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रविवार, 29 मार्च 2020

नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सौ से अधिक लोगों की जांच GS NEWS

नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में रविवार को भी सौ लोगों की जांच की गयी. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में स्थाई रूप से कोरोना संदिग्ध लोगों का प्राथमिक जांच किया जा रहा है तो रविवार से चलंत जांच की व्यवस्था भी की गयी है.

नवगछिया : सब्जी मंडी में लगनें वाले भीड़ को लेकर दो स्थानों पर बनाया गया सब्जी बिक्री केंद्र GS.NEWS



नवगछिया - लॉक डाउन के बाद नवगछिया सब्जी मंडी में लग रही भीड़ को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने स्टेशन रोड से सब्जी मंडी को हटा कर दो जगहों राजेन्द्र काॅलनी मैदान एवं हाई स्कुल के मैदान में शिप्ट करने का निर्णय लिया है. अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार एव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रवेन्द्र भारती ने इसके लिये पहल करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दिया है. राजेन्द्र कॉलोनी में सब्जी मंडी लगाने के लिये जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों से बातचीत भी की गयी है. रविवार को नवगछिया स्टेशन रोड में दुकान लगाने वाले सब्जी दुकानदारों को दोनों जगहों में से एक जगह पर अपनी मर्जी से दुकान लगाने का निर्देश भी दिया जा चुका है. जानकारी दी गयी है कि नवगछिया स्टेशन रोड से हटा कर सब्जी मंडी को दो भाग में विभक्त कर देने से एक साथ लोगों की अत्यधिक भीड़ भी जमा नहीं होगी और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सकेगा. नवगछिया के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र के इलाके रंगरा और गोपालपुर प्रखंड के लोगों के अलावा हरनाथचक के लोग हाई स्कूल के ग्राउंड में लगने वाले सब्जी मंडी में खरीददारी करेंगे तो नवगछिया के पश्चिम और दक्षिण इलाके नवगछिया ग्रामीण और शहर के लोगों को राजेंद्र कॉलोनी के मैदान में सब्जी खरीदने में सहूलियत होगी. लॉक डाउन के बाद देखा जा रहा था कि सुबह 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक नवगछिया स्टेशन रोड में लगने वाली सब्जी मंडी में आम दिनों की तरह ही लोग सब्जी की खरीदारी करते थे और सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी पालन नहीं करते थे. नवगछिया के स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम को सराहनीय बताया है. स्थानीय लीगों और जनप्रतिनिधियों ने दोनों जगह पर जाकर स्थल का निरीक्षण किया है. निरीक्षण के क्रम में पार्षद प्रतिनिधि मनीष सिंह, पंकज कुमार भारती, विशाल गुप्ता, डब्लू कुमार, सुमित कुमार, नवीन कुमार, अमित कुमार, पंकज गुप्ता, रामचन्द्र झा, सुनील कुमार, संजय चौधरी, घनश्याम यादव , एवं अन्य लोग मौजूद थे.

नवगछिया के घायल युवक की पटना में इलाज के दौरान हुई मौत GS NEWS


नवगछिया के नया टोला निवासी गुलशन कुमार उर्फ गुड्डू की मौत आज पटना मे इलाज के दौरान हो गई मालूम हो कि राजेंद्र कॉलोनी में अपराधियों ने गुलशन पर गोली चलाई थी जिसका इलाज मायागंज के बाद पटना में चल रहा था कुछ देर पहले इलाज के दौरान उसकी मौत पटना में हो गई। हमारे संवाददाता के द्वारा हर समय इस घटना पर करि नजर राखी जा रही थी।मौत की खबर सुनते ही पूरा शहर शोक में है, घर में मातम छाया हुआ है, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। शव का पोस्टमार्टम पटना अस्पताल में कर दिया गया है। परिजन शव को लेकर नवगछिया के लिए रवाना हो चुके हैं।

नवगछिया में सपत्नीक वार्ड पार्षद बाँट रहें राहत सामग्री GS NEWS


नवगछिया के समाजसेवी साहू वार्ड पार्षद अजय कुमार प्रमोद ने अपने वार्ड संख्या 16 में अखिल भारतीय कर्फ्यू में नवगछिया की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सैकड़ों  लोगों के बीच जरूरतमंद वाली सामान का वितरण किया ।


वहीं मौके पर सैकड़ों परिवार को राहत सामग्री बांटी गई इस कार्य के लिए नवगछिया के कई गणमान्य लोगों ने भी वार्ड पार्षद के कार्यों को सराहा ।

