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शनिवार, 1 अगस्त 2020

DGP गुप्तेश्वर पांडे बोले:- सुशांत को न्याय दिलाने के लिए जान की बाजी लगा देंगे GS NEWS

 सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मुझे मुंबई जाने की कोई जरूरत नहीं है. मैं बिहार का डीजीपी हूं. कोई नहीं जानता था कि सुशांत सिंह राजपूत का सुसाइड केस इस तरह मोड़ लेगा. उन्होंने आगे कहा कि कि हम क्यों चाहेंगे कि सीबीआई को केस दिया जाए. ये तो पीड़ित परिवार पर निर्भर करता है.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सोशल मीडिया पर चल रही चर्चा पर भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ कुछ गलत हुआ है. लिहाजा, हम कार्रवाई कर रहे हैं. वहीं, पीड़ित परिवार यानी उनके पिता केके सिंह जी क्या चाहते हैं. उस दिशा में कार्रवाई होती है. एफआईआर पर लगे आरोपों के अनुसार बिहार पुलिस कार्रवाई कर रही है.
डीजीपी पांडेय का पूरा स्टेटमेंट


1.सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बिहार के DGP की प्रेस कॉफ्रेंस

2.मुंबई पुलिस पर आरोप लगाना सही नहीं : DGP

3.मुंबई पुलिस प्रोफेशनल है, हमें उनसे उम्मीद है.


4.बिहार पुलिस मदद के लिए ले रही है लीगल ओपिनियन.

5.हमलोग सबूत के आधार पर काम करते है
6.रिया चक्रवर्ती के ऊपर लगे आरोप पर बिहार पुलिस अनुसंधान कर रही है.


7.बिहार पुलिस के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ है


8.मुंबई पुलिस बिहार पुलिस का सहयोग कर रही है.

9.हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिले.

10.पब्लिक सच जानना चाहती है. उन्हें लगता है कि कुछ गलत है. जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

11.सुशांत सिंह राजपूत के पिता यानी पीड़ित परिवार के अनुसार कार्रवाई होती है.


12.सीबीआई के लिए हम पहल नहीं कर सकते.


13.सुशांत सिंह राजपूत बिहार का बेटा नहीं, देश का बेटा है.
बगैर सजा-ए-गुनाह के रुक भी नहीं सकते!'
इससे पहले, गुप्तेश्वर पांडे ने अपने ट्वीट में लिखा- 'हम थके भी नहीं हैं,औ’ झुक भी नहीं सकते ! बग़ैर सजा-ए-गुनाह के रुक भी नहीं सकते !! जुल्मी को सज़ा-ए-हवस न मिले जब तक ! ज़िद है मंज़िल से अब हम चूक नहीं सकते !!'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- पिता मांग करेंगे तो सीबीआई जांच की सिफारिश संभव GS NEWS


सुशांत मिस्ट्री केस को लेकर प्रत्येक दिन एक ना एक नया खुलासा सामने आ रहा है एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग पर पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुलकर बोले हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि सुशांत के पिता केके सिंह मांग करेंगे तो सीबीआई जांच की सिफारिश संभव है।
नीतीश ने कहा कि बिहार पुलिस सुशांत के पिता द्वारा पटना में दर्ज कराए गए एफआईआर के बाद मामले की जांच कर रही है। केस दर्ज होने के बाद जांच करना पुलिस का कर्तव्य है। मुंबई पुलिस को बिहार पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए। यह उनका कानूनी कर्तव्य भी है। इस जांच में दो राज्यों के बीच झगड़े जैसे कोई बात नहीं है।
नीतीश ने कहा कि इस मामले में बिहार सरकार पूरी मजबूती से अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई गई कि केस को महाराष्ट्र ट्रांसफर कर दिया जाए। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से कोर्ट में याचिका दायर की गई। इस मामले को एक सीनियर एडवोकेट देख रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- नीचता पर उतर आए हैं लोग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। इस बारे में एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- मैं इसकी निंदा करता हूं। कोरोना संकट में मुंबई और महाराष्ट्र की पुलिस कोरोना योद्धा बनकर देश के लिए कुर्बान हो रहे हैं और ये लोग ऐसी नीचता पर उतारू हैं। जिस किसी के पास कोई भी सबूत हो या जानकारी हो, उसे लेकर आएं। आरोपी को फांसी पर जरूर लटकाएंगे।

बिहार में अधिक उम्र वाले डॉक्टर पर कहर बरपा रहा कोरोना, 18 दिनों में ही 13 डॉक्टरों की मौत GS NEWS

बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने समस्तीपुर जिले के सिविल सर्जन डॉ आर आर झा समेत 13 डॉक्टरों को मौत की नींद सुला दी और इन सभी डॉक्टरों की मौत जुलाई महीने में ही हुई है। गौर करने वाली बात यह है कि मरने वाले सभी डॉक्टरों की उम्र 60 से लेकर 67 वर्ष के बीच की है। 
बिहार आईएमए के सेक्रेटरी डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि हमने राज्य सरकार से कई बार अनुरोध किया है कि जिन डॉक्टरों की उम्र 60 और 65 के बीच की है और वो कोविड 19 केस को देख रहे हैं उन्हें घर से काम करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाये लेकिन अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया।   
वहीं बिहार आईएमए के उपाध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकारी अस्पतालों में जो पीपीई किट दिया गया है उसकी क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है। हाल ही में जब दिल्ली से आई टीम ने एनएमसीएच को दौरा किया था तो उन्होंने भी पीपीई किट की क्वालिटी का सही नहीं बताया था। बिहार आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि उम्रदराज डॉक्टरों से दूसरे प्रकार के काम लिये जा सकते हैं, मसलन इमरजेंसी वार्ड या फिर बुजुर्ग मरीजों के देख भाल के लिए बने वार्ड में उन डॉक्टरों से सेवा ली जा सकती है।
पटना एम्स में 13 जुलाई को गया के डॉक्टर अश्विनी कुमार (59 वर्ष) की मौत हो गई। डॉक्टर अश्विनी जनरज फिजिशियन भी थे और प्राइवेट क्लिनिक भी चलाते थे। अगले ही दिन 14 जुलाई को ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एनके सिंह (69 वर्ष) की भी कोरोना से मौत हो गई। डॉक्टर कल्याण कुमार (70 वर्ष) की 20 जुलाई, समस्तीपुर के सिविल सर्जन डॉ आर आर झा और अररिया के डॉक्टर जीएन साह (70 वर्ष) की 22 जुलाई को मौत हो गई। 24 जुलाई को तीन डॉक्टरों की, मसौढ़ी के डॉ अवधेश कुमार सिंह, सुपौल के डॉ महेंद्र चौधरी और पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागध्यक्ष डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, की मौत हो गई। मुंगेर के डॉक्टर डीएन चौधरी की 25 जुलाई को मौत हो गई।
30 जुलाई को चार डॉक्टरों, पूर्वी चंपारण के आदमपुर निवासी डॉक्टर नागेंद्र प्रसाद, मुजफ्फरपुर के मेजर रिटायर्ट डॉक्टर एके सिंह मसौढी अनुमंडल अस्पताल में तैनात डॉक्टर के राजन और दंत चिकित्सक डॉक्टर गोविंद प्रसाद, की मौत हो गई।

शुक्रवार, 31 जुलाई 2020

कोरोना संकट: एक दिन का किया गया बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र GS NEWS

बिहार विधानसभा का प्रस्तावित चार दिवसीय सत्र अब केवल एक दिन का ही होगा। सत्र का आयोजन ज्ञान भवन में 3 से 6 अगस्त तक प्रस्तावित था।  सर्वदलीय बैठक में कोरोना संकट को देखते हुए इसे संक्षिप्त कर एक दिन का ही करने पर सहमति बनी।
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अब केवल 3 अगस्त को ही विधानसभा की बैठक आहूत होगी। एक दिन में ही सभी जरूरी कार्य निपटा लिए जाएंगे। 
पहले सत्र में राजकीय विधेयक पेश होंगे। साथ ही राजकीय कार्य निपटाए जाएंगे, जिसमें प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी भी शामिल है, जबकि विपक्ष की मांग पर दूसरे सत्र में राज्य में कोरोना तथा बाढ़ की समस्या पर विशेष विमर्श आयोजित करने पर सहमति बनी। 
ज्ञान भवन में हुई इस सर्वदलीय बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार, सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा, आरजेडी विधायक अब्दुल बारी सिद्दिकी और कांग्रेस विधायक अवधेश कुमार सिंह तथा बिहार विधान सभा के प्रभारी सचिव भूषण कुमार झा उपस्थित रहे।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान ने फिर तोड़ा सीजफायर, एक भारतीय जवान शहीद GS NEWS

पूरा विश्व वैश्विक महामारी से लड़ रहा है और पाकिस्तान अपने करतूत से बाज नहीं आ रहा, पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पर पुंछ जिले में पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन में एक भारतीय जवान की जान चली गई है।बालाकोट में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में एक भारतीय जवान शहीद हो गया.

