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सोमवार, 13 जुलाई 2020

भारत और चीन के बीच कल होगी कमांडर-स्तरीय वार्ता, सेना हटाने को लेकर होगी बात GS NEWS



पूर्वी लद्दाख में पूरी तरह से सेना हटाए जाने के मद्देनजर सैनिकों की वापसी के अगले चरण को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच अगली उच्च स्तरीय वार्ता मंगलवार को होगी. यह जानकारी सेना के अधिकारी के हवाले से मिल रही है. भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि पूर्वी लद्दाख के चुशुल में कल भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी. वार्ता मुख्य रूप से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ विघटन के दूसरे चरण पर केंद्रित होगी.
सूत्रों के अनुसार जमीनी हालात को लेकर कोई बदलाव नहीं है और दोनों पक्षों के कोर कमांडरों के बीच चौथे चरण की वार्ता के बाद ही सैनिकों की वापसी के अगले चरण की प्रक्रिया में तेजी आएगी. भारत की मांग के अनुसार चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पिछले एक सप्ताह में पहले ही गोग्रा, हॉट स्प्रिंग्स और गलवान घाटी से अपने सैनिकों को वापस बुला चुकी है और साथ ही पैंगोंग त्सो क्षेत्र के फिंगर फोर से अपनी उपस्थिति काफी कम कर चुकी है.
भारत इस बात पर जोर दे रहा है कि चीन फिंगर फोर और आठ के बीच के क्षेत्र से अपनी सेना को आवश्यक तौर पर हटाए. सूत्रों के अनुसार लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ ही सभी क्षेत्रों में भारत कड़ी निगरानी बनाए हुए है और किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार था. दिल्ली में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस क्षेत्र के हालात की 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं.

सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर बनी थी सहमति

बता दें कि अभी हाल ही में भारत और चीन के बीच सीमाई मसलों पर कूटनीतिक स्‍तर की 16 वीं बैठक हुई थी। इस बैठक में दोनों ही पक्षों ने आपसी संबंधों की मजबूती के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने की जरूरत पर सहमत दिखे थे। विदेश मंत्रालय की मानें तो दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि वे तनाव घटाने के लिए एलएसी के पास से सैनिकों की वापसी सुनिश्चित करेंगे। यही नहीं दोनों ही पक्ष गतिरोध का समाधान सुनिश्चित करने के लिए राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत बहाल रखने पर भी सहमत हुए थे।

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