कुल पाठक

मंगलवार, 31 मार्च 2020

मुंगेर : कोरोना को लेकर डायबिटीज़ और अस्थमा के मरीजों को विशेष सतर्कता जरूरी GS NEWS


डायबिटीज के मरीजों को खून में चीनी की मात्रा को रखना चाहिए नियंत्रित 
संक्रमण से बचने के लिए अस्थमा के मरीज इनहेलर लेते रहें और बरतें सावधानी 

मुंगेर/31 मुंगेर। कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित कर सकता है लेकिन उन लोगों को इससे ज़्यादा ख़तरा है जिन्हें पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है या जो उम्रदराज हैं। जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ जैसी बीमारियां हैं उनको कोरोना वायरस से ज़्यादा ख़तरा है। इसके लक्षण अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते हैं. जैसे सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ़। इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन के मुताबिक भारत में 2019 तक डायबिटीज के मरीजों की संख्या 7.7 करोड़ थी। कोरोना वायरस से संक्रमित कई लोगों को डायबिटीज भी बताई जा रही है. हालांकि, ऐसे कितने मरीज़ हैं इसका आँकड़ा उपलब्ध नहीं है। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है तो ये ज़रूरी नहीं कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण दूसरों के मुक़ाबले जल्दी हो जाए लेकिन संक्रमण के बाद हालात अन्य मरीज़ों से ज़्यादा गंभीर हो सकते हैं।


डायबिटीज़ होने पर क्या करें

कोविड-19 डायबिटीज़ के मरीजों में कॉम्प्लिकेशन पैदा कर सकता है. अगर आपको डायबिटीज़ है और खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्क़त होती है तो अपना ब्लड शुगर नापते रहें और डॉक्टर से सलाह लें। इसके लिए खान- पान का ध्यान रखना चाहिए, जिससे खून में चीनी की मात्रा को नियंत्रित रखा जा सके। साथ ही घर पर ही हल्का - फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए।  

अस्थमा होने पर क्या करें

जिन लोगों को अस्थमा है वो डॉक्टर द्वारा बताया गया अपना इनहेलर लेते रहें। इससे किसी वायरस के चलते होने वाले अस्थमा दौरे का ख़तरा कम हो जाएगा। अपना इनहेलर हर दिन साथ रखें। अगर आपका अस्थमा बढ़ रहा है तो ऐसे में हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें। अस्थमा के मरीज घर से बिल्कुल भी बाहर ना निकलें और अगर जरूरत पड़ने पर बाहर निकल भी हैं तो, संक्रमण से बचे रहने के लिए पूरे दिशा-निर्देशों का गंभीरतापूर्वक पालन करें।

पहले से कोई बीमारी है तो सावधानी बरतनी चाहिए

जिन लोगों में हाई बल्ड प्रेशर, सांस संबंधी समस्या या कमज़ोर प्रतिरक्षा क्षमता है उन्हें कोरोनावायरस से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोनावायरस के कारण भी सांस संबंधी समस्या हो जाती है। वायरस गले, श्वसन नली और फेफड़ों पर असर डालता है। ऐसे में पहले से कोई दिक्कत होने पर इलाज करना और चुनौतीपूर्ण बन जाता है। अगर फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। कोरोना वायरस का इलाज इस बात पर आधारित होता है कि मरीज़ के शरीर को सांस लेने में मदद की जाए और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए ताकि व्यक्ति का शरीर ख़ुद वायरस से लड़ने में सक्षम हो जाए।

ऐसे लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत, चिकित्सीय जांच करवाते रहें

डिप्टी डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त मुंगेर जिले के डॉ के. के. वाजपेयी ने कहा ये देखा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बूढ़ों और पहले से ही सांस की बीमारी (अस्थमा) से परेशान लोगों, कमज़ोर प्रतिरक्षण प्रणाली, मधुमेह और हृदय रोग जैसी परेशानियों का सामना करने वालों के गंभीर रूप से बीमार होने की आशंका अधिक होती है। ऐसे लोगों में संक्रमण से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। अस्थमा के मरीज हमेशा इनहेलर लेकर साथ रहे और इसका समय-समय पर उपयोग करते रहें। साथ ही डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर जांच करवाते रहें और चिकित्सक से सलाह लेते रहें।

मुंगेर : कोरोना संक्रमण से प्रभावित नहीं होगा पोषण पुनर्वास केंद्र, चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती GS NEWS


कोविड 19 के मानकों के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का रखा जायेगा ध्यान  
कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश
शीघ्र ही पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कर्मियों की होगी बहाली  

