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शुक्रवार, 19 जून 2020

बिहार की अदालतों में वर्चुअल कोर्ट के जरिए 8 जुलाई तक जारी रहेगी सुनवाई GS NEWS


पटना उच्च न्यायालय ने कोरोना संक्रमण के लगातार हो रहे प्रसार को ध्यान में रखते हुए बिहार की सभी अदालतों में वर्चुअल कोर्ट के जरिए मुकदमों की सुनवाई की व्यवस्था 8 जुलाई तक जारी रखने का निर्देश दिया है।
मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों की पूर्ण पीठ ने शुक्रवार को कोरोना महामारी में अदालतों के कामकाज के सिलसिले में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय समेत बिहार की सभी निचली अदालतों में वर्चुअल कोर्ट के जरिए मुकदमों की सुनवाई की व्यवस्था 8 जुलाई तक जारी रखने का निर्देश दिया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई सुनवाई के दौरान मौजूद एडवोकेट एसोसिएशन के महासचिव शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि पूर्ण पीठ ने इस संबंध में पिछली सुनवाई में भी वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई जारी रखने और 16 मार्च 2020 के पहले पारित हुए सभी अंतरिम आदेश की मियाद 18 जून 2020 तक के लिए बढ़ा दी थी।

 उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को हुई सुनवाई में भी अपने पिछले आदेश को जारी रखते हुए वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई की अवधि 19 जून से बढ़कर 08 जुलाई 2020 कर दी है।
वहीं, सुनवाई के दौरान उपस्थित बैरिस्टर एसोसिएशन के महासचिव अधिवक्ता मुकेश कांत ने बताया कि पूर्ण पीठ ने आश्वासन दिया है कि वकीलों की मांग पर सुरक्षा मानदंडों के साथ ही मैनुअल कोर्ट फाइलिंग के लिए उच्च न्यायालय प्रशासन जल्दी ही कवायद शुरू करेगा।

पीएम मोदी लॉन्च करेंगे,बिहार के खगड़िया में 'गरीब कल्याण रोजगार अभियान' 20 जून से घर के पास मिलेंगे, कितने तरह के काम देखें पूरी खबर GS NEWS

ग्रामीण भारत में रोजगार मुहैया कराने के लिए पीएम मोदी शनिवार 20 जून को बिहार के खगड़िया से इसकी शुरुआत करेंगे। दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस अभियान को पीएम लॉन्च करेंगे। 125 दिनों तक चलने वाले गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत देश के 116 जिलों में गांव वापस पहुंचे कम से कम हर जिले में 25000 प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने दिया जाएगा। इसके तहत अब गांव में ही 25 तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम दिए जाएंगे, जिसके लिए 50 हजार करोड़ रुपए का बजट एलोकेट किया गया है।
जिन राज्यों को इस योजना से फायदा होगा उसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा शामिल हैं।  इस योजना में सबसे ज्यादा बिहार के 32 जिलों को जोड़ा गया है। सरकार का दावा है कि मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है।

योजना की जरूरत क्यों पड़ी

कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू करना पड़ा। इससे बड़े शहरों में सभी उद्योग-धंधे बंद हो गए। इसका असर ये हुआ कि बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर अपने गांव लौट गए। अब केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में ही रोजगार देने के लिए एक योजना तैयार की है। इसका नाम 'गरीब कल्याण रोजगार अभियान' दिया गया है।
20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का हिस्सा

गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को बिहार के खगड़िया से गरीब कल्याण रोजगार अभियान को लॉन्च करेंगे, पीएम इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे। यह केंद्र सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का हिस्सा है। इस योजना की लॉन्चिंग के मौके पर पीएम मोदी के साथ 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और सबंद्ध मंत्रालय के मंत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़ेंगे। इस अभियान की शुरुआत बिहार के खगड़िया जिले के बेलदौर ब्लॉक के तेलिहार गांव से होगी।

अद्भुत खगोलीय घटना साबित होगा 21 जून वाला सूर्य ग्रहण,जान लीजिए पूरी बात GS NEWS


 आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन रविवार 21 जून को वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। 21 जून को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस है। ग्रहण के दिन सूर्य कर्क रेखा के एकदम ठीक ऊपर आएगा। 21 जून का दिन साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। ऐसा संयोग दूसरी बार बना है जब साल के सबसे बड़े दिन पर सूर्य ग्रहण लग रहा है। शास्त्रों में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है। सूर्य ग्रहण के दिन सभी नौ ग्रहों में से छह ग्रह वक्री चाल में रहेंगे। वक्री चाल को उल्टी चाल कहा जाता है। इसमें ग्रह उल्टी दिशा में चलते हैं।
इस बार कई संयोग लेकर आ रहा सूर्य ग्रहण