मौके पर वार्ड पार्षद अजय कुमार प्रमोद ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में जनता का सेवा करना परम कर्तव्य है मैं भी आगे बढ़कर सहयोग करने के लिए तैयार हूं उन्होंने कहा कि नवगछिया अनुमंडल सहित गोपालपुर विधानसभा व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना चाहिए और राशन व जरूरत की सामान को घर-घर पहुंचाने का कार्य करना चाहिए मौके पर वार्ड पार्षद की पत्नी रश्मि रथी ने भी कई दर्जन महिलाओं को कई तरह की राहत सामग्री का वितरण किया ।

शनिवार, 28 मार्च 2020

कोरोना को लेकर संवेदनशील दिख रही गांव की महिलाएं-महिलाएं लोगों से घरों में ही रहने को कर रही है प्रेरित-टीवी, इंटरनेट, लूडो, शतरंज और अंताक्षरी से कर रही मनोरंजन-घर की छतों से ही हो रहे है पड़ोसियों से दीदार और बातें GS NEWS


मुंगेर/28 मार्च। कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर पूरी दुनियां के लोग चिंतित है। इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बना रहे सरकार ने एहतियात कदम उठाते हुए लॉकडाउन घोषित कर दिया है। ऐसे में गांव और शहर की सड़कें और गलियां सूनी पड़ी है। ग्रामीण बाहर से आने वाले लोगों की पहचान होते ही फौरन मुखिया और थाने को इसकी सूचना देते हैं। पिछले चार दिनों से शाम 7 बजते ही शहर और गांव में ऐसा लगता है मानो रात के 11-12 बज रहे हो। ऐसे में जहां पुरुष लॉकडाउन के महत्व को समझ रहे वहीं गांव और शहर की महिलाएं भी कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर संवेदनशील दिखती है। घर के कोई सदस्य या बच्चे घर से अगर निकलने की कोशिश करते है तो घर में मौजूद महिलाएं उन्हें रोकती है। साथ ही उन्हें कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देती है और साफ-सफाई पर विशेष ख्याल देने की बात करती है।

गांव की महिलाएं लॉकडाउन का कर रही है पालन :

अब जब 14 अप्रैल तक 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित है ऐसे में कामकाज के बाद महिलाएं घर में बैठे-बैठे बोर नहीं हो इसके लिए अपने घर के दरवाजे पर ही बच्चों के साथ मनोरंजन कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान का समर्थन करती हुई बकरी गांव की मालती देवी और धपरी की उर्मिला देवी ने कहा कि इस समय हम सभी को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। वही जमालपुर की बेबी कुमारी ने कहा कि पड़ोस की महिलाएं भी दूसरे घरों में संक्रमण को रोकने चलते नहीं जा रही.ऐसे में गप-शप भी बंद है और गांव व मोहल्ले की गतिविधियों भी अपनी छतों से देख रही है। गांव की महिलाएं कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन का पालन करती दिख रही है। लोग घरों में रहकर खुद को कोरोना से बचा रहे हैं। 

व्वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भी किया जा रहा जागरूक 

हवेली खड़गपुर के धपरी गांव की वार्ड पार्षद हेमलता केसरी और उषा देवी बताती हैं कि महिलाओं के बीच कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है। महिलाओं को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कहीं जा रही है। जागरूकता के साथ-साथ बेवजह तनाव में लोग न रहे इसके लिए व्वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भी जागरूक किया जा रहा है। वही धपरी के मुखिया विभाष चंद्र निराला ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। इसकी सूचना प्रशासन को हर दिन दी जाती है। ताकि जरूरत पड़ने पर संदिग्ध लोगों की जांच हो सकें। 

टीवी सीरियल, लूडो और शतरंज में बच्चे हैं मशगूल

घर के कामकाज के बाद घर में ही परिवार की अन्य महिला सदस्य और बच्चियों के साथ टीवी पर शुरू हुए रामायण, देश-विदेश में कोरोना से जुड़े समाचार, फिल्म आदि देखकर मन बहला रही है तो कई महिलाएं और बच्चियां घर में लूडो, शतरंज और अंताक्षरी से मनोरंजन कर रही है। ऐसी स्थिति अब इन महिलाओं के दिनचर्या में शामिल होने लगा है। कोरोनोवायरस संक्रमण को लेकर ग्रामीण इलाके के लोग जागरूक दिख रहे हैं। लोग घरों में रहकर खुद को कोरोना से बचा रहे हैं।