मुंगेर/ 31 मार्च: कोरोनावायरस के संबंधित मामले देश के साथ अब राज्य में भी बढ़ रहे हैं. कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव को लेकर बिहार सरकार द्वारा कई अहम कदम भी उठाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में पोषण पुनर्वास केन्द्रों के संचालन को लेकर भी राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एक अहम फैसला लिया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण अब राज्य के पोषण पुनर्वास केंद्र बंद नहीं होंगे. इन केन्द्रों में चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती जारी रहेगी. कोविड 19 के निर्धारित मानकों के अनुसार सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती होने वाले कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव किया जाएगा.  इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. 

पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती की जाएगी. इन केन्द्रों में कोविड 19 के प्रस्तावित मानकों (कोविड 19 एस.ओ.पी) के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का ध्यान रखा जायेगा. कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि इन केन्द्रों पर अल्प कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं की संख्या में कमी लायी जा सके और केन्द्रों के संचालन में कोई असुविधा न आये.

संतोषप्रद कार्य करनेवाली स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुबंध का होगा विस्तार:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिन पोषण पुनर्वास केन्द्रों का संचालन स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा किया जा रहा है, उनके संतोषप्रद कार्य के आलोक में उनका अनुबंध 30 जून तक सशर्त बढ़ाया जा सकता है.  पत्र में बताया गया है जिन स्वयंसेवी संस्थाओं का संचालन संतोषप्रद नहीं पाया जाता है वहां जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से आवश्यक मानव बल की प्रतिनियुक्ति कर उक्त केंद्र का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जायेगा. जहाँ इन केन्द्रों का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जा रहा है, वहां मार्च 2020 के बाद भी जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा ही संचालन जारी रखा जायेगा. 
  
एफडी एवं सीबीसीइ पदों की जल्द होगी नियुक्ति:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि सीबीसीइ( कम्युनिटी बेस्ड केयर एक्सटेंडर) एवं एफडी पदों की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और शीघ्र इसे पूरा कर लिया जायेगा. इससे पोषण पुनर्वास केन्द्रों में मानव बल की कमी को दूर किया जा सकेगा और केन्द्रों के सुचारू रूप से संचालन में मदद मिलेगी. जब तक इस नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती है तब तक सम्बंधित जिला स्वास्थ्य समिति वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सभी स्वीकृत पदों पर कर्मियों की स्थानीय व्यवस्था कर पोषण पुनर्वाव केंद्र का संचालन सुचारू रूप से जारी रखेगी.

एक अनोखी रचना : हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।। -- आकाश गोस्वामी


“ पतझड़ करते हैं लाख कोशिश,
    फिर भी ये उपवन मरा करते कहाँ ?
    चंद मुखड़ों की नाराज़गी से,
     ये दर्पण कभी टूटा करते कहॉं? “

चट्टान सी खड़ी है मुसीबत, हम
 सागर की लहर बन टकराएँगे,
बिखर रहा है इंसान ज़र्रा-ज़र्रा,
हम आत्मविश्वास की कंधी से,
‘कोरोना’ के डर को संवार लाएँगे।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।।

भविष्य का खाका,वर्तमान में खींच,
अपने इस जहां को,बचा ले जाएँगे।
होगा बेशक ‘महामारी’ दुनिया के लिए,
हम ‘भारतवासी’ इसके अंत का, 
क़ाफ़िला,ख़ुद ही बनते चले जाएँगे ।।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर पाएँगे ।।

हम अंतर्तम की ज्वाला से, इस
धरती में आग लगा सकते हैं ।
हम डमरू की प्रलय ध्वनि से, 
भीषण संहार नचा सकते हैं । 
तेरी क्या बिसात हैं ‘कोरोना’ ?
हम काल के माथे से यकीनन 
तेरा ज़िक्र-जहां मिटा सकते हैं ।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर सकते हैं ।।

भय-विस्मय का अंत कर,अब
दुनिया में ऐलान ये करना हैं,
साथ मिलकर ही भारत में अब
‘कोरोना’ का अंत करना हैं ।
कदमों की ताल से अपनी,
अपनत्व का बादल सजा देंगे,
डूब रही हो अर्थव्यवस्था फिर भी 
हम जन-जन में हिम्मत का,
निवेश आपार कर जाएँगे ।
हॉं! हम ‘कोरोना’ फतह कर जाएँगे ।।

