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शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

लापरवाही की तो हद हो गई! भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बिजली कटने से बंद हुआ वेंटिलेटर, तड़प कर मर गयी महिला मरीज GS NEWS


भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के गायनी आईसीयू में भर्ती एक महिला की मौत शुक्रवार रात हो गई। महिला की सांसें वेंटिलेटर के सहारे चल रही थीं, इसी दौरान बिजली गुल हो गयी और जेनरेटर ने भी काम करना बंद कर दिया।इंतिहा देखिये कि इस वाकये के दौरान आईसीयू से डॉक्टर और नर्स दोनों गायब थेहद तो तब हो गई जब वेंटिलेटर में लगी बैट्री ने भी ऐन वक्त पर धोखा दे दिया। परिणाम यह हुआ कि मरीज को ऑक्सीजन मिलना बंद हो गया और उसकी मौत हो गयी। 

बूढ़ानाथ निवासी चंद्रशेखर प्रसाद की 55 वर्षीय पत्नी निर्मला देवी को शुक्रवार सुबह नौ बजे मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने गंभीर बीमारी को देखते हुए तत्काल ही गायनी आईसीयू में शिफ्ट कर दिया। आईसीयू में तैनात निश्चेतक ने मरीज को सी-पैप वेंटिलेटर पर डाल दिया। इसके बाद मरीज की सेहत में सुधार होने लगा। 

रात करीब 8:55 बजे अचानक गायनी आईसीयू की बिजली कट गयी। बिजली कटते ही दो से तीन मिनट के बाद वेंटिलेटर ने भी काम करना बंद कर दिया। परिजन मरीज को दूसरे बेड पर लगे वेंटिलेटर तक ले गये। जब तक वेंटिलेटर काम करना शुरू कर देता, तब तक रात करीब 9:05 बजे मरीज की मौत हो गयी। मौत के तीन मिनट बाद आईसीयू को जेनरेटर के जरिये बिजली आपूर्ति की गयी। जांच में पता चला कि वेंटिलेटर की बैट्री भी खराब थी। नहीं तो जनरेटर से बिजली आपूर्ति नहीं होने के बावजूद मरीज को वेंटिलेटर का सहारा मिला होता। 
डॉक्टर से लेकर आईसीयू की नर्स तक ड्यूटी से गायब 
जब बिजली कटी तो उस वक्त बिजली आपूर्ति करने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसी का सुरक्षा गार्ड गायब था। परिजनों के ढूंढने पर भी वह नहीं मिला। यहां तक कि आईसीयू में भर्ती मरीजों की निगरानी की जिम्मेदारी आईसीयू में तैनात नर्स की थी, लेकिन 10 मिनट तक बिजली कटी रही। ऑक्सीजन के अभाव में महिला मरीज तड़पती रही। इस दौरान आईसीयू में तैनात एक भी नर्स नहीं थी। आईसीयू में 24 घंटे चिकित्सक की तैनाती का दावा अस्पताल प्रशासन द्वारा किया जाता है, लेकिन इस दौरान डॉक्टर भी गायब थे।
 

वेंटिलेटर को अगर बिजली आपूर्ति नहीं थी, फिर भी वेंटिलेटर में लगी बैटरी के बूते चलना चाहिए था। प्रथम दृष्ट्या बिजली आपूर्ति करने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसी, गार्ड, आईसीयू में तैनात नर्स व डॉक्टर की लापरवाही लग रही है। इस मामले की जांच करायी जायेगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। - डॉ. कुमार गौरव, प्रभारी अधीक्षक, मायागंज अस्पताल

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