21 जून रविवार को सूर्य ग्रहण सुबह करीब 10:30 बजे शुरू होगा और दोपहर 02:04 बजे खत्म होगा। इसका सूतक 12 घंटे पहले यानी 20 जून को रात 10:30 से ही शुरू हो जाएगा, जो ग्रहण के साथ ही खत्म होगा।


क्या करें और क्या नहीं

ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलें। ग्रहण से पहले स्नान करें। तीर्थों पर न जा सकें तो घर में ही पानी में गंगाजल मिलाकर नहाएं। ग्रहण के दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। श्रद्धा के अनुसार दान करना चाहिए।

 सूर्य ग्रहण के दौरान सोना, यात्रा करना, पत्ते का छेदना, तिनका तोड़ना, लकड़ी काटना, फूल तोड़ना, बाल और नाखून काटना, कपड़े धोना और सिलना, दांत साफ करना, भोजन करना, घुड़सवारी, हाथी की सवारी करना और गाय-भैंस का दूध निकालना आदि की मनाही है।



इन राशि वालों को रहना होगा सावधान

मेष, सिंह, कन्या और तुला राशि के लोगों के लिए यह ग्रहण मध्यम फल देने वाला साबित होगा। शेष राशि के लोगों को लगभग शुभ फलों की प्राप्ति होने के योग बनेंगे। सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में लगेगा, इसलिए इस ग्रहण का सर्वाधिक प्रभाव मिथुन राशि के जातकों पर पड़ेगा। मिथुन राशि वाले को यह ग्रहण बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए और मंत्र जाप करना चाहिए।


 मिथुन राशि के लोगों को शारीरिक रूप से परेशानी होने के योग बन रहे हैं। उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और किसी प्रकार की चोट लग सकती है। व्यर्थ की चिंताओं से दूर रहना और सकारात्मक जीवन शैली अपनाने का प्रयास करना ही मिथुन राशि वालों के लिए लिए अच्छा रहेगा। मिथुन राशि के अलावा वृषभ, कर्क, धनु और मकर राशि के लोगों को भी खासतौर पर सावधानी बरतनी चाहिए। वृषभ राशि के लोगों को जहां आर्थिक तौर पर इस ग्रहण के प्रभाव से धन हानि के योग बन सकते हैं, वहीं कर्क राशि के लोगों को खर्चों में बढ़ोतरी और आर्थिक कमज़ोरी तथा स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 


धनु राशि के लोगों को भी स्वास्थ्य के मामले में परेशानी उठानी पड़ सकती है और उनके दांपत्य जीवन में भी तनाव का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग मकर राशि में जन्मे हैं, उनको भी शारीरिक रूप से परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

24 घंटे में बिहार में मिले 250 नए कोरोना मरीज ,राज्य में आंकड़ा पहुंचा 7290 GS NEWS

बिहार में कोरोना महामारी का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. शुक्रवार को 250 नए मामलों की पुष्टि होने के बाद आंकड़ा 7290 पहुंच गया है. बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 1,45,562 जांच किए जा चुके हैं, इस वायरस के कारण अब तक 49 लोगों की जान जा चुकी है.


वहीं, पूरे  राज्य अनलॉक -1 लागू है. केंद्र सरकार के निर्देश के बाद इस बार कई क्षेत्रों में काफी छूट दी गई है. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क पहनना अनिवार्य है. 


5098 लोग स्वस्थ होकर लौटे अपने घर
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 1,45,562 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 137 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं, इस तरह अब तक कुल 5098 लोग स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गये हैं. कोरोना से रिकवरी रेट 45 फीसदी है.

TMBU : जुलाई के दूसरे सप्ताह से स्नातक PART 1 में नामांकन GS NEWS




तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में चालू सत्र के दौरान स्नातक पार्ट वन में दाखिले की तैयारियां पूरी कर ली गई है। ऑनलाइन दाखिले में कोई त्रुटि न हो इसके लिए यूएमआइएस के सॉफ्टवेयर को अपडेट कर लिया गया है।
 सीबीएसई और आइसीएसई प्लस टू के रिजल्ट आने का इंतजार है। समन्वय समिति की हरी झंडी के बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाने की उम्मीद है।
विवि के सीसीडीसी प्रो. केएम सिंह ने कहा कि सभी अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों से विषय वार कितने सीट स्वीकृत हैं इसकी भी सूची प्राप्त कर ली गई है। अब नामांकन प्रक्रिया शुरू करने के लिए सिर्फ समन्वय समिति की एक औपचारिक बैठक शेष रह गई है, जो जल्द होगी। आगामी बैठक में नामांकन के लिए आवश्यक गाइडलाइंस तैयार की जाएंगी। एडमिशन शुरू किए जाने की तिथि पर फैसला लिया जाएगा।