आशाओं के धागें जोड़-जोड़ संग,
इंसानियत की अनोखी चादर बुनना हैं,
मुहिम तो बहुत लड़ी है हमने, अब
बस! ‘कोरोना’ फतह करना हैं ।
हॉं! हमें ‘कोरोना’ फतह करना हैं ।।
     ————*******————

नवगछिया के स्टेशन रोड में नहीं लगा सब्जी मंडी , लेकिन बाज़ार में नहीं कम रहा लोगों की भीड़ GS NEWS


नवगछिया : कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अखिल भारतीय लॉक डाउन  को लेकर नवगछिया बाजार में स्टेशन रोड में लगने वाली सब्जी मंडी में लगनें वाली भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा स्टेशन रोड से सब्जी मंडी को हटाकर राजेंद्र कॉलोनी और इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय में सब्जी मंडी को शिफ्ट किया गया हैं । जिसे लेकर नवगछिया स्टेशन रोड में सब्जी मंडी नहीं लगी ।

कुछ दुकानदारों ने राजेंद्र कॉलोनी में अपनी दुकानें लगाई कई सब्जी वालों ने मेन रोड में ठेले पर अपनी सब्जी को बेचा जिससे मेन रोड में काफी भीड़ देखी गई हर दिन की भांति मंगलवार को  भी मेन रोड में लोगों की भीड़ काफी  थी  । 

स्थानीय लोगों का कहना हैं कि आवश्यक सेवा की दुकानों को छोड़कर बाकी दुकानें भी नवगछिया में खुलने से काफी भीड़ नवगछिया बाजार में सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे तक लग जाती है जिससे नवगछिया बाजार में जाम की समस्या तक उत्पन्न हो जाती है हालांकि 10:00 बजे के बाद नवगछिया में सन्नाटा छा जाता है लेकिन शाम होते-होते फिर नवगछिया बाजार के लोग रोड पर नजर आने लगते हैं । बाज़ार के हड़िया पट्टी में कई तरह की दुकानें जैसे कपड़े, रेडीमेड , खैनी , सजावट , पूजा सामग्री सहित कई तरह की दुकानें खुल जाती हैं और ग्राहकों की भीड़ लग जाती हैं । नवगछिया के कई सामाजिक संस्था के मीडिया प्रभारी अशोक केडिया नें बताया कि सुबह प्रशासन नहीं रहने के कारण बहुत से दुकानदारों के द्वारा अपनी दुकान के खुलनें से इस तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है इस पर प्रशासन को पहल करने की आवश्यकता है ।

सोमवार, 30 मार्च 2020

कोरोना से लड़ने में बच्चों का करें सहयोग , आपका सकारात्मक व्यवहार है जरुरी • हर बच्चे के साथ अलग से समय बिताएं• अपने बच्चे की जरूरतों को सुनें • अच्छा व्यवहार करने पर बच्चे की करें प्रशंसा • किशोर-किशोरियों की पसंद का रखें ख्याल GS NEWS


मुंगेर / 30 मार्च: दिन व् दिन कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है. इसको लेकर लोगों के मन में डर भी बढ़ता जा रहा है. ऐसी परिस्थिति में बच्चे एवं किशोर भी मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं. बच्चों एवं किशोरों के स्कूल एवं कॉलेज बंद हों के कारण वे घर पर बैठने को मजबूर हैं. बाल्यवस्था एवं किशोरवस्था उत्साह एवं उर्जा का समय होता है. ऐसे में यदि उन्हें अचानक घर पर बैठना पड़ जाए तो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर यह प्रतिकूल असर भी डालता है. इसलिए ऐसे समय में जरुरी है कि घर के माता-पिता बच्चों एवं किशोरों को अधिक समय दें. उनकी समस्या सुनें एवं उनके साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत करें ताकि उनके ऊपर संक्रमण का डर हावी ना हो सके. इसको लेकर पेरेंटिंग फॉर लाइफ लॉन्ग हेल्थ, द यूरोपियन रिसर्च काउंसिल, यूनिसेफ,सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, द लीवरहुलम ट्रस्ट, द इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च काउंसिल एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी अन्य संस्थाओं के सहयोग से दिशा-निर्देश जारी किया गया है. 

हर बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अलग समय तय करें:
पूरे देश में लॉकडाउन के कारण बच्चे घर पर रहने को मजबूर हैं. वह घर से बाहर निकलकर ना अपने दोस्तों से मिल सकती हैं और ना ही अपने पसंद के खेल बाहर खेल सकते हैं. इसलिए यह जरुरी है कि माता-पिता घर के हर बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अलग समय तय करें. यह सिर्फ 20 मिनट या उससे अधिक समय के लिए भी हो सकता है. समय का निर्धारण माता-पिता अपने सुविधा के अनुसार करें. हर रोज एक ही समय हो सकता है ताकि बच्चे इस समय का इंतजार करें. 