अपने छत से दूसरे पड़ोसियों का ले रही हाल

इधर शाम ढलने के साथ शोर-गुल भी थम जा रहे है। शाम में पड़ोस की महिलाएं भी एक दूसरे के घर नहीं आ रही। शाम के वक्त अपने-अपने छतों पर लोगों की अच्छी खासी चहल-पहल देखी जा रही है। पड़ोस की महिलाओं से बातचीत का सिलसिला भी एक छत से दूसरे छत तक होती दिखती है। छतों पर हो रहे बातचीत से घर में बनाए गए व्यंजन और कार्य की चर्चा हो रही है। लेकिन वहां भी कोरोना की चर्चा पीछा नहीं छोड़ रहा। कोरोना वायरस फैलते संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की बात कहती हैं।

शुक्रवार, 27 मार्च 2020

नवगछिया में क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया की हुई एक अहम बैठक GS NEWS


नवगछिया - क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया द्वारा कोरोना वायरस को लेकर लिया गया कई निर्णय इसकी जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने दी. सभी सदस्य सोशल डिस्टेंसिग के साथ मास्क पहने हुए थे एवं सेनेटाइजर से हाथ पोछने के बाद ही बैठक की शुरुवात की थी.
बैठक की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह ने कहा कि कोरोना वायरस आज भारत ही नहीं पूरे विश्व को अपने चपेट में लिया हुआ है इस विपत्ति काल में हम लोगों को गरीब निःसहाय लोगों के लिए जो भूखे प्यासे रह रहे हैं उन लोगों को नवगछिया की अग्रिम संस्था क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया द्वारा सत्तू मुड़ी दालमोट नमक साबुन आदि का वितरण किया जाएगा. जिससे निःसहाय लोगों को भोजन प्राप्त हो सके. साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान देते हुए संस्था द्वारा रविवार को नगर में ब्लीचिंग पाउडर एवं सैनिटाइजर से छिड़काव किया जाएगा. संस्था के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह ने सरकार से आग्रह किया है कि मिडिल क्लास के व्यवसाई के लिए भी ध्यान देना चाहिए जो अपना व्यवसाय को बंद किए हुए हैं उन्हें भी सरकार द्वारा मदद की आवश्यकता है उन्होंने नगर के नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने घर में रहे बहोत जरूरी हो तो ही बाजार करने के लिए निकले और बाजार कर वापस अपने घर में ही रहे. बताते चलें कि जब-जब समाज में किसी तरह की विपत्ति आती है तो नवगछिया की अग्रणी संस्था क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया  समाज में लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है आज भारतवंशी जिस विपत्ति से गुजर रहे है इस विपत्ति काल में समाज की सभी संस्थाओं को आगे आने की जरूरत है. इस बैठक में संस्था के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह, संयोजक श्रीधर शर्मा, सचिव राजीव गुप्ता, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, कोषाध्यक्ष विक्रम भुडोलिया, समीर गुप्ता, राकेश चिरानिया, सूचित गाड़ोदिया इस बैठक में उपस्थित थे. संस्था के संयोजक श्रीधर कुमार ने कहा कि सामाजिक जरूरत पर संस्था की बैठक अब सोशल साइट व्हाट्सअप्प कॉलिंग पर ही होगी.

नवगछिया में 15 से 20 रुपये किलो बिक रहा हैं दूध , लेने वाला नहीं मिल रहा GS NEWS

नवगछिया में लॉक डाउन के वजह से मवेशी पालक की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. अनुमंडल में सभी मिठाई की दुकान एवं आने जाने वाले साधन बंद हो जाने के कारण किसान का दूध कोई भी दहियार लेने को नहीं आता है. जिसके वजह से पशुपालकों को जो भी दूध होता है वह दूध सिर्फ रोजाना लेने वाले ग्रामीण ही लेते हैं. बाकी सारा दूध रखा रह जाता है, जिसके वजह से दूध नहीं बिकने के कारण किसान बहुत दुखी है और दूध की कीमत में भी भारी गिरावट हो गई है. जहां दूध 40 से 45 रुपए किलो बिकता था वहीं आज 15 से ₹20 किलो में भी कोई दूध लेने वाला नहीं मिलता है.