इधर, बिहार बोर्ड से इंटर पास छात्र-छात्राओं को कॉलेजों में अपने नामांकन का इंतजार है। सत्र लेट होने की चिंता भी उन्हें सता रही है। पर कोरोना संकट ने सब कुछ को बिगाड़ कर रख दिया है।

मीठापुर बस स्टैंड के यात्रियों को लूटने वाले गिरोह के तीन बदमाश हथियार के साथ गिरफ्तार, वारदात को अंजाम देने के बाद टेम्पो से हो जाते थे फरार GS NEWS





मीठापुर बस स्टैंड में यात्रियों को लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को एक टेम्पो के साथ गिरफ्तार किया है।

 कल देर रात सूचना मिली थी कि कि कुछ अपराधी मीठापुर बस स्टैंड में अपराध की योजना बना रहे हैं। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल छापेमारी की और तीन लोगों को वहां से हिरासत में लिया।
उनके पास से एक टेम्पो भी बरामद किया गया जो चोरी का बताया जा रहा है। पूछताछ के बाद इन लोगों ने बताया कि ये लोग लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। लूट की वारदात करने के बाद सभी आराम से टेम्पो से फरार हो जाते थे।
 पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल और मोबाइल बरामद किया है। लूटे गए अन्य सामानों की जानकारी इनसे ली जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

मुज़फ़्फ़रपुर में DM के द्वारा बाढ़ के पूर्व तैयारी को लेकर विभिन्न विभागों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित GS NEWS





मुजफ्फरपुर समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के द्वारा बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर विभिन्न विभागों के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई। इस दौरान डीएम ने बाढ़ पूर्व किए गए तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश भी दिया। अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा ने संभावित बाढ़ 2020 को लेकर अब तक किए गए तैयारियों से जिलाधिकारी को अवगत कराया।
 बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष इंद्रा देवी, उप विकास आयुक्त उज्जवल कुमार सिंह ,अपर समाहर्ता राजेश कुमार ,दोनो अनुमंडल पदाधिकारी के साथ जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं बाढ़ सुरक्षा से संबंधित तकनीकी विभागों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। गंडक,बूढ़ी गंडक और बागमती प्रमंडल के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि हाल के दिनों में लगातार मानसूनी वर्षा के कारण कुछ समस्याएं सामने आई हैं ।परंतु अभी जिले में बाढ़ की स्थिति बिल्कुल नहीं है ।


आज की बैठक में मुख्य रूप से जिले के बाढ़ प्रवण प्रखंडों विशेषकर औराई, कटरा और गायघाट  को लेकर विशेष रूप से समीक्षा की गई। बाढ़ प्रवण प्रखंडों में नाव की उपलब्धता,तटबंधों की स्थिति , जल स्तर एवं वर्षापात की स्थिति ,मानव एवं पशु दवाओं की उपलब्धता ,कटाव रोधी कार्य इत्यादि के संबंध में समीक्षा की गई। बैठक में बागमती प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि बागमती नदी में बढ़े हुए जलस्तर के कारण तटबंध के अंदर के गांव और पंचायत प्रभावित हो रहे हैं।

 मुख्य रूप से उनका संपर्क प्रभावित हो रहा है। औराई में हालात स्थिर और नियंत्रण में है। बताया गया कि औराई के  अतरार घाट पर चचरी पुल पर दबाव है ।इसे देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को निर्देशित किया गया कि वे जल संसाधन के टीम के साथ जाकर हालात का जायजा लें और देखें कि यदि चचरी पुल सुरक्षित है कि नहीं ।यदि असुरक्षित है तो तत्काल उसपर आवागमन  बंद कराना सुनिश्चित किया जाए। वहीं कटरा प्रखंड के तहत बाँसघट्टा में चचरी पुल पर दबाव तथा चामुंडा स्थान पर पीपा पुल पर दबाव की बात सामने आई है। 


इसे देखते हुए अनुमंडल अधिकारी पूर्वी एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वह जाकर तत्काल उसका निरीक्षण कर प्रतिवेदेन उपलब्ध कार्य जाय।उक्त सभी जगहों पर आवश्यकता अनुसार नाव भी उपलब्ध कराए जाएंगे।वहीं गायघाट की स्थिति अभी नियंत्रण में है। गायघाट के भटगावां,जगनिया ,हरपुर आदि जगहों पर कटाव की समस्या आई है ,संपर्क बाधित नही हुआ है।