अपने बच्चे से पूछें कि वे क्या चाहते हैं:
बच्चे से जरुर पूछें कि घर पर रहकर वे क्या करना चाहते हैं. इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा एवं यदि बच्चे अपने पसंद की चीजें करेंगे तब वे कोरोना संक्रमण की बातें सोचने से कुछ देर मुक्त हो सकेंगे. साथ ही वे आपके और करीब आ सकेंगे. 

अपने बच्चे के साथ ऐसे बिताएं समय: 
गाना गायें, चम्मच एवं बर्तनों से संगीत बनायें 
उनके चेहरे के भाव और आवाजों को दोहराएँ 
कप या ब्लॉक को एक के ऊपर दूसरे को रखें 
किताब पढ़ कर या चित्र दिखाकर, एक कहानी बताएं 
स्कूल के काम में बच्चों की मदद करें 

किशोर-किशोरियों की भावनाओं का भी रखें ख्याल:
बच्चों के साथ घर के किशोर एवं किशोरियों की भावनाओं का भी ऐसे समय में ख्याल रखें. उनसे भी बात करें एवं उनके मन में चल रही बातों को जानने की कोशिश करें. 
उनकी पसंदीदा चीजों जैसे खेल, टीवी शो एवं उनके दोस्तों के बारे में बात करें 
साथ में व्यायाम करें 
उनकी हॉबी के बारे में बात करें 
उनकी बातें सुनें, उनकी तरफ देखें. उनपर अपना पूरा ध्यान दें 

आपका सकारात्मक व्यवहार है जरुरी: 
अपने बच्चे के प्रति अभी आपके सकारात्मक व्यवहार की अधिक जरूरत है. कोरोना संक्रमण की बातें सुनकर घर के बच्चे अधिक डर सकते हैं. इसलिए अभी आपको अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने की सख्त जरूरत है. 
यह जरुर करें: 
अच्छा व्यवहार करने पर अपने बच्चों की प्रशंसा करें 
बच्चों को घर में रहकर अपनी मर्जी की कुछ चीजें करने की छूट दें 
बच्चों पर गुस्सा ना करें. बच्चों से प्यार से बात करें 
अपने बच्चों की जरूरतों को सुनें एवं उनपर ध्यान दें

मुंगेर : कोरोना से लड़ने की तैयारी पूरी, वेंटिलेटर सहित अन्य सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता में आएगी तेजी GS NEWS


भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड करेगा 30000 वेंटिलेटर का निर्माण 
11 भारतीय कंपनियाँ को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए किया गया चिन्हित 
21 लाख पीपीई बॉडी कवरल्स निर्माण करने के दिए गए निर्देश 
प्रतिदिन 6000 बॉडी कवरल्स की जगह 15000 कवरल्स का होगा निर्माण 
देश के अस्पतालों में अभी तक 3.34 लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की है उपलब्धता 
प्रेस सूचना ब्यूरो भारत सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी 

पटना/ 30 मार्च: देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इससे निपटने की भी तैयारी भारत सरकार द्वारा तेज कर दी गयी है. देश में कोवीड-19 की रोकथाम और प्रबंधन की उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है और राज्यों के सहयोग से विभिन्न कार्रवाई शुरू की गई है. पीपीई( व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों), मास्क और वेंटिलेटर की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इनके  उत्पादन करने वाले उद्योग चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और चिकित्सा कर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना के गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत होती है. इसे ध्यान में रखते हुए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को वेंटिलेटर निर्माण करने की जिम्मेदारी दी गयी है. साथ ही सभी दवा कंपनियों ने सरकार को आश्वासन दिया है कि इस संकट के दौरान दवाओं की कोई कमी नहीं होगी. यहां तक कि ऑटो निर्माता भी वेंटिलेटर विकसित करने और उत्पादन करने के लिए काम कर रहे हैं. कोरोना से लड़ने के लिए देश भर में  चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है एवं किसी भी आपातकालीन स्थिति से लड़ने की तैयारी मुकम्मल की जा रही है. इसको लेकर प्रेस सूचना ब्यूरो भारत सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की जा रही तैयारियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी है.  