नारायणपुर - खाधान्न कालाबाजारी के विरोध में डीलर के घर उपभोक्ता ने किया हंगामा GS.NEWS

 

 नारायणपुर - सीओ, एमओ, थानाध्यक्ष ने जांच में स्टॉक में मिला पांच बोरा चावल एवं दो बोरी गेहूं मात्र 
डीलर गिरफ्तार
 नगड़पारा उत्तर पंचायत के नारायणपुर गॉव में शुक्रवार को डीलर द्वारा खाद्यान्न कालाबाजारी के विरोध में महिला, पुरुष उपभोक्ता ने जमकर हंगामा किया,उपभोक्ता का आरोप था कि डीलर राजकिशोर पासवान सभी से राशनकार्ड लेकर खाद्यान्न कालाबाजारी कर हमलोगों को टाल मटोल कर रहे हैं. ग्रामीणों की सुचना पर पहुंचे आपुर्ति पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह, अंचलाधिकारी रामजपी पासवान, भवानीपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार, प्रमुख प्रतिनिधि मंटु यादव, मुखिया नरेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. जांच के क्रम में डीलर पदाधिकारी को चकमा देकर घर के पीछे मकई खेत के रास्ते फरार हो गए. इस दौरान ग्रामीण एवं भवानीपुर पुलिस डीलर को ढुंढने की मशक्कत की लेकिन असफल रहे. देर संध्या लगभग आठ बजे गुप्त सुचना पर सअनि सुभाष यादव पुलिस बल के साथ रायपुर गांव से डीलर को गिरफ्तार किया. पदाधिकारी द्वारा स्टॉक की जांच में मात्र 5 बोरी चावल, दो बोरी गेहूं, 39 लीटर किरासन पाया गया. आपुर्ति पदाधिकारी अजीत कुमार सिंह ने डीलर के खिलाफ कालाबाजारी के आरोप में लगभग 50 उपभोक्ता के बयान पर भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई. मुखिया नरेंद्र कुमार ने बताया कि पुर्व में भी डीलर ने आठ माह का गरीबों का नवाला 2013 में पदाधिकारी की मिलीभगत से गबन कर मुंह से छिन लिया था. थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार डीलर को शनिवार को स्वास्थ्य जांच के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा.


2. 

मारपीट, प्राथमिकी


प्रतिनिधि नारायणपुर - भवानीपुर थाना क्षेत्र के कुशाहा गॉव में दो पक्षों में मारपीट को लेकर भवानीपुर पुलिस ने जख्मी रोहित शर्मा व भोला शर्मा का इलाज पीएचसी नारायणपुर में करवाया.कुशाहा निवासी जख्मी भोला शर्मा ने गॉव के ही रामबरण शर्मा, विजय शर्मा,लगीन शर्मा,भवेश शर्मा, राजीव शर्मा,राहुल शर्मा के विरुद्ध घर में घुसकर जबरन घर से पुरे परिजनों को गाली गलौज व मारपीट कर बाहर निकालने का आरोप लगाते हुए भवानीपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज की है. उक्त जानकारी थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने दी.

नवगछिया - देश के कई हिस्सों में फंसे हैं नवगछिया के दो हजार से अधिक लोग GS.NEWS

कोरोना और भूख दोनों से लड़ रहे हैं जिंदगी की जंग
सबों की है इच्छा किसी तरह पहुंच जायें अपने गांव
 दिल्ली, नोयडा, तेलंगाना, हरियाण में फंसे हैं कई मजदूर
 देश के कई हिस्सों में नवगछिया के दो हजार से ज्यादा
मजदूर फंसे हुए हैं. शुक्रवार को बात सामने आयी है कि तेलंगाना, यूपी के
नोयडा और राजधानी दिल्ली के अलग अलग जगहों पर बड़ी संख्या में मजदूर अखिल
भारतीय लॉक डाउन में फंस गये हैं. सभी जगहों पर काम बंद हो गया है.
ठेकेदारों ने अपना पल्ला झार लिया है. ऐसी स्थिति में मजदूरों के समक्ष
सबसे बड़ी समस्या भोजन की समस्या है. ऐसे मजदूर एक तरफ भूख तो दूसरी तरफ
कोरोना वायरस से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. सभी मजदूर अपने अपने घर आना
चाह रहे हैं लेकिन लॉक डाउन में कोई उपाय नहीं सूझ रहा है. शुक्रवार को
बड़ी संख्या में अलग अलग जगहों पर रहने वाले मजदूरों ने अपना वीडियो
नवगछिया के पुलिस पत्रकारों और प्रशासनिक पदाधिकारी, जनप्रतिनिधियों को
भेज कर सहयोग करने की अपील की है. दूसरी तरफ देश के अलग अलग हिस्सों में
फंसे मजदूरों के परिजन अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं.
दिल्ली में फंसे मजदूरों के लिए पास में ही की गयी खाने की व्यवस्था

दिल्ली के महरौली विधानसभा के वसंतकुंज मसूदनपुर में फंसे नवगछिया के
कोसी पार कदवा, तेतरी और बगड़ी गांव के दो सौ मजदूरों के लिए दिल्ली
सरकार के एक शिविर में भोजन की व्यवस्था की गयी है. नवगछिया के पूर्व
सांसद अनिल कुमार यादव के पहल के बाद महरौली के स्थानीय प्रशासन ने कहा
कि जल्द ही लोगों की सुध ली जायेगी. इधर सभी मजदूर दिल्ली से नवगछिया आना
चाह रहे हैं. जिसके लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं हो पा रहा है.