 शनिवार को अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसमें भारत का एक जवान शहीद हो गया। 
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के मेंढर सब-डिवीजन के बालाकोट सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। 
वहीं बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में एक भारतीय जवान शहीद हो गया. 

पाकिस्तान ने बालाकोट में करीब आधी रात में फायरिंग की जिसमें भारतीय जवान शहीद हो गया. भारतीय सेना के जवानों ने भी पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है.

इस बीच, कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन उड़ते देखा है. 


इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया है. हालांकि अब तक कुछ मिलने की सूचना नहीं है.
भारत की जवाबी कार्रवाई में मारा गया पाकिस्तान का एक जवान, 8 घायल

इससे पहले बुधवार को उरी में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की गोलीबारी में भारतीय सेना के एक कुली (पोर्टर) की मौत हो गई थी. उरी सेक्टर के लाचीपोरा में बुधवार को सीमापार से हुई गोलीबारी में सेना के पोर्टर की जान चली गई थी. वहीं इससे पहले पाकिस्तान की और से सीजफायर उल्लंघन किए जाने पर सोमवार को भारतीय सेना ने जबरदस्त कार्रवाई की जिसमें पाक सेना का जवान मारा गया गया था वहीं 8 अन्य पाकिस्तानी जवान घायल हो गए थे.

बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने:- वीडियो जारी कर दी बकरीद की मुबारकबाद ,कौमी एकता बनाए रखने की अपील GS NEWS

बिहार में वैश्विक महामारी का कहर इस बीच बहारों की लहर ,वही बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने लोगों से की अपील ,डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने वीडियो जारी कर लोगों को बकरीद की मुबारकबाद दी. इस दौरान उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोरोना काल में जिस तरह ईद का पर्व मनाया गया. ठीक उसी तरह इस पर्व को भी मनाएं. राज्य और केंद्र सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए घर पर रह कर पर्व मनाएं.
किसी के बहकावे में नहीं आएं- डीजीपी 
डीजीपी ने कहा कि पर्व के दौरान किसी के भी बहकावे में नहीं आएं. कोरोना के मद्देनजर सभी पर्व घर पर रह कर ही मनाने को कहा जा रहा है. सावन में लाखों लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने बाबाधाम देवघर जाया करते थे. ऐहतियातन उस पर भी रोक लगा दी गई है. अमरनाथ से लेकर वैष्णो देवी तक के दर्शन पर पाबंदी हैं.
एकता बनाए रखने की अपील 
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि इस महामारी में संक्रमण से खुद का बचाव प्राथमिकता होनी चाहिए. सभी लोग घर पर ही नमाज अता करें और अल्लाह से दुआ करें कि जल्द से जल्द यह मुश्किल वक्त टल जाए. ताकि सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो सके. इस वक्त की किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. उन्होंने कहा कि सभी लोग कौमी एकता बनाए रखें. पुलिस-प्रशासन 24 घंटे जनता की सेवा के लिए तत्पर है

CM का स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक, अधिक से अधिक कोरोना टेस्टिंग का दिया निर्देश GS NEWS

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अणे मार्ग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 22742 सैंपल की जांच की गई है और प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है.
प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किए जा रहे उपायों, ऑक्सीजन सिलेंडर, टेस्टिंग किट, वेंटीलेटर, आईसीयू बेड की उपलब्धता पाइप लाइन के माध्यम से वेट तक ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में पूरी जानकारी दी. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक सभी जिलों में टेस्टिंग करने का निर्देश दिया.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिया


1. सभी जिलों में अधिक से अधिक टेस्टिंग हो. जिससे कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उनका बचाव किया जा सके.


2. जिन लोगों को कोरोना संक्रमण की आशंका है. उन्हें चिकित्सकीय सुविधा जरूर उपलब्ध कराएं, ताकि उनमें आत्मविश्वास का भाव आए.


3. बाढ़ प्रभावित जिलों में टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया. साथ ही संभावित बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए भी विशेष तैयारी रखने के लिए कहा. आपदा राहत केंद्रों में एंटीजन टेस्टिंग अवश्य कराई जाए.



4.  सभी जिलों में वेंटीलेटर युक्त आईसीयू की समुचित और पर्याप्त व्यवस्था रखने का भी निर्देश दिया.

5. मुख्यमंत्री ने कोविड हेल्थ सेंटर में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड की पर्याप्त व्यवस्था रखने का भी निर्देश दिया.


6. सभी कोविड अस्पतालों में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की प्रोटो कॉल के अनुसार नियमित विजिट हो यह सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया


7. व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से कोरोना संक्रमण के इलाज से संबंधित नजदीकी हेल्थ सेंटर की जानकारी देने के लिए भी अधिकारियों को कहा.