प्रतिदिन 6000 से की जगह 15000 बॉडी कवरल्स का होगा निर्माण: 

व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट का उपयोग अलगाव क्षेत्रों और गहन देखभाल इकाइयों में काम करने वाले चिकित्सा कर्मियों द्वारा किया जाता है ताकि उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके. ये अभी तक देश में निर्मित नहीं हो रहे थे. कोरोना जैसे आपदा को देखते हुए एवं  निकट भविष्य में उत्पन्न होने वाले पीपीई की भारी आवश्यकता की संभावना के मद्देनजर भारत सरकार ने देश में उनके निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय प्रयास किए हैं. कपड़ा मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस प्रयास में एक साथ काम कर रहे हैं. घरेलू निर्माताओं को इसके लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. अब तक 11 घरेलू निर्माताओं को गुणवत्ता परीक्षण में सफलता भी मिली है. इन निर्माताओं को  21 लाख पीपीई कवरल्स निर्माण के ऑर्डर भी दिए गए हैं.  वर्तमान में वे प्रति दिन 6000 से 7000 कवरल्स की आपूर्ति कर रहे हैं, जो अगले सप्ताह के अंदर प्रति दिन 15,000 तक बढ़ने की उम्मीद है. एक और निर्माता ने आज अर्हता प्राप्त की है और उन्हें 5 लाख कवरल्स का ऑर्डर भी दिया गया है. 

 
सिंगापुर स्थित ऑनलाइन प्लेटफार्म करेगा 10 लाख पीपीई किट की आपूर्ति: 

अब तक, देश भर के विभिन्न अस्पतालों में 3.34 लाख पीपीई उपलब्ध हैं. भारत सरकार द्वारा लगभग 60,000 पीपीई किट पहले ही खरीद और आपूर्ति की जा चुकी है. भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने चीन से 10,000 पीपीई की व्यवस्था की है जो प्राप्त भी हुए हैं और वितरित किए जा रहे हैं. 4 अप्रैल तक अन्य 3 लाख दान किए गए पीपीई कवरल्स आने हैं. 3 लाख पीपीई के लिए एक आदेश कारखानों के साथ रखा गया है. पीपीई किट के विदेशी स्रोतों को भी दुनिया भर में मांग में भारी वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है. विदेश मंत्रालय के माध्यम से उनसे संपर्क किया जा रहा है. सिंगापुर स्थित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की पहचान की गई है जो 10 लाख पीपीई किट की आपूर्ति कर सकता है और उन्हें खरीदने के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से एक आदेश दिया गया है. कोरिया में स्थित एक और आपूर्तिकर्ता, जिसकी वियतनाम और तुर्की में उत्पादन कंपनियों के साथ टाईअप है, को 1 लाख से अधिक पीपीई किटों की दैनिक उत्पादन क्षमता के साथ पहचान की गयी है. इस कंपनी को 20 लाख पीपीई किटों की आपूर्ति के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से आदेश दिए गए हैं. 

प्रतिदिन 1 लाख मास्क बनेंगे, देश के अस्पतालों में अभी 11.95 लाख एन-95 मास्क उपलब्ध: 
 

N95 मास्क का निर्माण दो घरेलू उत्पादकों द्वारा किया जा रहा है. वे इस समय प्रति दिन 50,000 मास्क की आपूर्ति करने में सक्षम हैं, लेकिन अगले सप्ताह के भीतर प्रति दिन 1 लाख मास्क बनाने की क्षमता बढ़ा रहे हैं. डीआरडीओ स्थानीय निर्माताओं के साथ मिलकर प्रति दिन लगभग 20,000 एन-99 मास

जरा भी नहीं बरतें लापरवाही, नहीं टला है खतरा- कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या - 961 संदिग्धों के क्वारंटाइन की है जिले में व्यवस्था - 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड मुंगेर में है उपलब्ध - तैयारी को स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा अपग्रेड GS NEWS


मुंगेर/30 मार्च। देश भर में भले ही लॉकडाउन के छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन कोरोनावायरस का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस कोविड-19 का संक्रमण अब ज्यादा बढ़ने लगा है। यहां से यदि जरा भी लापरवाही हुई तो फिर स्थिति और भी भयावह हो सकती है। ऐसे में खास कर आम जनों पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है तथा हर हाल में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना होगा।