तेलंगाना में फंसे मजदूरों को उपलब्ध करवाया गया भोजन

खरीक के तुलसीपुर और जमालदीपुर गांव के एक सौ से ज्यादा मजदूर फंसे हुए
थे. जब मजदूरों ने फेसबुक पर अपना वीडियो वायरल किया तो युवा राजद के
प्रदेश प्रवक्ता अरूण कुमार ने उक्त बातों से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी
यादव को अवगत कराया. नेता प्रतिपक्ष की पहल से वहां फंसे मजदूरों के लिए
भोजन और कोरोना से लड़ने के लिए संसाधनों की व्यवस्था की गयी है.

दिल्ली के लाजपत राय मार्केट, लाल किला के पास फंसे हैं पचगछिया के 116 मजदूर

दिल्ली के लाजपत राय मार्केट, लाल किला के पास फंसे हैं पचगछिया के 116
मजदूर लॉक डाउन के बाद से फंसे हुए हैं. सबों को रहने के लिए प्रयाप्त
जगह नहीं है. सबों ने एक वीडिया भेज कर नवगछिया के स्थानीय प्रशासन और
जनप्रतिनिधियों से मदद करने की गुहार लगायी है. फंसे मजदूर मो अफजल, मो
हामीद, मो अफरोज ने बताया कि यहां उनलोगों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या
भोजन और रहने की है. या तो दिल्ली सरकार उनलोगों के यहां रहने की समुचित
व्यवस्था करे या फिर नवगछिया भेजने की कृपा करे.


नोयडा में फंसे 50 से अधिक मजदूर

यूपी के नोयडा में 50 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं. मजदूरों ने स्थानीय
जनप्रतिनिधियों से बात कर मदद करने की गुहार लगायी लेकिन लेकिन कोई भी
लॉक डाउन के कारण कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है. इधर हरियाणा के
सोनीपथ, यूपी के गोरखपुर में नवगछिया के मजदूरों के फंसे होने की बात
सामने आ रही है. रंगरा के जहांगीरपुर वैसी के तीस मजदूरों के भी दिल्ली
में फंसे होने की सूचना है.

भीख मांग कर खाने को मजबूर हैं यूपी में फंसे कदवा के ग्यारह मजदूर


लॉक डाउन में कदवा के और भी 11 मजदूर हरियाणा व यूपी में फंसे हुए हैं.
खैरपुर पंचायत के बिंदटोली गांव निवासी त्रिवेणी सिंह, सिकेन्दर मंडल व
विपिन मंडल के साथ कुल 6 मजदूर 21 मार्च को लोकमान तिलक एक्स से घर आ रहे
थे. लेकिन 22 मार्च को यूपी के इलाहाबाद में छौकी स्टेशन पर गाड़ी रुक
जाने पर वे लोग वहीं उतर गए. कहीं किसी प्रकार की साधन व्यवस्था नहीं
मिलने पर सभी लोग बगल के मस्का गांव पहुंच गए. जहां 5 दिन से लोग दूसरे
से मांग कर खा रहे हैं. नहीं मांगने पर भूखे बेचैन रहना पड़ता है. उधर
कदवा दियारा के बोड़वा टोला के सुबोध कुमार साह, रोशन कुमार साह, संतोष
साह व सोनू कुमार के साथ एक अन्य मजदूर हरियाणा के गुड़गांव में कपासीरा
बॉर्डर समीप करीब 1 सप्ताह से फंसे हुए हैं. काम बंद होने पर सभी को
ठेकेदार ने छुट्टी कर दिया है. पास में जो कुछ पैसे थे वह भी खाने पीने
में खत्म हो गया.  सुबोध ने बताया मांग कर किसी तरह अपनी भूख मिटा रहे
हैं. यूपी में फंसे त्रिवेणी सिंह के साथ अन्य मजदूरों ने वीडियो जारी कर
नवगछिया पदाधिकारियों से मदद करने की मांग कर रहे हैं. बाहर फंसे हरियाणा
व यूपी में इन सभी मजदूरों को किसी प्रकार की मदद किसी द्वारा नहीं मिल
पा रही है.

