ति समीर गुप्ता सूचित गाड़ोदिया सुमित भगत राजेश कनोडिया आलोक राज कनोडिया रामबालक यादव विश्वजीत कुमार शिकारी यादव आदि थे  .

सोमवार, 16 मार्च 2020

कोरोना का कहर: अमेरिका में रह रहे बेटे नहीं दे पाये पिता को मुखाग्निकोरोना का कहर: अमेरिका में रह रहे बेटे नहीं दे पाये पिता को मुखाग्नि दो चिकित्सकों की हुई मौत, बेटा को नहीं मिला वीजा GS.NEWS


भागलपुर - कोरोना वायरस ने कई परिवारों को एक-दूसरे से मिलने का मौका नहीं दिया। अमेरिका में रह रहे एक चिकित्सक व एक इंजीनियर पुत्र अपने-अपने पिता को मुखाग्नि नहीं दे पाये। उन्हें वीजा नहीं मिल पाया।   
फिजिशियन डॉ. कैलाश झा का निधन शनिवार को लालबाग स्थित उनके आवास पर शनिवार को हो गयी थी। अमेरिका में चिकित्सक उनके बड़े बेटा काफी प्रयास के बाद भी भागलपुर नहीं पहुंच पाये। जिसके बाद दिल्ली में चिकित्सक छोटे बेटे ने मुखाग्नि दी। 
 वहीं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रतन कुमार अग्रवाल की मौत 13 मार्च को कोलकाता में इलाज के दौरान हो गयी। अमेरिका में रह रहे उनके दोनों इंजीनियर पुत्र को कोरोना वायरस की वजह से वीजा नहीं मिला। तब जाकर उनकी लाश को कोलकाता में ही नाती ने मुखाग्नि दी। स्व. डॉ. अग्रवाल के मित्र पूर्व चैंबर अध्यक्ष शैलेंद्र सर्राफ ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण अंतिम समय में भी उनके पुत्र को वीजा नहीं मिल सका। दोनों पुत्र अंतिम संस्कार के दौरान भी अब हनुमाननगर, भागलपुर में उपस्थित नहीं हो सकेंगे।  
कई लोगों की टली बाकू की यात्रा 
कोरोना वायरस ने भागलपुर के लोगों को जरूरी मीटिंग व सेमिनार में भाग लेने से भी रोक दिया। कपड़ा व्यवसायी वरूण गोयनका को अजरबैजान की राजधानी बाकू में 25 व 26 मार्च को आयोजित होने वाली बैठक में भाग लेना था। कोरोना वायरस फैल जाने से कई व्यापारियों ने वहां जाने में असहमति जताई। वरूण ने बताया कि कपड़े के एक बड़े ब्रांड के द्वारा बाकू में कपड़ों की बुकिंग संबंधित बैठक होनी थी। कोरोना वायरस के बाद में कंपनी ने फिलहाल बैठक टाल दी है।