तैयारी को लगातार किया जा रहा अपग्रेड
जैसे-जैसे कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ते जा रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों को भी बढ़ाते जा रही है। जिसमें खास कर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्ड व उसके बेडों की संख्या में लगातार इजाफा किया जा रहा था। एक सप्ताह पूर्व जिले में क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों को मिला कर कुल बेड की संख्या 181 थी। किंतु उसे अब बढ़ा कर 1052 कर दिया गया है। जिसमें जिले भर में 961 बेडों का क्वारंटाइन वार्ड तैयार किया गया है तथा 91 बेडों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। सिविल सर्जन डॉ पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर क्वारंटाइन तथा आइसोलेशन वार्डों में बेडों की संख्या बढ़ायी जा सकती है। 

तीसरे चरण के मुहाने पर पहुंची स्थिति
कोरोना वायरस कोविड-19 की स्थिति अब तीसरे चरण के मुहाने तक पहुंच चुकी है। पूरे बिहार कोरोना का पहला मामला यदि कहीं पाया गया तो वह मुंगेर में पाया गया। सैफ के सैम्पल में कोरोना वायरस का रिपोर्ट पॉजेटिव पाये जाने के बाद से पिछले एक सप्ताह में यह संक्रमण 15 गुणा तक फैल चुका है। अब तक कुल 15 पॉजेटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक मुंगेर का ही कोराना संक्रमित मरीज पाया गया है। जानकारों का मानना है कि कोरोना वायरस को दूसरे चरण तक सामाजिक दूरी बना कर रोका जा सकता है। किंतु तीसरे चरण में पहुंच जाने के बाद यह वायरस समुदाय स्तर पर संक्रमण फैलाना शुरु कर देता है। ऐसे में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का पालन करना आम-आवाम के जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है। 

नये केस पाये जाने पर बढ़ी चिंता
पिछले 22 अप्रैल को सैफ के पॉजेटिव पाये जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद सैफ के सम्पर्क में आये कुल 62 लोगों की सूची तैयार की गयी। किंतु उनमें से 56 लोगों का 24 मार्च को सैम्पल संग्रह हो पाया, जिसे जांच के पटना भेजा गया था। जिनमें से एक महिला तथा एक बालक में कोरोना पॉजेटिव की पुष्टि की गयी तथा शेष 54 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। बांकी चिन्हित लोगों ने स्वयं ही मेडिकल कॉलेज भागलपुर पहुंच कर अपना सैम्पल संग्रहित करवा कर जांच के लिए पटना भेजा। उसके बाद 27 मार्च को मुंगेर से 07 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए भेजा गया तथा 28 मार्च को यहां से कुल 73 लोगों का सैम्पल संग्रह कर जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजा गया। लगातार संदिग्धों तथा पॉजेटिव केस की संख्या बढ़ते जाने से अब न सिर्फ आम लोगों की, बल्कि जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ने लगी है।

भारत सरकार के निर्देश का पालन  करें  तभी कोरोना जैसी महाविनाश की भट्टी में जानें से रूकेगें - स्वामी  आगमानंद जी महाराज GS NEWS

 नवगछिया :  वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर देश भर में लॉकडाउन है. लोग इस संक्रमण से बचने के लिए घर अंदर बने हूए है. इसी क्रम  में श्रीशिवशक्तियोग पीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि  वर्तमान समय संपूर्ण विश्व मानवता कोरोना वायरस से भया क्रांत है दुनिया भर के बड़े-बड़े शक्तिशाली और पूंजीपति देश भी शक्ति और धन के प्रताप और प्रभाव से इस कोरोना  से लड़ने में अपनी असमर्थ  प्रकट कर रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अभी तक इसकी कोई दवाई भी ना बन सकी है . यह जंगल में आग की तरह फैलने वाली महा वैश्विक महामारी है विश्व के सभी देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री विश्व स्वास्थ संगठन एवं इस बीमारी की रोकथाम के लिए गए  निर्देशों का पालन समस्त जनता हरसंभव कर रहे है. हर व्यक्ति मॉस , रुमाल गमछा से अपने मुंह को ढक कर रखें साबुन से बार-बार हाथ धोते रहें सैनिटाइजर का उपयोग करें अपने आप को स्वच्छ व साफ सुथरा रखने का प्रयास करें प्रति व्यक्ति सामने वाले से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें सोशल डिस्टेंस यानी सामाजिक दूरियां बनाए रखना सबसे उत्तम उपाय है किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ से बच कर अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहें तभी  इस बीमारी की श्रृंखला टूट सकती है और इसी से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है सूर्य की किरणों के तेज बढ़ने से महामारी की फैलने की गति की तीव्रता में कमी आएगी ऐसी उम्मीद की किरणें शवों पर दिखाई पड़ रही है इन्हीं सब कारणों से 1 दिन जनता कर्फ्यू लगा कर फिर से 14 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है विश्व मानवता की सुरक्षा भारत देश वासी बखूबी से भारत सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं और करना भी चाहिए विश्व के तमाम देशों को भी सतर्क होकर  प्रयास करना चाहिए . सब का परम धर्म और कर्तव्य है  कोरोनावायरस से महामारी जैसी महाविनाश की भट्टी में जाने से रोकें तभी विश्व का कल्याण संभव है समस्त श्री शिवशक्ति योगपीठ परिवार का इस  महा अभियान में राष्ट्र एवं विश्व परिवार के साथ हैं और सभी मांगों को इस पुनीत कार्य में शामिल होने का विनम्र आग्रह है  हम आप सभी प्राकृति से छेड़छाड़ ना करने का  संकल्प लेते हुए अपने अनेक  दुर्लभ जीवों का अपना  आहार न बनाने का वर्जन करते हुए भगवान भगवती से मन ही मन वैश्विक महामारी को रोकने के लिए प्रार्थना करें .