नवगछिया बाजार में सुबह सात बजते ही शुरू हो जाती है जिंदगी की जद्दोजहद GS.NEWS

 नवगछिया : दिनभर कर्फ्यू जैसा माहौल तो सुबह सात से दस बजे तक बाजारों में उमड़ पड़ती है भीड़
पुलिस की सख्ती के बावजूद भी तीन घंटे के लिये दुकान खोल देते हैं कई छोटे दुकानदार  सुबह सात बजते ही नवगछिया में जिंदगी की जद्दोजहद शुरू हो जाती है. बाजार में आम दिनों की तरह ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है. किसी को राशन तो किसी को सब्जी लेना है तो कोई दवा लेने बाजार आता है. सात बजे से दस बजे तक लॉक डाउन का असर नहीं के बराबर रहता है. लेकिन 10:00 बजे के बाद लॉग डाउन पूरी तरह से प्रभावी हो जाता है. 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक नवगछिया बाजार में आने वाले अधिकांश लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर नहीं के बराबर रहते हैं. इसका कारण है कि बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है और उस हिसाब से दुकान के आगे ना तो पर्याप्त जगह है और ना ही अतिरिक्त संसाधन. कुछ दुकानदारों ने ग्राहकों को दूरी बनाकर रखने के लिए गोल घेरा जरूर बनाया है लेकिन अधिकांश दुकानों पर स्थिति पूरी तरह से अव्यवस्थित रहता है.  हालांकि इस दौरान नवगछिया बाजार में चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूद रहती है लेकिन संसाधनों के अभाव में वह भी कुछ कर पाने में सक्षम नहीं रहते हैं.

कपड़ा पॉलिथीन तंबाकू के दुकान भी खुल जाते हैं

नवगछिया बाजार में सुबह 7:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक कई ऐसी दुकानें भी खुल जाती हैं जिन्हें सरकार द्वारा लॉक डाउन की अवधि तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है. ऐसे दुकानों में एक दो कपड़े के भी दुकान है जो कि नवगछिया के प्रतिष्ठित कपड़े की दुकानें हैं. इसके अलावा अधिकांश छोटे दुकानदार अपनी दुकानों को 3 घंटे के लिए खोलते हैं. कई छोटे दुकानदारों ने बताया कि 3 घंटे में अगर कुछ बिक्री हो जाती है तो उन लोगों के दिन भर की रोजी रोटी का खर्चा निकल जाता है इसलिए वह लोग नियमों का उल्लंघन करके दुकान खोल रहे हैं. नवगछिया बाजार के क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि लोगों को हर हालत दुकानों को बंद रखना होगा नहीं तो कोरना जैसी महामारी से नवगछिया भी पीड़ित हो जाएगा.


मायूस होकर घर लौटे तीन रिक्शा चालक


लॉक डाउन के कारण सबसे भयावह स्थिति बिहारी मजदूर और रिक्शा ठेला चलाने वाले लोगों की है. नवगछिया के वैशाली चौक पर 7:00 बजते ही तीन रिक्शा चालक सवारी का इंतजार करते दिख रहे थे.  लेकिन तीनों को सवारी नहीं मिली जिसके कारण वे लोग मायूस होकर घर लौटे. रिक्शा चालकों ने बताया कि उनलोगों का घर तभी चलता है जब वह उनलोगों को भाड़ा मिलता है. लॉक डाउन के कारण रोजी रोटी पर आफत है. अभी तो पहले से जमा मामूली रकम से उन लोगों ने राशन लाया है लेकिन आगे दिन उन लोगों का गुजारा कैसे होगा यह उन लोगों के समझ से परे है. आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि बिहारी मजदूरों रिक्शा चालकों ठेला चालकों और समाज के हाशिए पर बैठे लोगों को मदद की जरूरत है. इस विपदा की घड़ी में सामाजिक संगठनों को भी आगे आना चाहिए. साथ ही सरकार द्वारा घोषित तय रकम और अनाज का वितरण जल्द से जल्द करना चाहिए.



कहते हैं थानाध्यक्ष


नवगछिया के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राज कपूर कुशवाहा ने कहा कि लॉक डाउन का हर संभव पालन किया जा रहा है. जो लोग लॉक डाउन का पालन नहीं करेंगे वह अब कार्रवाई के लिए तैयार रहें.