8. सभी जिलों में एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखें, ताकि मरीजों को इलाज के लिए कोविड सेंटर तक पहुंचाया जा सके.


9. मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए लोगों को जागरुक करते रहें.



 कई अस्पतालों का डिजिटल अवलोकन भी किया
मुख्यमंत्री ने एनएमसीएच पटना, वर्धमान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस पावापुरी नालंदा, दरभंगा के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल, एएमसीएच गया, इंडोर स्टेडियम गया में बनाए गए 50 बेड के कोविड हॉस्पिटल, जीएमसीएच बेतिया का डिजिटल अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया.

सुशांत की बहन श्वेता की PM मोदी से अपील:- प्लीज मामले को संज्ञान में लीजिए GS NEWS

सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में प्रत्येक दिन एक ना एक नया खुलासा सामने आता है अब सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने एक बार फिर एक्टर को लेकर पोस्ट किया है. इस बार उन्होंने एक्टर भाई को श्रद्धांजलि देते हुए एक फोटो शेयर किया है और साथ ही उनके लिए इंसाफ की मांग भी की है.
श्वेता सिंह कीर्ति ने लिखा- 'मैं सुशांत सिंह राजपूत की बहन हूं और मैं पूरे मामले की तत्काल जांच का अनुरोध करती हूं. हम भारत की न्याय व्यवस्था में विश्वास करते हैं और किसी भी कीमत पर न्याय की उम्मीद करते हैं. श्वेता ने इस पोस्ट के जरिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इंसाफ के लिए गुहार लगाई हैं.
प्लीज मामले को संज्ञान में लीजिए
श्वेता ने इंस्टाग्राम पर भी एक पोस्ट शेयर किया है. पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि मामले को संज्ञान में लिया जाए. उन्होंने लिखा- 'उनके भाई का इंडस्ट्री में कोई गॉड फादर नहीं था. हम बेहद साधारण परिवार से है. बस उनका भाई इकलौता स्टार बॉलीवुड में हमारे परिवार से था. प्लीज मामले को संज्ञान में लीजिए. सुशांत मामले में सच बाहर आए और सबूतों के साथ छेड़छाड़ न की जाए.
सुशांत सिंह राजपूत के लिए चाहिए इंसाफ'
इससे पहले श्वेता सिंह कीर्ति ने एक पोस्ट में लिखा था, 'अगर सच मायने नहीं रखता तो कभी भी कुछ भी मायने नहीं रखेगा.' उन्होंने आगे लिखा- 'सुशांत सिंह राजपूत के लिए इंसाफ.' इससे पहले श्वेता सिंह कीर्ति ने एक यूजर के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि मुंबई पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद वह सीबीआई जांच की मांग कर सकती हैं.

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने आज भागलपुर JLNMCH का किया निरीक्षण GS NEWS

बिहार में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत शुक्रवार को भागलपुर पहुंचे। राज्य सरकार के विशेष हेलीकॉप्टर से दोपहर 12.30 बजे जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी अगुवानी की। हाल के दिनों में विभाग में विवाद के बाद प्रधान सचिव स्वास्थ्य बनाए गए प्रत्यय अमृत अपने पहले भागलपुर दौरे पर आए हैं। 
अपने भागलपुर दौरे पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने जेएलएनएमसीएच का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कोविड-19 के साथ-साथ अस्पतालों में उपलब्ध साधन संसाधन की स्थिति की जानकारी ली और कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। प्रधान सचिव ने कोरोना सैंपल की रोजाना की जांच की संख्या के बारे में अवगत हुए और जांच बढ़ाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान प्रधान सचिव के साथ भागलपुर के डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी आशीष भारती, सिविल सर्जन, जेएलएनएमसीएच अधीक्षक उपाधीक्षक समेत कई अधिकारी और स्वास्थ विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कुमावत को हटाकर प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग की कमान सौंपी 
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों केबिनेट मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य मीटिंग की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तत्कालीन प्रधान स्वास्थ्य सचिव उदय सिंह कुमावत पर बिगड़ पड़े थे। उन्होंने उन्हें कार्रवाई तक की चेतावनी दी थी। इसी के बाद से स्वास्थ्य विभाग में प्रधान सचिव के बदलने की अटकलें लगने लगी थी। 

इन्ही सब विवादों के बीच नीतीश सरकार ने कामकाज से संतुष्ट नहीं होने के बाद 68 वें दिन ही प्रधान स्वास्थ्य सचिव को पद से हटाते हुए उनका तबादला राज्य योजना पर्षद में परामर्शी के पद पर किया। और उनकी जगह ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग की कमान सौंपी गई।