नवगछिया में छत पर हुआ चैती छठ , विडिओ कॉल कर रिश्तेदारों को दिलाया अर्घ GS


नवगछिया में  नोवेल कोरोना को लेकर नगर के सत्संग भवन रोड की मालती देवी नें हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चैती छठ का व्रत परबैतनी के रूप में की , इस बार उन्होनें नवगछिया गोपाल गौशाला में नहीं कर अपनें घर के छत पर की जिसमें महज परिवार के कुछ लोग ही थे । मौक़े पर उनके पुत्र आकाश कुमार नें बताया कि हर वर्ष  चैती छठ में अपनें पूरे परिवार के परिजन शामिल होतें थे घर में त्योहार को लेकर भीड़ भरा रहता था लेकिन इस बार कोविड19 कोरोना महामारी को लेकर महज 3 - 4 जो परिवार के हैं वो ही सिर्फ़ शामिल हुए हैं अपनें परिवार के सभी लोगों को विडिओ कॉलिंग कर छठ पूजा में अस्तलचलगामी सूर्य को अर्घ दिलवाया हैं । 

मौक़े पर परबैतनी मालती देवी नें कहा कि नोवेल कोरोना वायरस जैसे महामारी से नवगाछिया सहित देशवासियों को बचाने के इस बार मैनें पूरी मन से आराधना की हैं बिहार सहित देश आज जिस परिस्थिति में गुजर रहा है जो काफी दुखद और चिंतनीय विषय है देश के आम आवाम को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही साथ निचले तबके के लोगों को सही से भोजन नहीं मिल पा रहा है लॉक डाउन जो सरकार के द्वारा देशवासियों को सुरक्षित रखने के लिए लगाया गया है उसमें तो समस्या लोगों को उत्पन्न हो ही रहा है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जब लोग घर में रहेंगे तो तभी देश और वह स्वयं सुरक्षित रहेंगे अपने को बचाना है और साथ-साथ देशवासियों को भी बचाना है।