नवगछिया पुलिस के प्रयास से लुघियाना मे फंसें मजदूरों को मिली मदद GS.NEWS

  गोपालपुर के रहने वाले कुछ मज़दूर और उनके परिवार लुधियाना पंजाब में फँसे हुए हैं. उनके पास खाने और रहने के लिए पर्याप्त साधन नहि हैं. फंसे
लोगों ने जब नवगछिया पुलिस से संपर्क किया तो नवगछिया पुलिस ने पंजाब पुलिस से संपर्क कर ऐसे लोगों के खाने और रहने का इंतजाम करा दिया है.

कहती है एसपी

नवगछिया की एसपी निधि रानी ने कहा है कि नवगछिया के जो भी मजदूर देश के
अलग अलग हिस्सों में फंसे हैं वे लोग नवगछिया पुलिस के अधिकृत नंबरों पर
सूचना करें.

मुंगेर : लॉकडाउन के दौरान नवजात की देखभाल में नहीं रहे कोई कसर • आशा का अवश्य रखें मोबाइल नंबर, बुखार व उल्टी पर दें सूचना• नियमित स्तनपान पर दें ध्यान • नवजात को बीमार लोगों से रखें दूर GS NEWS


मुंगेर, 27 मार्च। कोरोना संक्रमण व इसकी रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग जहां एक ओर पूरी सर्तकता से संदिग्ध मामलों की पुष्टि करने में लगा है, वहीं दूसरी ओर अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को भी मुहैया कराने में भी कोई कमी नहीं है. जिला के सदर सहित प्राथमिक अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से प्रसव कराने, नवजात शिशुओं की देखभाल करने व उनसे जुड़ी सभी आपात स्थितियों से सामना करने के लिए तैयार है. प्रसूति व उसके परिवार को नवजात की देखभाल के बारे में बारीक से बारीक जानकारी दी जा रही है, इस लॉकडाउन की स्थिति में परिवार के सदस्यों को बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं हो.

सदर पीएचसी के चिकित्सक  डॉ सुनील झा ने बताया कोरोना संक्रमण को लेकर कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि नवजात को लेकर अस्पताल न भटकना पड़े. वर्तमान हालात में सभी अस्पताल आने से बच रहें तो बेहतर है घर पर उसकी इस प्रकार देखरेख की जाये कि वह बीमार नहीं पड़े. माता नियमित रूप से अपने बच्चे को स्तनपान कराये और भीड़ भाड़ वाली जगहों से बचें. नवजात के साथ घर में एकांत रहना भी वर्तमान समय की मांग है. इसके साथ मां व्यक्तिगत व नवजात की साफ सफाई का ध्यान रखे. 


इन बातों का ध्यान जरूर रखें: 

सबसे पहले हाथों को साबुन से धोकर साफ कर लें और इसके बाद बच्चे को स्तनपान करायें. स्तनपान रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.  चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी प्रसूति से नियमित स्तनपान की सलाह दे रहे हैं. ऐसे समय में भी माताएं बिना डरे शिशु को नियमित स्तनपान जरूर करायें. 

नवजात की साफ सफाई समय समय पर करते रहें. साफ सफाई किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकता है. नवजात के नैपकिन को बदलते रहें. अधिक देर तक नैपकिन के गीला रहने से उसे संक्रमण हो सकता है. सूती कपड़ों का इस्तेमाल बेहतर है. 


नवजात शिशु को सुबह के समय गुनगुनी धूप में लेकर 15 मिनट तक जरूर बैंठे. धूप से बच्चे का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होत है. जांडिस वाले शिशु के लिए सुबह की धूप काफी लाभदायक है. धूप से नवजात शिशुओं को विटामिन-डी मिलता है. यह हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है. इससे उसकी वजन व लंबाई बढ़ती है. 

यदि घर में सामान्य सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज हो तो भी मां उनसे दूर रहने की पूरी कोशिश करें. नवजात को भी दूर रखने में ही भलाई है. सर्दी जुकाम वाले पास पड़ोस के दूसरे लोगों को भी प्रसूति व बच्चे के बहुत करीब नहीं आने दें.  प्रसूति कच्चे व अधपके मांस का सेवन से पूरी तरह बचें.

चिकित्सक से परामर्श कर नवजात के लिए कुछ आवश्यक दवाई अपने पास रखें. बुखार, उल्टी व दस्त जैसी समस्या होने पर आशा व संबंधित स्वास्थ्यकर्मी को जरूर बतायें.