 वहां के लिए भी जिला स्तर से प्रशासनिक पदाधिकारियों और तकनीकी पदाधिकारियों की टीम जाकर हालात का जायजा लेगी, इस आशय का भी निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया, बैठक में बताया गया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा मुकम्मल तैयारियां की गई हैं ।सरकारी नावें भी उपलब्ध हैं साथ ही निजी नावों से भी इकरारनामा किया जा रहा है। बताया गया कि जहां आवागमन की सुविधा पाई जाएगी वहां नाव उपलब्ध कराए जाएंगे परंतु चचरीऔर पीपा पुल के माध्यम से असुरक्षित आवागमन पर संभावित खतरे को देखते हुए रोक लगाई जाएगी। 

इस संबंध में वस्तु स्थिति से अवगत होने एवं तदनुसार उक्त आलोक में करवाई करने हेतु अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी को निर्देशित किया गया है ।सुलिस गेट पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। बूढ़ी गंडक नदी से संबंधित 90 सुलिस गेट हैं। जिसमें 11 अप्रासंगिक हैं। शेष सभी सुलिस गेट की मरम्मती करा दी गई है साथ ही  सुरक्षात्मक उपायों के मद्देनजर लगभग 70 सुलिस गेटों के पास 500 -500 बालू भरे बोरे भी रखवाए गए हैं।

 बैठक में इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए पर्याप्त  मात्रा में मानव दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है और स्वास्थ विभाग आने वाले किसी भी परिस्थितियों का सामना करने हो तैयार है।

जानें क्यों 21 जून को मनाया जाता है योग दिवस, भारतीय संस्कृति के जुड़ा है नाता GS NEWS



आपका मन अगर अशांत है या शरीर की क्रियाशीलता कम हो गई है, तो इससे लिए आपको अपने जीवन का कुछ वक्त योग को समर्पित करना चाहिए जिससे कि आप न सिर्फ स्वस्थ रह सकें बल्कि अंदरूनी शांति से भी जुड़ सके। हर साल 21 जून को मनाया जाता है।ऐसे में मन में कई बार यह सवाल आता है कि 21 जून को ही योग दिवस  क्यों मनाया जाता है।आइए, जानते हैं इससे जुड़ी खास बातें।
21 जून ही क्यों चुना गया
भारतीय संस्कृति के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य जल्दी उदय होता है और देर से ढलता है इसीलिए ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

 
कब से हुई शुरुआत
आज से छह साल पहले 2015 में पहली बार मनाया गया था।इस साल दुनिया छठा योग दिवस मना रही है।11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने को मान्यता दी थी। इस घोषणा के बाद अगले साल यानी 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा था।
क्या है इस साल की थीम
हर साल की तरह इस साल भी योग दिवस को एक थीम दी गई है।लेकिन इस साल कोरोनावायरस महामारी यानी कोविड 19 के चलते लोगों को ऐसी थीम दी गई है, जो सेहत और स्वस्थ्य को बढ़ावा देगी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 थीम है घर में रहते हुए अपने परिवार के साथ योग करना।
क्या है योग दिवस का महत्व
योग को प्राचीन भारतीय कला का एक प्रतीक माना जाता है. भारतीय योग को जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जावान बनाए रखने के लि‍ए महत्वपूर्ण मानते हैं। इस दिन को मनाने का उद्देश्य योग के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के साथ लोगों को तनावमुक्त करना भी है।

बिहार में मिले कोरोना संक्रमण के 138 नए मरीज, राज्य में आंकड़ा पहुंचा 7178 GS NEWS

 बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण थम नहीं रहा है प्रत्येक दिन कोरोना मरीज की तादात काफी तेजी से बढ़ रही है। बिहार में शुक्रवार को 19 जिलों में 138 नए कोरोना संक्रमित मिले। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7178 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट के मुताबिक औरंगाबाद में 1, बाँका में 7, बेगूसराय में 4, भागलपुर में 3, बक्सर में 36, दरभंगा में 14, गोपालगंज में 7 , जहानाबाद में 7,  कैमूर में 1, किशनगंज में 1, नालन्दा में 3, नवादा में 7, पटना में 13, पूर्णिया में 1, समस्तीपुर में 10, सारण में 17, शेखपुरा में 2, सीतामढ़ी में 1 और वैशाली में 3 संक्रमितों की पहचान की गई।
इससे पहले बिहार में गुरुवार को 20 जिलों में मिले 100 संक्रमित मरीजों के साथ कोविड-19 संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 7000 को पार करते हुए 7040 पर पहुंच गया था। वहीं प्रदेश में कोरोना से 44वीं मौत हुई। 
 
अबतक 4961 मरीज हुए स्वस्थ 
विभाग के अनुसार गुरुवा को 4961 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए। पिछले 24 घंटे में 185 संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए। डॉक्टरो ने उन्हें तत्काल होम क्वारंटीइन में रहने का निर्देश दिया। ताकि उन्हें  दूसरी बार फिर कोरोना का संक्रमण नही हो जाए। 
1 लाख 39 हजार 584 सैम्पलों की हुई जांच
जानकारी के अनुसार राज्य में अबतक 1 लाख 39 हजार 584 सैम्पलों की जांच की जा चुकी है। विभाग के अनुसार बुधवार को 5182 सैम्पलों की जांच की गई। राज्य के सभी 38 जिलों में ट्रू नेट मशीन से कोरोना की प्रारम्भिक जांच शुरू होने के बाद पहली बार 5 हजार से अधिक सैम्पलों की जांच की गई। 


बिहार में 1987 कोरोना के हैं एक्टिव मरीज
जानकारी के अनुसार राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमित एक्टिव मरीज 1987 है। जबकि राज्य में 4687 प्रवासियों को कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में अब रैंडम तरीके से प्रवासियों का सैम्पल एकत्र कर उसकी जांच करायी गयी थी।

कोरोना काल में पहली बार सड़क पर उतरे CM नीतीश कुमार, जलजमाव की स्थिति का लिए जायजा GS NEWS


कोरोनाकाल में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सड़कों पर उतरे. शुक्रवार को उन्होंने पटना की सड़कों पर घूम-घूमकर जलजमाव की स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने संप हाउस की स्थिति देखी और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण मरीजों के लिए पाटलिपुत्र कॉम्पलेक्स में बने कोविड-19 ट्रीटमेंट सेंटर का भी निरीक्षण किया. शहर में जलजमाव न हो इसके लिए निगम और बुडको की तरफ से किताना काम हुआ है उन्होंने इसकी भी जानकारी ली. सीएम ने आधा दर्जन से अधिक सम्प हाउस, नाला का निरीक्षण किया.
गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह हुई भारी बारिश से पटना के राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, कदमकुंआ और आसपास के इलाके में जल जमाव हो गया। राजेंद्र नगर स्थित मोइनुल हक स्टेडियम तालाब में तब्दील हो गया। यहां घुटने तक पानी भर गया। यही हाल सड़कों पर दिखा। लोग घुटने भर पानी में चलने को मजबूर दिखे। बहादुरपुर, रामपुर समेत कई मोहल्ले जलमग्न हुए। राजबंशी नगर इलाके में कई घरों में पानी घुस गया।


सितंबर 2019 में हुई भारी बारिश में पटना डूब गया था। एक सप्ताह से अधिक समय तक पटना के कई इलाके पानी में डूबे रहे। राजेंद्र नगर स्थित अपने घर में उप मुख्यमंत्री जल कैदी बन गए। तीन दिन बाद उन्हें एनडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू किया। इस साल मानसून की पहली बारिश में हुए जल जमाव ने पिछले साल की यादें ताजा कर दी।

सड़क पर उतरे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में जल जमाव से निपटने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेने सड़क पर उतरे। उन्होंने पटना नगर निगम के सात अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा किया। नीतीश पाटलिपुत्र कॉम्प्लेक्स, योगीपुर संप हाउस और ड्रेनेज, पहाड़ी ड्रेनेज, बादशाही पइन, बस टर्मिनल बैरिया और गांधी सेतु इलाके में गए। सीएम ने करीब 3 घंटे तक इन इलाकों का घूम-घूम कर जायजा लिया।

तेजस्वी ने ट्वीट कर उठाया सवाल
राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना में हुए जलजमाव पर ट्वीट कर सवाल उठाया है। उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया। तेजस्वी ने लिखा कि पहली बारिश के बाद स्मार्ट सिटी पटना में फिर जलजमाव हुआ। 


पिछले साल पटना में जो हुआ उससे भी कोई सबक नहीं लिया। कथित सुशासन के भ्रष्टाचारिक कचरे ने पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों को नरक बना दिया है। क्या 15 वर्षीय नीतीश सरकार इसका दोष अब विपक्ष को देगी? हम जल जमाव का जायजा लेने जाएंगे।