रविवार, 29 मार्च 2020

नवगछिया : लाँक डाउन में जनता ने माना पुलिस वाले है देश के रियल हीरो GS NEWS

विशाल  कश्यप की रिपोर्ट 

भारत सहित आसपास के देशों में कोरोना वायरस कि माहमारी से कोहराम मचा हुआ। इस विकट स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने लाँक डाउन कर,नागरिकों से घर में रहने कि अपील की।जिसके बाद लोगों ने खुद को घरों में महफूज कर लिया।कारण एक दूसरो से दूरी बने रहे ओर वायरस कि वजह से किसी कि मौत नही हो।इस विकट परिस्थितियों में देश के हर राज्य के पुलिस प्रशासन ने रियल हीरो का काम किया है।एक ओर जहां लोग अपने अपने घरों में दुबके पडे हैं वही इन पुलिस एंव डाक्टरों के कंधो पर देश की हर एक नागरिक कि जिम्मेदारी हेतु ड्यूटी पर तैनात है।रात दिन लोगों की सेवा में लगे हैं। पुलिस प्रशासन अपनी जान एंव भूख कि प्रवाह किए बगैर फँसे लोगों को खाने के साथ साथ कुछ नगद मदद कर उनके मसीहा बन रहे।राहगीरों ने पुलिस प्रशासन का ये रूप देख माना कि ये सच मुच के "रियल हीरो" है।वहीं इस सब के बीच युवाओं ने बढ चढ कर यथा संभव  फंसे लोगों को एंव आसपास के गरीब भूखे लोगों को खाना खिला रहे हैं।इस काम में भवानीपुर के युवा सद्दाम हुसैन, राजा झा, धर्मेंद्र यादव,उप मुखिया सुधीर यादव, व्यावसायि पवन गुप्ता,गोकुल यादव,उचित यादव, राँबिन कुमार, बिहार पुलिस राजेश शर्मा,एंव राजीव यादव के द्रारा खाना बना कर रिक्शा चालक,ठेला चालक,मजदूरों को घूम घूम कर उनके जगह तक पहुंचने का काम कर रहे हैं।इन लोगों ने बताया कि हमलोगों के द्रारा 10,15लोगो को खाना बाँटा जा रहा है जिससे कि हमारे आसपास रहने वाले लोगों कि भूखे से मौत ना हो। सद्दाम हुसैन ने बताया कि हमलोग का इंसानियत बनता है। कि हमलोग ऐसे विकट परिस्थिति में एक जूट होकर लोगों की सेवा में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले ओर इस कोरोना वायरस को हराकर इसे जड़ से खत्म कर दे।वही घमैन्द यादव ने कहा कि हमारे गांव के 100से अधिक लोग पंजाब के मणिमाजरा थाना क्षेत्र में फँसे हुए हैं उनके पास अब पैसे से लेकर राशन तक नहीं बचा है।उसको वहां से निकालने के लिए मणिमाजरा के सांसद एवं थानाध्यक्ष से बात की जा रही है जल्द ही उनको खाना एंव आने कि व्यवस्था की जाऐगी।

नवगछिया : अर्जुन कॉलेज ऑफ एजुकेशन ने मुख्यमंत्री राहतकोष में दिये दो लाख 50 हजार रुपये GS NEWS


नवगछिया - वैश्विक आपदा कोरोना वायरस कोविद 19 के संकट की घड़ी में नवगछिया के रंगरा प्रखंड स्थित अर्जुन कॉलेज ऑफ एजुकेशन की तरफ से मुख्यमंत्री राहतकोष में दिये दो लाख 50 हजार रुपये की साहायता राशि चेक के माध्यम से दिया है. अर्जुन मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष नीलम देवी और सचिव राजीव रंजन ने सरकार को उक्त रूपये बिहार के लाचार मजदूरों की सलामती के लिये खर्च करने की सलाह दी है. अर्जुन मेमोरियल ट्रस्ट के सचिव राजीव रंजन ने कहा है कि कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिये सबों को मदद के लिये आगे आना चाहिये. श्री रंजन ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सरकारें अच्छा काम कर रही हैं. उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने अपने घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

नवगछिया में लोगों के घरों तक भोजन पहुंचा रहे हैं फाइटर जेम्स - अपना मोबाइल नंबर किया सार्वजनिक GS NEWS


नवगछिया में ताईक्वांडो के राष्ट्रीय खिलाड़ी फाइटर जेम्स अपने मुहल्ले में लोगों के घर तक भोजन और राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं. फाइटर जेम्स ने इस कार्य के लिये अपना मोबाइल नंबर भी जारी किया है. जेम्स ने कहा कि वैसे तो सुबह उठते ही वे यह पता लगाने का प्रयास करते हैं कि किनके घर मे चूल्हा जलने की स्थिति नहीं है. या फिर फोन करने पर वे मदद करते हैं. जेम्स ने अपना मोबाइल नंबर 6203207689 जारी किया है. जेम्स ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सुरक्षित करना और पेट भरना सबसे बड़ी समस्या है. सुरक्षा लोगों के खुद के हाथ मे तो भोजन के लिये नगर के सक्षम लोगों को जरूर आगे आना चाहिये.

नवगछिया में सीएनजीएन ने ब्लीचिंग पाउडर और सेनीटाइजर का किया छिड़काव GS NEWS

नवगछिया में सामाजिक संस्था सीएनजीएन ने रविवार को नवगछिया नगर पंचायत के  वार्ड नंबर 16 और 21 में सैनिटाइजर और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया. इस अवसर पर  मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने कहा कि यह कार्यक्रम सभी वार्डों में चलाया जाएगा. इस अवसर पर संस्था के संरक्षक श्रीधर कुमार, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, सचिव राजीव गुप्ता, पीयूष कुमार, शिव शक्ति समीर, काशी गुप्ता  प्रमोद यादव,पुलकित मंडल,सन्तोष गुप्ता और अन्य सदस्य भी मौजूद थे.