कोरोना संक्रमण को नहीं होने दे मस्तिष्क पर हावी, मानसिक स्वास्थ्य का रखें पूरा ख्याल • भविष्य को मुंगेर : सोचकर घबराने से बचें • जागरूकता और सही जानकारी से जोड़ें नाता • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार का करें सेवन • आम लोग, संक्रमित एवं स्वास्थ्य कर्मी सभी के लिए बेहतर मानसिक स्वास्थ्य जरुरी GS NEWS



मुंगेर/ 27 मार्च।  कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितता की चिंता, सामान्य सर्दी, खाँसी या बुखार होने पर डर, संक्रमण होने पर अलग-थलग रहने का भय जैसी बातें यदि आपके दिमाग में चल रही हो तो सावधान जो जायें. यह आपको मानसिक रूप से अस्वस्थ कर सकता है. इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य काफ़ी प्रभावित हो सकता है. विश्व भर में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण जन सुमदाय के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जो उन्हें मानसिक रूप से परेशान भी कर रहे हैं. चाहे आम लोग, संक्रमित व्यक्ति या कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव में जुटे स्वास्थ्य कर्मी की बात हो, सभी को ऐसे माहौल में सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है. बढ़ते संक्रमण के कारण भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रिया लाजिमी है. लेकिन अत्यधिक नकारत्मक प्रतिक्रिया आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है. इसको लेकर पुणे के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकाइट्री आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज ने विस्तार से दिशा-निर्देश जारी किया है. 

  
आम व्यक्तियों में भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं: 
कोरोनावायरस संक्रमण के कारण को लेकर आम व्यक्ति में कई तरह की भावनात्मक एवं व्यावाहरिक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है. 
संक्रमण को लेकर भविष्य में होने वाली अनिश्चितिता के प्रति चिंता एवं अवसाद 
संक्रमण प्रसार को लेकर भय 
सामन्य खाँसी, सर्दी एवं बुखार होने पर संक्रमण का भय 
समाज के कुछ लोगों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को लेकर गुस्सा एवं चिडचिडापन 
समाज में गैर-जिम्मेदार व्यवहार पर अनुचित ध्यान देना


संक्रमित व्यक्तियों को भी प्रतिक्रियों से बचने की जरूरत: 
कोरोना संक्रमित व्यक्ति भी कई तरह के नकारत्मक विचारों से ग्रसित हो सकते हैं.
संक्रमित होने के बाद अलगाव में रहने के डर के कारण रिपोर्टिंग से परहेज 
संक्रमित होने पर अनुचित अपराध बोध होना 
सबसे खराब संभावित परिणामों के बारे में चिंता और घबराहट
खुद एवं परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता 


संदिग्ध व्यक्तियों के क्वारंटाइन होने पर: 
ऊबन और अकेलापन
परिवार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता 
संक्रमण के शिकार की आशंका पर अपराध बोध 
महत्वपूर्ण समय में अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर पाने का अपराध बोध


स्वास्थ्य कर्मियों को भी सजग रहने की जरूरत:
कोरोनावायरस संक्रमण से लोगों को बचाव करने में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को भी अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत है. उनके मन में भी संक्रमण को लेकर कई नकारत्मक प्रतिक्रियाएं आ सकती हैं, जो उन्हें हताश एवं परेशान कर सकती है.
संक्रमण के बढ़ते मामलों एवं चुनौतीपूर्ण माहौल में कार्य करने पर चिंता का होना 
गंभीर रोगियों एवं मौतों के बीच अत्यधिक समय तक काम करने से उत्तेजित हो जाना 
कार्य के दौरान विफलता, हताशा, खराब देखभाल एवं  चिड़चिड़ापन की भावना का आना 
कुछ बुरा होने के बारे में अनुचित चिंता, अवसाद, बुरे सपने आदि भी स्वास्थ्य कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं 
ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को सचेत रहने की जरूरत है. अपने कार्य की स्पष्टता, कार्य के बीच थोडा अंतराल लेना, अपने खान-पान का ख्याल रखना, चाय एवं कॉफ़ी का सीमित इस्तेमाल कर ऐसे माहौल में अवसाद से स्वास्थ्य कर्मी बच सकते हैं. 


बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह करें: 
भावना को स्वीकार करें एवं साझा करें 
कोरोना के विषय में विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें( विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार)
अटकलों और अफवाहों से बचें
हाथ की सफाई एवं सोशल डीसटेंसिंग को अपनाए
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें एवं संतुलित आहार लें 
बच्चों एवं पड़ोसियों के लिए रोल मॉडल बनें 
कार्य एवं अवकाश के बीच संतुलन बनायें 
बुजुर्गों का अधिक ख्याल रखें( उन्हें संक्रमण का अधिक खतरा है)  
संक्रमण की रोकथाम में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें